भागलपुर (सुल्तानगंज): झारखंड के देवघर में विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेले की शुरुआत हो गई है. मेले के उद्घाटन के बाद ही बिहार के सुल्तानगंज से लेकर देवघर और दुमका स्थित बासुकीनाथ मंदिर तक का इलाका बोल-बम के नारों से गूंज उठा. सोमवार को गुरु पूर्णिमा के दिन हजारों कांवड़ियों ने सुल्तानगंज में पवित्र गंगा नदी से जल उठाया और देवघर तक की यात्रा के लिए निकल पड़े.
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108 किमी लंबा विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू : गुरु पूर्णिमा के अवसर पर अजगैवीनाथ धाम सुल्तानगंज से करीब 60 हजार से अधिक कांवारिया गंगाजल भरकर बाबा धाम के लिए पैदल रवाना हुए. सोमवार की सुबह से ही कांवरियों का जत्था भारी संख्या में सुल्तानगंज पहुंचना शुरू हो गया था. इसके बाद गुरु पूर्णिमा के दिन हजारों कांवड़ियों ने सुल्तानगंज में पवित्र गंगा नदी से जल उठाया और देवघर तक की 108 किमी लंबी यात्रा के लिए निकल पड़े.
सुल्तानगंज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ : पटना से अजगैवीनाथ पहुंचे श्रद्धालु दिनेश कुमार ने बताया कि बाबा भोलेनाथ में बहुत आस्था है. हम लोग पटना से 3 बजे सबेरे पहुंचे है. इसके बाद यहां से जल लेकर बाबाधाम में जल चढ़ाएंगे. इसके बाद बासुकीनाथ जाएंगे.
बोल-बम के नारों से गुंजायमान : दार्जिलिंग से सुल्तानंगज पहुंची महिला श्रद्धालु ने बताया कि 'बाबा ने बुलाया है इसलिए यहां दूसरी बार आए है. यहां बहुत अच्छा लग रहा है.' एक और श्रद्धालु ने बताया कि बाबा के प्रति हमारी असीम आस्था है. बाबा हमारी मनोकामना जरूर पूरा करेंगे.
विभिन्न प्रदेशों से पहुंचे श्रद्धालु : बता दें कि इस बार दार्जिलिंग, असम, गुवाहाटी, बंगाल, नेपाल सहित कई राज्यों से कांवारियों ने सुल्तानगंज के नमामि गंगे घाट से जल लेकर बाबाधाम की यात्रा शुरू की. घाट पर जिला प्रशासन के द्वारा तमाम सुरक्षा का व्यापक इंतजाम किया गया है.
कब से कब तक चलेगा श्रावणी मेला ? : हिंदुओं के धार्मिक पंचांग के अनुसार इस बार साव के बीच में ही एक महीने का अधिकमास पड़ रहा है. ऐसे में श्रावणी मेले का पहला चरण 4 जुलाई से शुरू होकर 16 जुलाई तक चलेगा और मेले का दूसरा चरण 16 अगस्त से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगा. 17 जुलाई से 15 अगस्त तक अधिकमास या मलमास का महीना रहेगा.
बाबाधाम भगवान शंकर के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक : धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बाबाधाम भगवान शंकर के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. सावन महीने में लाखों भक्त बिहार के सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर 108 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए देवघर पहुंचकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं. देवघर में जलाभिषेक के बाद ज्यादातर श्रद्धालु दुमका स्थित बासुकीनाथधाम भी जाते हैं. अनुमान है कि दो महीने तक चलने वाले श्रावणी मेले में इस बार एक करोड़ से भी ज्यादा लोग पहुंच सकते हैं.