औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद में दो अधिकारियों के बीच गाली गलौज का ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल ऑडियो में एक अधिकारी दूसरे अधिकारी पर रिश्वतखोरी का आरोप लगा रहा है. वहीं दूसरा अधिकारी इस आरोप के बाद गाली गलौज कर रहा है. मामला जिले के गोह प्रखण्ड का है. जहां एक शिक्षक को निलंबित करने के मुद्दे पर प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी और प्रखण्ड पंचायती राज पदाधिकारी एक दूसरे से भिड़ गए.
जांच में दुर्व्यवहार का आरोप : बताया जाता है कि पिछले दिनों औरंगाबाद जिले के गोह प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को विद्यालय जांच करने के दौरान एक शिक्षक द्वारा गाली गलौज व दुर्व्यवहार किया गया था. यह घटना प्रखण्ड के मध्य विद्यालय अहियापुर में विद्यालय जांच के दौरान हुई थी, जहां कार्यरत शिक्षक दीपक कुमार पर गाली गलौज का आरोप लगा था.
दो आपस में अधिकारी भिड़े : प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी कौशल किशोर सिन्हा ने इस आदेश को लागू करने से इनकार कर दिया. उन्होंने बताया कि बैठक में कोरम पूरा नहीं हुआ, इसी कारण आदेश लागू नहीं हो सकता है. वहीं अगली बैठक में सभी को आने का निर्देश भी उन्होंने जारी किया.
रिश्वत लेने का लगाया आरोप : इसी बात को लेकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नंदलाल प्रसाद ने उनसे फोन पर बात की. बातचीत के दौरान नंदलाल प्रसाद ने उनसे कहा कि सारा काम कोरम पूरा करके ही नहीं होता है. बल्कि कई काम आपने बिना कोरम का भी किया है. उन्होंने एक दो उदाहरण भी दिया. बात हो ही रही थी तभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नंदलाल प्रसाद ने पंचायती राज पदाधिकारी पर रिश्वत लेकर काम में रोड़े अटकाने का आरोप लगा दिया.
ऑडियो वायरल : इसी बात से गुस्सा होकर प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी चिल्ला चिल्ला कर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को अपशब्द बकने लगे. वायरल ऑडियो में यह सब साफ सुना जा सकता है. हालांकि ईटीवी भारत वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है. इस घटना की शिकायत नंदलाल प्रसाद ने अपने वरीय पदाधिकारी से की है.
कार्रवाई से इंकार : जिसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक को निलंबन का आदेश भी दे दिया था. इस आदेश को लागू लागू करने का अधिकार शिक्षा विभाग को नहीं बल्कि प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी को है. दरअसल, एक शिक्षक को प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी निलंबित करना चाह रहे हैं. वहीं प्रखण्ड पंचायती राज पदाधिकारी कोरम के अभाव में निलंबित करने से इनकार कर रहे हैं.
यहां है कार्रवाई में अड़चन : दरअसल, बीईओ के साथ गालीगलौज तथा मारपीट करने को लेकर अहियापुर मध्य विध्यालय गोह के प्रखंड शिक्षक दीपक कुमार पर पूर्व में कार्रवाई की गई थी. दीपक को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) ने पत्रांक 3135 द्वारा पांच अगस्त को ही निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाही के अधीन रखने की अनुशंसा की गई थी. इस पत्र का क्रियान्वय बीपीआरओ को करना था, जो कि पदेन सदस्य सचिव प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई भी होते हैं. लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं की गई.
आरोपी शिक्षक को कौन बचा रहा? : डीपीओ स्थापना ने 28 अगस्त को फिर से बीपीआरओ को इस संबंध में पत्र लिखा, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला है. इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नंदलाल प्रसाद ने बताया कि प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी आरोपी शिक्षक को बचा रहे हैं, पूछने पर गाली गलौज कर रहे हैं. इसकी शिकायत वरीय पदाधिकारी से की गई है.