औरंगाबाद: बारुण प्रखण्ड मुख्यालय में रेलवे द्वारा बनाये गए हाईगेज बैरिकेट को तोड़े जाने का मामला सामने आ रहा है. इस मामले में नबीनगर से राजद विधायक विजय कुमार सिंह सहित 21 लोगों पर खनन विभाग ने बारुण थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गयी.
जिला खनन पदाधिकारी द्वारा किये गए प्राथमिकी को लेकर विधायक विजय कुमार सिंह ने अपने आवास पर एक प्रेसवार्ता आयोजित किया. इस दौरान सरकार से लेकर खनन विभाग पर कई आरोप लगाए. इस मामले पर औरंगाबाद महागठबंधन के सभी छह विधायक उनके साथ रहे. विधायक ने कहा कि जिस हाईगेज बैरिकेट को तोड़े जाने को लेकर रेलवे को प्राथमिकी करना चाहिए था. उसे जिला प्रशासन के खनिज विभाग ने कैसे कर दी.
'जनता के आक्रोश परिणाम'
'इस हाईगेज बैरिकेट की ऊंचाई कुछ माह पहले खनन विभाग ने कम कर दिया था. स्थिति यह हो गयी थी कि महिलाओं और बच्चों को सड़क पार करने के लिए रेलवे लाइन को पार करके जाना पड़ता था. इस मामले को जिला प्रशासन को बैठक में सूचना दी गई थी. जिसमें कहा गया था कि कभी भी लोग हाईगेज बैरिकेट को तोड़ सकते हैं. आखिरकार गुरुवार को बैरिकेट तोड़ दिया गया'- विजय कुमार सिंह, विधायक
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'सोन नदी में एनजीटी के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है. एनजीटी के अनुसार ढाई फीट तक खुदाई करनी है लेकिन सोन नदी में तीस तीस फीट तक खुदाई की जा रही है. पोकलेन मशीनों द्वारा एनएच-2 पर बने ब्रिज के आसपास और मुंबई कोलकाता रेलवे ब्रिज के आसपास भी जमकर खुदाई हो रही है. जो 30 - 30 फीट तक की जा रही है. वहीं, सोन नदी में बीचों बीच सड़क निर्माण किया गया है जो की पूरी तरह से अवैध और गैरकानूनी है. यह सारा कुछ जिला प्रशासन और खनन विभाग की देखरेख और संरक्षण में चल रहा है.'- विजय कुमार सिंह, विधायक