बिहार बना आतंकियों के लिए महफूज ठिकाना! अब तक कई दहशतगर्दों के कनेक्शन का हो चुका खुलासा

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Published : Oct 13, 2021, 2:57 PM IST

Updated : Oct 13, 2021, 4:02 PM IST

Bihar Connection Of Terrorism

एक बार फिर बिहार से आतंकी कनेक्शन सामने आया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम की गिरफ्त में आए पाकिस्तानी आतंकी अशरफ के फर्जी पहचान पत्र का पता बिहार निकला है. जिसके बाद बिहार पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है. सवाल ये उठ रहे हैं कि आखिर आतंकियों के लिए बिहार क्यों सेफ जोन बनता जा रहा है. पढ़िए पूरी रिपोर्ट

पटना: दिल्ली स्पेशल सेल ने दिल्ली के लक्ष्मीनगर इलाके से पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद अशरफ उर्फ अली (MD Ashraf Pakistani Terrorist ) को एके-47 हथियार के साथ गिरफ्तार किया है. आतंकी मोहम्मद अशरफ का बिहार कनेक्शन (Bihar Connection Of Terrorism ) सामने आने के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय (Bihar Police Headquarters) ने किशनगंज अररिया के साथ-साथ कई सीमावर्ती जिलों को अलर्ट कर दिया है.

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मिल रही जानकारी के अनुसार दिल्ली स्पेशल सेल ने किशनगंज पुलिस से संपर्क भी साधा है. उम्मीद जताई जा रही है कि आज शाम तक दिल्ली स्पेशल सेल यहां आकर छानबीन कर सकती है. हालांकि दिल्ली से गिरफ्तार आतंकी का बिहार कनेक्शन मिलने के बाद, बिहार पुलिस मुख्यालय में हड़कंप मच गया है. मामला सेंसेटिव होने की वजह से पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.

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सवाल बिहार पुलिस की खुफिया एजेंसी पर भी उठ रहे हैं. वहीं दिल्ली से गिरफ्तार आतंकी मोहम्मद अशरफ को लेकर एनआईए भी अपने स्तर से छानबीन शुरू कर दी है. वहीं बिहार में पंचायत चुनाव के साथ-साथ 2 सीटों पर उपचुनाव होने वाला है. इस दौरान विभिन्न पॉलिटिकल पार्टी के बड़े नेताओं का दौरा है, जिसको लेकर पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है.

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पुलिस मुख्यालय के मुताबिक अशरफ अली को संरक्षण और साथ देने वाले की पहचान कर गिरफ्तार करने का आदेश किशनगंज और अररिया पुलिस को दिया गया है. आपको बता दें कि आतंकियों का बिहार कनेक्शन कोई नया नहीं रहा है. दिल्ली स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार आतंकी मोहम्मद अशरफ उर्फ अली के बारे में मिल रही जानकारी के अनुसार बिहार से फर्जी दस्तावेज के आधार पर उसने पासपोर्ट बनवाया है.

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मिली जानकारी के अनुसार अशरफ नेपाल के रास्ते भारत आया था और पिछले 15 वर्षों से अधिक समय से भारत में अलग-अलग शहरों में रह रहा था. फर्जी दस्तावेज बनाकर पासपोर्ट बनाने का यह कोई पहला मामला नहीं है. पहले भी कोलकाता के अमेरिकन सेंटर पर हुए हमले का आरोपी फरहान मलिक का पासपोर्ट कथित तौर पर बिहार के नालंदा से बना था.

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एलओसी पर चौकसी होने की वजह से कहीं ना कहीं पाकिस्तानी आतंकी बांग्लादेश और नेपाल के रास्ते बिहार में घुसकर अन्य शहरों में जाते रहे हैं. आपको बता दें कि साल 2018 में इंडियन मुजाहिदीन के मोस्ट वांटेड आतंकी अब्दुल सुभान कुरैशी भी नेपाल के रास्ते ही भारत आया था, जिसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पकड़ा था. इसने भी भारत नेपाल सीमा पर रक्सौल के रास्ते एंट्री ली थी, फिर दिल्ली पहुंचा था.

रक्षा विशेषज्ञ ललन सिंह की मानें तो बिहार से यूपी तक 1000 किलोमीटर से ज्यादा का हिस्सा नेपाल से सटा हुआ है. आतंकी भारत में घुसने के लिए कहीं ना कहीं बांग्लादेश और नेपाल का रास्ता चुन रहे हैं.

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"अर्धसैनिक बल की एसएसबी की बिहार से लेकर यूपी तक महज तीन से चार चेक पोस्ट पर कंपनियां तैनात हैं, तो वहीं नेपाल से बिहार में घुसने के बहुत सारे छोटे रास्ते भी हैं. जहां से आसानी से आतंकी घुस रहे हैं. भारत नेपाल बॉर्डर पर काफी ज्यादा चौकसी बरतने की जरूरत है."- ललन सिंह, रक्षा विशेषज्ञ

दरअसल आतंकियों का बिहार से लगातार कनेक्शन सामने आ रहा है. बिहार का सीमांचल और मिथिलांचल इलाका कहीं ना कहीं आतंकियों के छुपने के लिए सेफ जोन माना जाने लगा है. आपको बता दें कि साल 2013 में खुफिया एजेंसियों ने इंडियन मुजाहिद्दीन के मोस्ट वांटेड सरगना यासीन भटकल और असादुल्लाह उर्फ हड्डी को रक्सौल से गिरफ्तार किया था.

भटकल नेपाल के पोखरा में रहता था. वहीं लश्कर के बम मशीन अब्दुल करीम टुंडा को भारत-नेपाल सीमा से ही गिरफ्तार किया गया था. लश्कर के नेपाल चीफ मोहम्मद मदनी को भी 2009 में गिरफ्तार किया गया था. यही नहीं दरभंगा बम ब्लास्ट मामले में भी जिन चार आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है, उनका भी कनेक्शन बिहार से रहा है.

यही नहीं बिहार से आतंकियों तक हथियार भी पहुंच रहा है. हाल ही में बिहार के सारण जिले के दो भाइयों को गिरफ्तार किया गया है, जिन पर आरोप है कि बिहार से उन्होंने जम्मू कश्मीर के आतंकियों तक हथियार पहुंचाया था. साल 2006 में बेनीपट्टी से मोहम्मद कमाल की गिरफ्तारी की गई थी. साल 2008 में सलाउद्दीन को सकरी से मोहम्मद फारुख को मधवापुर, मोहम्मद मुख्तार अली खान को साल 2019 में मधुबनी से गिरफ्तार किया गया था.

मोहम्मद मदनी बेनीपट्टी का निवासी था, उसकी गिरफ्तारी की गई थी. वहीं मोहम्मद फजलुर रहमान दरभंगा के जाले से गिरफ्तार किया गया था. अब्दुल रहमान जोकि दरभंगा निवासी रहा है, उसे चेन्नई से गिरफ्तार किया गया था. इसके अलावा मुंबई सीरियल ब्लास्ट में कथित तौर पर फौजी से संबंध रखने के आरोप पर मोहम्मद रियाजुल को भी बिहार से पकड़ा गया था.

Last Updated :Oct 13, 2021, 4:02 PM IST
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