'तोते हैं, तोतों का क्या' RJD ने CBI को घेरा, तो सुशील मोदी बोले- जल्द ही खुलासा होगा

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Published : May 20, 2022, 3:32 PM IST

लालू यादव और सुशील मोदी

रेलवे नौकरी घोटाले (land for job scam case) में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav), पत्नी राबड़ी देवी (Rabri Devi) और उनकी बेटी मीसा भारती (Misa Bharti) के खिलाफ नए मामले दर्ज करने के बाद, राष्ट्रीय जनता दल सड़क पर उतर आई है. इस बीच बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि जल्द ही बड़ा खुलासा होगा. पढ़ें पूरी खबर

पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके परिवार से जुड़े 17 ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी (cbi raids on lalu yadav premises ) के बाद सियासत तेज हो गई है. छापेमारी के बाद बीजेपी नेता सुशील (BJP Leader Sushil Kumar Modi) मोदी ने कहा है कि उनके रेल मंत्री के कार्यकाल में और भी कई घोटाले हुए जिसका कि जल्द ही खुलासा होगा. सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि लालू के मंत्रालय में काम करने का ढंग यही था नौकरी बदले में उपहार लो.

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''जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तो उन्होंने ग्रुप-डी की नौकरियों के बदले में किसी और को जमीन दान दिलवाया लेकिन 5-6 साल बाद उनसे खुद को उपहार के रूप में ले लिया. उनके (लालू प्रसाद यादव) रेल मंत्री के कार्यकाल में और भी कई घोटाले हुए जिसका कि जल्द ही खुलासा होगा. उनके मंत्रालय में काम करने का ढंग यही था नौकरी बदले में उपहार लो.'' - सुशील मोदी, बीजेपी नेता

सीबीआई 'पिंजरे का तोता' : दूसरी तरफ, आरजेडी (RJD) ने सीबीआई (CBI) की छापेमारी को बदले की कार्रवाई बताया है. आरजेडी के ट्विटर हैंडल से एक के बाद एक कई ट्वीट किए गए. आरजेडी ने सीबीआई को 'पिंजरे का तोता' बताया. आरजेडी ने ट्वीट कर लिखा- ''तोते हैं, तोते का क्या". बता दें कि 2013 में कोल फील्ड आवंटन मामलों की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्रीय जांच एजेंसी को 'पिंजरे में बंद तोता' (cbi caged parrot)) बताया था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि ''सीबीआई तोता है और इसके कई मालिक हैं. सीबीआई ऐसा तोता बन चुकी है जो अपने मालिक की बात को ही दोहराता है.''

एक अन्य ट्वीट में लिखा गया- ''तथाकथित रेलवे से सम्बंधित घोटाले में अनगिनत बार छापेमारी हुई है और मिला कुछ नहीं. 2004-09 तक लालू प्रसाद रेल मंत्री थे. आज 13 साल बाद भी अगर सीबीआई को छापा मारना पड़ रहा तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कितने घटिया स्तर की जांच एजेंसी है सीबीआई. लालू परिवार झुकने और डरने वाला नहीं है."

लालू यादव ने रेलवे को भारी मुनाफा दिया : एक अन्य ट्वीट में लिखा गया, ''जिस लालू यादव ने रेलवे को 90,000 करोड़ का मुनाफा दिया, जिस लालू ने लाखों युवाओं के लिए रेलवे में भर्ती निकाली, कुलियों को स्थाई किया, उस लालू पर 15 साल बाद छापा मरवाया जा रहा है. वहीं जिस संघ व मोदी-शाह ने रेलवे को बेच दिया, स्टेशन बेच दिए, 72000 पदों को डकार गए वो ईमानदार बन रहे है.''

लालू यादव के 17 ठिकानों पर CBI का छापा : केन्द्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) से जुड़े 17 ठिकानों पर छापेमारी (CBI Raids On 17 Places Related To Lalu) की है. बताया जा रहा है कि लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित जगहों पर ये छापेमारी की जा रही है. सीबीआई ने शुक्रवार सुबह एक साथ यह कार्रवाई शुरू की. सीबीआई ने ये कार्रवाई भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में की है.

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