ETV Bharat / city

'JDU ने जातिगत जनगणना को बताया जरूरी, बीजेपी की प्राथमिकता जनसंख्या नियंत्रण'

author img

By

Published : May 17, 2022, 5:12 PM IST

जातिगत जनगणना पर बीजेपी और जदयू में मतभेद
जातिगत जनगणना पर बीजेपी और जदयू में मतभेद

बिहार में जातीय जनगणना को लेकर राजनीति चरम पर है. बीजेपी को छोड़कर तमाम राजनीतिक पार्टियां इस मुद्दे पर फायदा लेने की कोशिश में पीछे नहीं है. जातीय जनगणना को लेकर एनडीए के घटक बीजेपी और जेडीयू में मतभेद (Differences between BJP and JDU over caste census) सामने आने लगे हैं. पढ़ें पूरी खबर.

पटना: बिहार में जातिगत जनगणना (Caste Census In Bihar) को लेकर सियासत जारी है भाजपा को छोड़ तमाम राजनीतिक दलों ने जातिगत जनगणना के पक्ष में आवाज बुलंद किया है. हालांकि जातिगत जनगणना पर बीजेपी के सुर (BJP on caste census) में धीमे-धीमे नरमी आ रही है लेकिन जदयू के साथ उसके मतभेद स्पष्ट दिख रहे हैं. जेडीयू के नेता जहां जातीय जनगणना को जरूरी (JDU in favor of caste census) बता रहे हैं वहीं बीजेपी के नेता अब जनसंख्या नियंत्रण को प्राथमिकता (BJP priority population control) बताने लगे हैं. इसके पक्ष में बीजेपी नेताओं के बयान अधिक आने लगे हैं. हालांकि बीजेपी के कुछ नेताओं का कहना है कि जातीय जनगणना को लेकर उनकी पार्टी के बारे में गलत और भ्रामक बातें फैलायी जा रही हैं.

ये भी पढ़ें: जातीय जनगणना पर बदले बीजेपी के सुर, बोले सुशील मोदी- 'हम कभी भी इसके विरोध में नहीं रहे'


बदल रहे बीजेपी के सुर: बिहार विधान मंडल से जनगणना को लेकर सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित किया गया था. एक बार फिर जातिगत जनगणना को लेकर राजद आक्रमक है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से भी जातिगत जनगणना को लेकर बिहार की जनता को आश्वस्त किया गया है. जातिगत जनगणना के मसले पर बीजेपी के सुर बदल रहे हैं. जदयू जातिगत जनगणना को कराए जाने के पक्ष में है तो भाजपा की प्राथमिकता अलग है. जदयू जहां बिहार में जातिगत जनगणना कराना चाहती है, वहीं बीजेपी अमीर और गरीब की जनगणना कराने के पक्ष में है. फिलहाल बीजेपी जातिगत जनगणना के बजाय जनसंख्या नियंत्रण को लेकर गंभीर दिख रही है. जातिगत जनगणना के मसले पर जदयू को बीजेपी का भरपूर साथ नहीं मिल रहा है.

जातिगत जनगणना पर बीजेपी और जदयू में मतभेद

'जातिगत जनगणना राज्य सरकार अगर कराना चाहती है तो अपने खर्च पर करा सकती है. भाजपा का मानना है कि जातिगत जनगणना से ज्यादा जरूरी कई काम हैं. मिसाल के तौर पर बाढ़ से पहले की तैयारी और कानून के जरिए जनसंख्या नियंत्रण होना चाहिए.'-अरविंद सिंह, भाजपा प्रवक्ता.

जदयू प्रवक्ता निहोरा प्रसाद यादव ने कहा है कि जातिगत जनगणना बिहार की जनता की डिमांड है. हर हाल में बिहार में जातिगत जनगणना कराया जाना चाहिए. विधान मंडल से सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित किया गया है. जातिगत जनगणना होने से ही गरीबों और दलितों के कल्याण के लिए योजनाएं बनाई जा सकेंगी. तमाम दलों को जातिगत जनगणना के पक्ष में आवाज बुलंद करना चाहिए.

जातीय जनगणना के खिलाफ नहीं है बीजेपी: सुशील मोदी ने कहा कि मैं याद कराना चाहूंगा कि बिहार विधानसभा और परिषद से दो-दो बार सर्वसम्मत से प्रस्ताव पारित हुआ है. इसमें भारतीय जनता पार्टी भी शामिल थी. अगर हम इसके विरोध में होते तो सर्वसम्मत प्रस्ताव में शामिल क्यों होते? झारखंड विधानसभा में भी सर्वसम्मत से प्रस्ताव पारित हुआ जिसमें बीजेपी शामिल थी. जब पीएम से मिलने ऑल पार्टी डेलिगेशन गया तो हमने अपनी सरकार के वरिष्ठ मंत्री जनक राम को इसमें शामिल किया. उस डेलिगेशन की मांग थी कि बिहार के अंदर जातीय जनगणना करायी जाए. अगर हम विरोध में होते तो डेलिगेशन में क्यों शामिल होते?

जातीय जनगणना पर सियासत: जातीय जनगणना पर सियासत तेज है. सीएम इसके पक्ष में बयान दे चुके हैं. जल्द ही सर्वदलीय बैठक बुलाने की बातें कही जा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा सभी दल के नेता को बुलाएंगे और अपने राज्य में कैसे किया जाए सबसे सुझाव लेंगे और फिर सब के सुझाव पर कैबिनेट से अनुमति लेकर शुरू कराएंगे.

पढ़ें- क्या RJD के प्रेशर में आयी बीजेपी? फिर क्यों कहा- 'जातीय जनगणना पर सीएम नीतीश के साथ'

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.