भागलपुर: जिले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के तरफ से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें अल्पसंख्यक समुदाय के सैकड़ों बच्चों ने भाग लिया. मुंगेर यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शाहिद रश्मि ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा देने हेतु प्रचलित नीति का आकलन किया जा रहा है.
भागलपुर के कोयला डिपो स्थित एक निजी होटल में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के तरफ से कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें नेशनल काउंसिल फॉर प्रोटेक्शन ऑफ उर्दू लैंग्वेज के कोऑर्डिनेटर रजनीकांत और इकबाल अंसारी मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. शिक्षा जगत के कई नामी गिरामी दिग्गजों ने लोगों को संबोधित किया.
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'सरकार के नीतियों के बारे में बताया जा रहा है'
डॉ. शाहिद रश्मि ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा की वर्तमान स्थिति सुनिश्चित करने के लिए बुनियादी जरूरतों को समझना पड़ेगा. प्राथमिक शिक्षा देने के लिए सरकार के विभिन्न नीतियों के बारे में सभी को बताया जा रहा है. इस कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के अंतर्गत सुविधाओं के बारे में अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों और उनके अभिभावकों को बताया गया.