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बिहार का पहला एक्सप्रेस-वे ग्रीन फील्ड होगा, जानें कहां से कहां तक बनेगी ये सड़क

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Published : Mar 7, 2021, 9:56 AM IST

Updated : Mar 7, 2021, 1:37 PM IST

बिहार का पहला एक्सप्रेस-वे पूरी तरह ग्रीन फील्ड होगा. 189 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लगभग 5000 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

first expressway of Bihar
first expressway of Bihar

पटना: बिहार में पहले एक्सप्रेस-वे के निर्माण की केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है. उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाला पहला एक्सप्रेस-वे आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे को केंद्र सरकार ने नेशनल हाईवे डी- 119 के नाम से नोटिफाइड किया है और इसकी अधिसूचना केंद्रीय सड़क और राजमार्ग मंत्रालय ने जारी भी कर दी है. 189 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे 2024 तक शुरू करने का लक्ष्य है. एक्सप्रेस-वे के लिए 1363 एकड़ जमीन की जरूरत होगी और इससे बिहार सरकार 180 दिनों में अधिग्रहण करने का लक्ष्य रखी है.

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बिहार का पहला एक्सप्रेस-वे होगा
बिहार में अभी तक एक भी एक्सप्रेसवे नहीं है. आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे की चर्चा पिछले कुछ सालों से हो रही है लेकिन अब इसके निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. केंद्र सरकार की तरफ से हरी झंडी मिल गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना को लेकर पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से बातचीत की थी. केंद्र सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है और इसे एनएच का दर्जा दे दिया है. औरंगाबाद में आमस के निकट नेशनल हाईवे 19 से एक्सप्रेस-वे शुरू होगा और यह कच्ची दरगाह होते हुए हाजीपुर के कल्याणपुर, समस्तीपुर के ताजपुर से होकर दरभंगा में बेला से होते हुए नवादा में एनएच-27 में जाकर समाप्त होगा.

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ग्रीन फील्ड होगा बिहार का पहला एक्सप्रेस-वे
बिहार का पहला एक्सप्रेस-वे पूरी तरह ग्रीन फील्ड होगा. 60 मीटर की चौड़ाई में जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा. 7 जिलों के 239 गांव में जमीन का अधिग्रहण का काम होगा. 222 राजस्व गांव में 1363 एकड़ जमीन इस एक्सप्रेस-वे के लिए अधिग्रहण किया जाएगा. भूमि अधिग्रहण के बाद एनएचएआई इस सड़क का निर्माण भी शुरू करेगा. ऐसे पूरी परियोजना चार पैकेज में पूरा होगा. पहले पैकेज में आमस से शिवरामपुर तक 55 किलोमीटर के निर्माण पर 1073.44 करोड पर खर्च होंगे, तो वही दूसरे पैकेज में शिवरामपुर से रामनगर तक 54.30 किलोमीटर के निर्माण पर 1066.64 करोड़ खर्च होगा. तीसरे पैकेज में कल्याणपुर से पाल दसारा तक 45 किलोमीटर लंबे के निर्माण पर 1150 करोड़ खर्च होंगे और चौथे पैकेज में पाल दशहारा बेल नवादा सड़क का निर्माण 44.10 किलोमीटर होगा और इस पर 1500 करोड़ खर्च होगा. इसके साथ ही रामनगर से जबलपुर 14 किलोमीटर भारतमाला परियोजना के तहत निर्माण किया जाएगा. कुल 189 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे पर लगभग 5000 करोड की राशि खर्च होगी.

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बिहार के पहले एक्सप्रेसवे की मुख्य बातें इस प्रकार से हैं

1. 189 किलोमीटर लंबा होगा आमस दरभंगा एक्सप्रेस-वे
2. चार अलग-अलग पैकेज में होगा निर्माण. कुल 5000 करोड के आसपास राशि होगी खर्च.
3. उत्तर और दक्षिण बिहार को जुड़ेगा आवागमन की सुविधा के साथ व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ेगी.
4. 1363 एकड़ जमीन अधिग्रहण करना होगा 60 मीटर की चौड़ाई में जमीन का अधिग्रहण होगा.
5. एक्सप्रेस-वे पूरी तरह ग्रीनसिल होगा.
6. 2 साल में पूरा करने का लक्ष्य.
7. आधा दर्जन जिलों से गुजरेगा यह एक्सप्रेस-वे.
8. केंद्र सरकार की ओर से नेशनल हाईवे 119 का दर्जा मिलने के बाद अब निर्माण कार्य पर जोर

2024 तक शुरू करने का लक्ष्य
बिहार सरकार ने 180 दिनों के भीतर जमीन अधिग्रहण का लक्ष्य तय किया है. 189 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे को ऐसे तो 2 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है और हर हाल में 2024 तक इसे चालू करने का लक्ष्य है. उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार को जोड़ने में आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और कई तरह की गतिविधियां तेज होगी.

Last Updated :Mar 7, 2021, 1:37 PM IST
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