अररिया: जिले में लगातार हो रही बारिश ने न सिर्फ आम जन- जीवन को बल्कि फसलों को भी बेहद नुकसान पहुंचाया है. इस बार आई बाढ़ में कुल 27 हजार हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हो गई है. जिसकी कीमत 34 हजार करोड़ रुपए बताई जा रही है.
विभाग ने किसानों को दिया भरोसा
कृषि विभाग ने किसानों के नुकसान हुए फसल का मुआवजा देने के लिए सरकार से सिफारिश की है. उन्होंने कहा किसानों के खाते में पैसे भेजे जाएंगे. किसान बताते हैं कि हम हर बार बीज लगाते हैं, लेकिन बाढ़ की वजह से फसल बर्बाद हो जाती है.
खेती के लिए लगा चुके 25 से 35 हजार रुपये
किसान ने बताया कि फसलों की बुआई में अब तक 25 से 35 हजार रुपये लगा चुके हैं. लेकिन 2017 में आई बाढ़ ने हमारी पूरी फसल बर्बाद कर दी थी. किसानों का आरोप है कि सरकार से अब तक उन्हें कोई मदद नहीं मिली है.
अधिकारी नहीं ले रहे सुध
जिले में दो मंत्री आए लेकिन उन्होंने भी बाढ़ ग्रस्त इलाके का दौरा नहीं किया. किसान जब बर्बाद हुई फसल की शिकायत लेकर कृषि पदाधिकारी से मिलने गए, तो कृषि पदाधिकारी ने कहा वहां बाढ़ ही नहीं आई. ऐसे में किसानों के पच्चीस से तीस हजार रुपये बर्बाद हो गये. 6 हजार के मुआवजे का ऐलान भी हुआ. जिसमें कुछ लोगों को मिला तो कुछ आज भी आस में हैं.