बक्सर SP ने दाे दागी थाना प्रभारियों को दी क्लीन चिट, फैसले को RTI एक्टिविस्ट देंगे हाईकोर्ट में चुनौती

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Published : Oct 2, 2022, 4:34 PM IST

बक्सर एसपी

बक्सर में दो थानेदारों के विरुद्ध शराब और बालू भूमाफिया से सांठगांठ रखने का आरोप लगा था. आरोप की जांच एसडीएम, एसडीपीओ और उत्पाद अधीक्षक की तीन सदस्यीय टीम से कराई गई. एसपी ने रिपाेर्ट के आधार पर दाेनों काे क्लीन चिट दे दी. लेकिन, अब यह मामला तूल पकड़ने लगा है. RTI activist Shiv Prakash Rai ने जांच रिपोर्ट काे हाईकाेर्ट में चुनौती देने की बात कही है.

बक्सर: जिले में दो थानेदारों के विरुद्ध शराब, बालू, भूमाफिया से सांठगांठ रखने का आरोप (Allegations of Corruption Against Two SHO) लगा था. यह जानकारी आरटीआई से मिली थी. शराब, बालू और भूमाफिया से सांठगांठ रखने वाले नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार और मुफस्सिल थाना अध्यक्ष का कमान संभाल रहे अमित कुमार पर लगे इस आरोप को एसपी ने बेबुनियाद बताते हुए कहा कि आरोप की जांच एसडीएम, एसडीपीओ एवं उत्पाद अधीक्षक की तीन सदस्यीय टीम से कराई गई थी. रिपोर्ट से स्पष्ट हो गया है कि उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं.

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एसपी की क्लीन चिट पर सवाल: RTI activist Shiv Prakash Rai ने कहा कि जांच कमेटी की रिपोर्ट को पटना उच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी. उनका कहना है कि शाहाबाद के डीआईजी ने सात दिन पहले ही दागी थाना प्रभारियों की सूची दी थी फिर पांच दिनो में ही दोनों थाना प्रभारियों के ऊपर लगे सभी आरोपों की बिंदुवार जांच इतना जल्दी कैसे पूरी हो गयी. इतने कम समय में ही बक्सर में जांच कमेटी का गठन भी हो गया, और सभी बिंदु पर जांच भी हो गई, दागी थाना प्रभारियों को क्लीन चीट भी दे दी गयी. जबकि अन्य जिले के एसपी गम्भीरता से अभी जांच करा ही रहे हैं. जिस बालू के काला कारोबार में 2 एसपी, 4 डीएसपी समेत 40 से ज्यादा अधिकारी और सरकारी कर्मी नप गए, इतने गम्भीर मामले की जांच इतनी जल्दी पूरी हो गयी.

RTI में मिली थी ये जानकारीः शाहाबाद रेंज के चार जिले बक्सर, रोहतास, कैमूर और भोजपुर के 22 थाने का कमान दागी थाना प्रभारी सम्भाल रहे हैं. 21 सितंबर 2022 को आरटीआई कार्यकर्ता शिव प्रकाश राय के द्वारा मांगी गई रिपोर्ट के आलोक में पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) कार्यालय से यह जानकारी उपलब्ध कराई गई थी. इसमें बताया गया था कि बक्सर के नगर एवं मुफस्सिल थाना प्रभारी के खिलाफ दो-दो जन शिकायत प्राप्त हुआ है. इसके अलावे कैमूर जिले के मोहनिया थाना प्रभारी के खिलाफ दो , रामगढ़ थाना अध्यक्ष के खिलाफ एक, कुदरा थानाध्यक्ष के खिलाफ एक, चैनपुर थाना अध्यक्ष के खिलाफ एक, भगवानपुर थाना अध्यक्ष के खिलाफ एक, नुआंव थाना अध्यक्ष के खिलाफ एक, शिकायत प्राप्त हुई है. भोजपुर जिले में आरनगर थानाध्यक्ष के खिलाफ दो, ख़्वासपुर ओपी के खिलाफ एक, मुफस्सिल थानाध्यक्ष के खिलाफ एक, बड़हरा थानाध्यक्ष के खिलाफ एक, कोइलवर थानाध्यक्ष के खिलाफ एक, नारायणपुर थाना अध्यक्ष के खिलाफ एक, तरारी थाना अध्यक्ष के खिलाफ एक शिकायत मिली है. जबकि रोहतास जिले में डेहरी मुफस्सिल थानाध्यक्ष के खिलाफ एक, सासाराम नगर अध्यक्ष के खिलाफ एक, कच्छवा थानाध्यक्ष के खिलाफ एक, डिहरी नगर थानाध्यक्ष के खिलाफ एक, अकोढ़ीगोला थाना अध्यक्ष के खिलाफ एक दरिहट थानाध्यक्ष के खिलाफ एक जन शिकायत प्राप्त हुआ जिसमें शराब, बालू, एवं भू-माफिया से साठगांठ रखने का आरोप लगा है. ॉ

"RTI के माध्यम से शाहाबाद डीआईजी कार्यालय से हमने यह जानकारी मांगी थी कि, शाहाबाद के चारों जिले में ऐसे कितने थाना प्रभारी थाना की कमान संभाल रहे हैं, जिनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. पुलिस उप-महानिरिक्ष कार्यालय से उपलब्ध कराई गई दस्तावेज में बताया गया कि भोजपुर, बक्सर, रोहतास एवं कैमूर जिले में कुल 22 दागी थाना प्रभारी कमान संभाल रहे हैं. जिसकी जांच के लिए एसपी को पत्र भेजा गया है. एक सप्ताह पहले ही इस बात का खुलासा हुआ और इतने कम समय में ही बक्सर में जांच कमेटी का गठन भी हो गया. सभी बिंदु पर जांच भी हो गई और दागी थाना प्रभारियों को क्लीन चीट भी दे दी गयी".- शिव प्रकाश राय, RTI activist


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