पटना: नीति आयोग की रिपोर्ट (NITI Aayog Report) को आधार बनाकर विपक्ष सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर लगातार हमले कर रहा है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने भी इसे लेकर नीतीश कुमार पर तंज कसा है. इस रिपोर्ट पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU National President Lalan Singh) ने ट्वीट कर बिहार सरकार (Bihar Government) का बचाव किया है और कई सवाल भी खड़े किए हैं.
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नीति आयोग की रिपोर्ट पर ललन सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि ''विभाजन के बाद बिहार में सिर्फ बालू, आलू और लालू ही बचे थे. खजाने लूट चुके थे, व्यवस्थाएं चौपट थी. भौगोलिक स्थिति के कारण हर वर्ष आपदाओं का कहर भी है. ऐसे में गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल व गोआ जैसे संसाधनयुक्त प्रदेशों से नीति आयोग द्वारा बिहार की तुलना नाइंसाफी है.''
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वाकई में @NITIAayog ईमानदारी से बिहार में #सुशासन_के_15_साल में हुए विकास की तुलना करना चाहता है तो 1990-2005 के जंगलराज से तुलना करे, वर्तमान बिहार का विकास दर देशभर में सबसे ज्यादा ही मिलेगा।
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युवाओं को बड़े-बुजुर्गों से लालू काल की रूह कंपाने वाली कहानियां सुननी चाहिए।
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युवाओं को बड़े-बुजुर्गों से लालू काल की रूह कंपाने वाली कहानियां सुननी चाहिए।
2/2वाकई में @NITIAayog ईमानदारी से बिहार में #सुशासन_के_15_साल में हुए विकास की तुलना करना चाहता है तो 1990-2005 के जंगलराज से तुलना करे, वर्तमान बिहार का विकास दर देशभर में सबसे ज्यादा ही मिलेगा।
— Rajiv Ranjan (Lalan) Singh) (@LalanSingh_1) November 28, 2021
युवाओं को बड़े-बुजुर्गों से लालू काल की रूह कंपाने वाली कहानियां सुननी चाहिए।
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उन्होंने आगे लिखा कि ''वाकई में नीति आयोग ईमानदारी से बिहार में सुशासन के 15 साल में हुए विकास की तुलना करना चाहता है तो 1990-2005 के जंगलराज से तुलना करे, वर्तमान बिहार का विकास दर देशभर में सबसे ज्यादा ही मिलेगा. युवाओं को बड़े-बुजुर्गों से लालू काल की रूह कंपाने वाली कहानियां सुननी चाहिए.''
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बता दें कि नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार बिहार में 51.91% लोग गरीबी रेखा से नीचे है. बिहार में कुपोषित लोगों की संख्या में सबसे ज्यादा है. स्कूली शिक्षा समेत दूसरे कई इंडेक्स में भी बिहार फिसड्डी साबित हुआ है. हालांकि बिहार विकास दर के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर अव्वल है. 2020-21 में स्थिर मूल्य पर राज्य की आर्थिक विकास दर 10.5 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है. वर्तमान मूल्य पर यह दर 15.4% है.