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बेगूसरायः न्यू MV एक्ट ने बढ़ाई फलों की कीमत, 70 से 100 रुपये जोड़ा बिक रहे नारियल

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Published : Nov 1, 2019, 2:09 PM IST

नई परिवहन नीति ने बढ़ाई फलों की कीमत

शहर के बड़े नारियल व्यापारियों का मानना है कि सरकार की नई परिवहन नीति लागू होने के बाद टैक्स का बोझ तो बढ़ा ही है. इसके साथ ही ओवरलोडिंग भी पूरी तरह से बंद हो गई है.

बेगूसरायः महापर्व छठ को लेकर बाजार में छठ की सामग्रियों की कीमत में उछाल देखने को मिल रही है. खासकर बाहरी राज्यों से मंगवाए जाने वाले सोनपेटा और आंध्रा के नारियल बाजार में काफी महंगे बिक रहे हैं. व्यवसायी बाजार में बढ़े नारियल और फलों के दाम को लेकर नए मोटर व्हीकल एक्ट को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि टैक्स के बोझ और ओवरलोडिंग बंद होने के कारण नारियल और बाहरी फल अधिक दामों पर बेचे जा रहे हैं.

यहां से संचालित होती है नारियल मंडी
जिला मुख्यालय से 4 किलोमीटर दूर दुर्गा मंदिर चौक पर बिहार की सबसे बड़ी नारियल की मंडी वर्षों से संचालित हो रही है. छठ को लेकर सैकड़ों ट्रक नारियल यहां दूसरे राज्यों से मंगवाये जाते हैं. यहीं से बेगूसराय, खगड़िया, समस्तीपुर, मुंगेर सहित आसपास के जिलों में नारियल की सप्लाई की जाती है. जिले के फुटकर दुकानदार भी यहीं से माल खरीदकर लोगों को नारियल उपलब्ध करवाते हैं.

Begusarai
बाजार में नारियल बेचते फुटकर विक्रेता

बाहरी राज्य के नारियल काफी महंगे
राज्य में इस बार नारियल की कीमत में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है. बाजार में बिक रहे नारियल की कीमत 50 से 60 रुपये जोड़ा है. तो वहीं, दक्षिण भारत से मंगाया गया नारियल खास करके आंध्रा और सोनपेटा के इलाके से जो नारियल मंगवाए गए हैं. उसकी कीमत में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है. यह नारियल बाजार में 70 से 100 रुपये जोड़ा बेचा जा रहा है.

नई परिवहन नीति ने बढ़ाई फलों की कीमत

नई परिवहन नीति ने बढ़ाई महंगाई
शहर के बड़े नारियल व्यापारियों का मानना है कि सरकार की नई परिवहन नीति लागू होने के बाद टैक्स का बोझ तो बढ़ा ही है. इसके साथ ही ओवरलोडिंग भी पूरी तरह से बंद हो गई है. जिस वजह से नारियल की कीमत में पिछले वर्ष की तुलना में डेढ़ से दो गुना ज्यादा तेजी आई है. वहीं बीते दिनों ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के कारण भी नारियल की किल्लत हुई. जिस वजह से बाजार में नारियल ऊंचे दामों पर बिक रहा है.

Intro:एंकर- महापर्व छठ को लेकर बाजार में छठ की सामग्रियों की कीमत में उछाल देखने को मिल रहा है ।खासकर बिहार के बाहर के राज्यों से मंगवाए जाने वाले सोनपेटा और आंध्रा के नारियल काफी महंगे बिक रहे हैं। 70 से 100 रुपया जोड़ी बिकने की वजह व्यवसाई एमवी एक्ट को ठहरा रहे हैं। टैक्स के बोझ और ओवरलोडिंग बंद होने के कारण नारियल के दाम ज्यादा हो गए हैं ऐसा इस ब्यबसाय से जुड़े लोग दलील दे रहे हैं।


Body:vo- बेगूसराय जिला मुख्यालय से 4 किलोमीटर सटे लाखों दुर्गा मंदिर चौक पर बेगूसराय ही नहीं बिहार की बहुत बड़ी नारियल की मंडी वर्षों से संचालित हो रही है । छठ को लेकर सैकड़ों ट्रक नारियल यहां दूसरे राज्यों से मंगवाए जाते हैं और यहीं से बेगूसराय, खगड़िया ,समस्तीपुर ,मुंगेर सहित आसपास के जिलों में सप्लाई दी जाती है ।यानी कि फुटकर दुकानदार यहीं से खरीद कर लोगों को नारियल उपलब्ध करवाते हैं। नारियल की कीमत में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है। बिहार के नारियल की कीमत 50 से ₹60 जोड़ा है ,वही दक्षिण भारत से मंगवाए जाने वाले नारियल खास करके आंध्रा और सोनपेटा के इलाके से जो नारियल मंगवाए गए हैं उसकी कीमत में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है और ये नारियल 70-100 रुपये जोड़े बेचे जा रहे हैं।। जो बड़े नारियल व्यवसाई हैं वह मानते हैं सरकार की नई परिवहन नीति लागू होने के बाद ना सिर्फ टैक्स का बोझ बढ़ा है बल्कि ओवरलोडिंग भी पूरी तरह से बंद हो गई है जिस वजह से नारियल की कीमत में पिछले वर्ष की तुलना में डेढ़ से दो गुना ज्यादा तेजी आई है ।वही बीते दिनों ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के कारण भी नारियल की किल्लत हुई जिस वजह से बाजार में नारियल ऊंचे दामों पर बिक रहे हैं।
ईटीवी भारत की टीम ने लाखों दुर्गा मंदिर के पास नारियल की सबसे बड़ी मंडी का जायजा लिया और यह जानने की कोशिश की कि आखिर नारियल की बढ़ी कीमतों की वजह क्या है तो ज्यादातर व्यापारी इसका सारा श्रेय नए एमवी एक्ट को दे रहे हैं।
बाइट-राजू,फुटकर विक्रेता
वन टू वन विथ महेश सिंह,होलसेल विक्रेता
" " नीरज कुमार,होलसेल विक्रेता
बाइट-अवधेश,विक्रेता


Conclusion:fvo-बहरहाल जो भी हो नारियल के आसमान छूते रेट की वजह कहीं न कहीं नए परिवहन एक्ट को माना जा रहा है या यूं कहें तो परिवहन एक्ट का बहाना बनाकर छठ व्रतियों के नारियल खरीदने की मजबूरी का इस ब्यबसाय से जुड़े लोग फायदा उठाने का प्रयाश कर रहे है।
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