CM नीतीश ने जनता दरबार में सुनी 123 लोगों की फरियाद, संबंधित विभाग को दिए कार्रवाई के निर्देश

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Published : Sep 20, 2021, 7:01 PM IST

जनता दरबार

जनता दरबार में सोमवार को सीएम नीतीश कुमार ने 123 लोगों की फरियाद सुनी. सीएम ने ऑन स्पॉट संबंधित विभागों को मामले की जांच करने का आदेश दिया.

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने सीएम सचिवालय परिसर में आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में शामिल हुए. जनता दरबार (Janta Darbar) में राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 123 लोगों की समस्याओं को सुनी. संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए.

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सोमवार को 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यकम' में सामान्य प्रशासन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग, ऊर्जा विभाग, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, जल संसाधन विभाग, उद्योग विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, योजना एवं विकास विभाग, पर्यटन विभाग, भवन निर्माण विभाग, वाणिज्य कर विभाग, सूचना एवं जन-संपर्क विभाग तथा गन्ना (उद्योग) विभाग के मामलों पर सुनवाई हुई.

जनता दरबार में आए एक शख्स ने मुख्यमंत्री से दबंग मुखिया की करतूत की शिकायत करते हुए कहा कि मुखिया द्वारा सड़क का दो-तीन इंच ढलाई हुआ है. उसके बारे में बोलने पर हमको केस में फंसाया गया है. नल-जल का काम पूरा नहीं हुआ. इसकी शिकायत पर वार्ड सदस्य एवं मुखिया के ससुर के द्वारा भी हमलोगों को झूठे मुकदमे में फंसाया गया है. वर्ष 2016 से अब तक जितना काम मनरेगा का किया गया है, सभी काम जेसीबी से हुआ है. युवक की बात सुनकर मुख्यमंत्री ने पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

गोपालगंज के अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य योगेंद्र मिश्रा ने मुख्यमंत्री से कहा कि मैं रिटायरमेंट के बाद से जनसेवा करता आ रहा हूं. गांव की भौगोलिक परिस्थिति साफ बताती है कि उसे बिहार की बजाए यूपी का अंग होना चाहिए. आपसे आग्रह है कि मेरे गांव को उत्तर प्रदेश में शामिल करा दिया जाए. मुख्यमंत्री भी इस मांग को सुनकर चौंक गए और मुस्कुराने लगे. आवेदक को संबंधित विभाग के अधिकारी के पास भेज दिया.

बगहा, पश्चिमी चंपारण के आशुतोष मणि पाठक ने कहा कि बगहा-1 प्रखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत मझौवां के अंतर्गत मेरे गांव के पास डेढ़ किमी लंबे चैनल (तिरहुत मेन कैनाल) के भर जाने से गांव में फसल बर्बाद हो जाता है और बाढ़ भी आ जाता है. वहीं हरनौत, नालंदा के श्री धनंजय कुमार ने कल्याण बिगहा बहादुर पथ के अंतर्गत द्वारिका बिगहा महाने नदी पर पुल निर्माण के संबंध में अपनी मांग रखी. मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समस्याओं के समाधान करने का निर्देश दिया.

एंकगरसराय, नालंदा के राजीव कुमार ने गेहूं अधिप्राप्ति की राशि नहीं मिलने की शिकायत की, तो वहीं मनेर, पटना के ओम प्रकाश ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिलने के संबंध में शिकायत की. मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को इस पर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

कोचस, रोहतास के अभिषेक कुमार ने राशन कार्ड बनवाने को लेकर धांधली होने की शिकायत के साथ-साथ रिश्वतखोरी कर फर्जी लोगों के राशन कार्ड बनवाए जाने की बात कही तो वहीं असरगंज, मुंगेर के विद्यानंद सिंह ने जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत अपने यहां तालाबों के जीर्णोद्धार के संबंध में शिकायत की. मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

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चौसा ग्राम पंचायत में कार्यरत एक महिला न्याय मित्र ने मुख्यमंत्री से गुहार लगायी कि मेरे ग्राम पंचायत को नगर पंचायत में तब्दील कर दिया गया है. सरकार के इस फैसले के बाद ग्राम कचहरी खत्म होने से मैं न्याय मित्र के पद पर काम नहीं कर पा रही हूं. उन्होंने मुख्यमंत्री के सामने नए सिरे से नियोजन में एडजस्ट किए जाने की मांग की. मुख्यमंत्री ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया. उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि ऐसे ग्राम पंचायत से जो अब नगर पंचायत में तब्दील हो चुके हैं और जहां ग्राम कचहरी की व्यवस्था खत्म हो चुकी है, उन जगहों पर काम करने वाले न्याय मित्रों को दूसरी जगह नियोजित करने की कार्रवाई करें.

शेखपुरा के बरबीघा से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से कहा कि उद्योग विभाग में मेरी पत्नी के नाम पर फर्जी दस्तखत करके सब्सिडी की निकासी करा ली गई है. यह बड़ा घोटाला है और तत्कालीन उद्योग मंत्री और राजद नेता की मिलीभगत से बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है. राजद नेता के बेटे के नाम पर कंपनी है, उसी ने घोटाला किया है. यह सुन मुख्यमंत्री ने तुरंत जांच के आदेश दिये.

पटना के एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से कहा कि उद्योग विभाग के अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की है. फरियादी ने आगे बताते हुए कहा कि उस समय उद्योग विभाग के मंत्री से हमने इस बात की शिकायत की तो आरोपी ने मंत्री से मिलकर मामले को रफा-दफा करा दिया. यह शिकायत सुन मुख्यमंत्री ने तुरंत उद्योग विभाग को निर्देष दिया कि इस मामले की जांच कर त्वरित कार्रवाई करें.

शेखपुरा से आये एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से शिकायत की कि पैक्स में धान बेचने के सालभर बाद भी पैसे का भुगतान नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को इस समस्या के समाधान करने का निर्देश दिया.

‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री रामप्रीत पासवान, पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी, सहकारिता मंत्री सुबाष सिंह, गन्ना उद्योग मंत्री श्री प्रमोद कुमार, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन एवं कई विभागीय मंत्री शामिल थे. इनके साथ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव भी उपस्थित थे.

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