ETV Bharat / city

बिहार विधानसभा में अशोक स्तंभ पर 'स्वास्तिक' को लेकर विवाद, RJD ने कहा- होना चाहिए अशोक चक्र

author img

By

Published : Feb 19, 2022, 6:38 AM IST

Updated : Feb 19, 2022, 2:29 PM IST

बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह को यादगार बनाने के लिए इसकी स्मृति में स्तंभ बनवाने का निर्णय लिया गया है. इस स्तंभ के शिखर पर स्वास्तिक का चिह्न (Swastika on Ashoka Pillar in Bihar Assembly) अंकित होगा. राज्य सरकार के इस फैसले से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नाराज हैं. उनका कहना है कि स्वास्तिक की जगह इसमें अशोक चक्र होना चाहिए था.

Swastika on Ashoka Pillar in Bihar Assembly
Swastika on Ashoka Pillar in Bihar Assembly

पटना: बिहार विधानसभा के ठीक सामने परिसर में बन रहे शताब्दी स्तंभ को लेकर विवाद (Controversy over Swastika on Ashoka Pillar) शुरू हो गया है. आरजेडी ने शताब्दी स्तंभ में स्वास्तिक के प्रयोग पर नाराजगी जतायी है. उसने कहा है कि बिहार से अशोक स्तंभ को प्रतीक के रूप में हटाने की कोशिश हो रही है. सम्राट अशोक को लेकर अभी विवाद चल ही रहा है. अब विधानसभा में बन रहे शताब्दी स्तंभ को लेकर विवाद शुरू हो गया है.

शताब्दी स्तंभ का प्रतीक चिह्न बनकर तैयार हो गया है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला (Lok Sabha Speaker Om Birla) के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने भी 17 फरवरी को इसे देखा. उसी तस्वीर को लेकर आरजेडी ने ट्वीट करते हुए सीएम पर निशाना साधा है. आरजेडी के टि्वटर हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि बिहार में भी अशोक स्तंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बिहारवासियों को चुनौती दी है कि बिहार से भी अशोक स्तम्भ के प्रतीक चिह्न को हटाकर/मिटाकर जर्मनी के नाजियों का बदनाम स्वास्तिक चिह्न माथे पर लगा देंगे. नीतीश कुमार धृतराष्ट्र बनकर ऐसे ही सब देखते रहेंगे. राजद के इस बयान पर सत्तारूढ़ दल के नेता चुप्पी साधे हुए हैं.

  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बिहारवासियों को चुनौती दी है कि बिहार से भी अशोक स्तम्भ के प्रतीक चिन्हों को हटाकर/मिटाकर जर्मनी के नाजियों का बदनाम स्वास्तिक चिन्ह माथे पर लगा देंगे।

    नीतीश कुमार धृतराष्ट्र बनकर ऐसे ही सब देखते रहेंगे। pic.twitter.com/IMy9ehfKLM

    — Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) February 18, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया कि बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह की स्मृति में विधानसभा के मुख्य द्वार के सामने एक स्तम्भ बन रहा है. आजादी के बाद देश का यह प्रथम ऐसा स्तम्भ होगा जिसमें अशोक चक्र नहीं है. नीतीश सरकार ने देश की धर्मनिरपेक्ष छवि को ध्वस्त करते हुए अशोक चक्र की जगह स्वास्तिक चिन्ह लगाया है.

  • बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह की स्मृति में विधानसभा के मुख्य द्वार के सामने एक स्तम्भ बन रहा है।

    आजादी के बाद देश का यह प्रथम ऐसा स्तम्भ होगा जिसमें अशोक चक्र नहीं है। नीतीश सरकार ने देश की धर्मनिरपेक्ष छवि को ध्वस्त करते हुए अशोक चक्र की जगह स्वास्तिक चिन्ह लगाया है। pic.twitter.com/J6OxWq8lxs

    — Office of Tejashwi Yadav (@TejashwiOffice) February 18, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़ें: बिहार में विधायकों के PA को किया जा रहा है ट्रेंड, सदन के कार्यों में होगी सहूलियत

बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की कोशिश हो रही है. इसके प्रबोधन कार्यक्रम में लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, सीएम नीतीश कुमार के साथ ही बिहार के तमाम बड़े नेता शरीक हुए थे. यह समारोह भी विवादों में आ गया है. दरअसल, विवाद एक ऐसे स्तम्भ को लेकर शुरू हुआ है, जिसका निर्माण अभी होना है.

ये भी पढ़ें: बिहार विधानसभा के 'प्रबोधन कार्यक्रम' में तेजस्वी का सरकार पर निशाना, तो विजय चौधरी ने कही ये बात

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

Last Updated :Feb 19, 2022, 2:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.