औरंगाबाद: दहेज की मांग ने फिर ले ली विवाहिता की जान, पति समेत 12 पर आरोप

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Published : Jan 10, 2021, 8:54 AM IST

दहेज हत्या

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामाजिक अभियान का असर औरंगाबाद में दिखने को नहीं मिल रहा है. एक बार फिर दहेज की मांग को लेकर जिले के गोह बाजार में विवाहिता की हत्या कर दी गई.

औरंगाबाद: दहेज प्रथा उन्मूलन बनाए गए कानून को प्रभावी बनाने के लिए राज्य सरकार हर स्तर पर प्रयासरत है. लेकिन शायद ही उसका नतीजा जमीनी स्तर पर देखने को मिला हो. आज भी दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर विवाहिताओं के चिताएं सज जाती है. ऐसा ही एक मामला गोह थाना क्षेत्र के गोह बाजार से सामने आ रहा है. जहां दहेज लोभी परिवार ने दहेज की मांग पूरी नहीं होने के कारण विवाहिता की हत्या करके शव को जला दिया. विवाहिता की शादी तीन साल पहले हुई थी. विवाहिता की पहचान पिंकी कुमारी के रूप में हुई.

देखें रिपोर्ट

तीन साल पहले हुई शादी
झारखंड के धनबाद जिले के बारामुड़ी गांव निवासी संजय कुमार प्रसाद अपनी बहन पिंकी कुमारी की शादी 3 वर्ष पूर्व गोह मुख्यालय के अंदर बाजार स्थित बारी टोला निवासी अजय प्रसाद के बेटे दिलीप कुमार के साथ हिन्दू रीति रिवाज के साथ की थी.

औरंगाबाद
तीन साल पहले हुई थी शादी

आरोप है कि शादी के बाद से पिंकी के ससुराल वाले लगातार पांच लाख रुपये दहेज को लेकर प्रताड़ित करते थे. कई बार उसके साथ मारपीट भी की थी. मृतका पिंकी देवी की मां ने आरोप लगाया की बीती रात पिंकी के पति और परिजनों ने मिलकर उसकी बेटी की हत्या कर दी. और साक्ष्य मिटाने के उद्येश्य से शव को जला दिया. इस बाबत मृतका की मां कुंती देवी ने गोह थाने में लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है. कुंती देवी ने बेटी के हत्या के आरोप में पिंकी के पति समेत 12 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है. वहीं, पुलिस ने बयान दर्ज कर मामले की छानबीन में जुट गई है.

पहले भी कर चुके थे मार-पिटाई
कुंति देवी ने बताया कि पिंकी के साथ पहले भी उसके ससुराल वाले मार-पिटाई करते थे. जिससे तंग आकर पिंकी अपने मायके धनबाद भी चली आई थी. जिसके बाददोनों पक्षों के बीच धनबाद के थाना में समझौता कराया गया था. जहां अब से प्रताड़ित नहीं करने का बांड भरकर पिंकी को उसका पति दिलीप अपने घर गोह में गया था. लेकिन आखिरकार दहेज के लिए पिंकी की हत्या कर दी गई. यही नहीं लाश भी जला कर साक्ष्य मिटा दिया.

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