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साबइर फ्रॉड का फैलता जाल: पांच ग्रेजुएट छात्रों ने बनाया गिरोह, हर महीने करोड़ों की कमाई, अब चढ़े पुलिस के हत्थे

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Published : Feb 21, 2022, 10:30 AM IST

Cyber Crime in Bihar
Cyber Crime in Bihar

पटना में पत्रकारनगर थाने की पुलिस ने एक बड़े साइबर फ्रॉड गिरोह का पर्दाफाश (Cyber Crime in Bihar) किया है. इस गिरोह 5 ग्रेजुएट सदस्य थे. इस गिरोह की मासिक कमाई करोड़ों में थी. इन साइबर ठगों ने अपना एक पूरा सिस्टम तैयार कर लिया था. गिरोह के सभी सदस्यों की जिम्मेदारी बंटी हुई थी. ठगी की इस कमाई से गिरोह के सदस्यों ने गाड़ियां, मकान और जमीन खरीदे हैं. पढ़ें पूरी खबर.

पटना/नालंदा: राजधानी पटना के पत्रकार नगर थाने की पुलिस को बड़ी सफलता हाथ (Police Arrested Cyber Criminal in Patna) लगी है. तीन महीने में सातवीं बार एक और साइबर फ्रॉड पुलिस के हत्थे (cyber fraud gang busted in Patna) चढ़ा है. पकड़ा साइबर फ्रॉड कोई मामूली अपराधी नहीं है बल्कि वह खुद लोगों से साइबर ठगी करता था. पुलिस की गिरफ्त में आरोपित कुंदन कुमार नालंदा के बिहारशरीफ (Bihar Sharif of Nalanda) स्थित मुड़ौरा डीह का रहने वाला है. उसके पास से 33 अलग-अलग बैंकों के एटीएम कार्ड, डेबिट कार्ड, 9 पासबुक और तीन चेक बुक बरामद हुए हैं. इसके अलावा एक लाख रुपये कैश और एक मोबाइल फोन भी जब्त हुआ है.

ग्रेजुएट छात्रों ने बनाया साइबर ठगी का गिरोह
पुलिस की पूछताछ में कुंदन ने बताया कि उसने नालंदा से स्नातक तक पढ़ाई की. इसी दौरान उसने कतरीसराय के रहने वाले चंदन कुमार से 'साइबर फ्रॉड की ट्रेनिंग' (cyber fraud training) ली. उसके बाद उसी के साथ मिलकर पांच अन्य ग्रेजुएट छात्रों को जोड़ा और गिरोह बना लिया. चंदन ने इस गिरोह का केंद्र पटना के जगनपुरा स्थित एक फ्लैट में खोला और ठगी का खेल शुरू कर दिया. पुलिस जब फ्लैट में छापेमारी करने पहुंची तो वहां ताला लगा था. आज को फ्लैट तलाशी ली जायेगी और सभी सामानों को जब्त किया जायेगा. थानाध्यक्ष ने बताया कि सोमवार को ही सभी एटीएम कार्ड के अकाउंट को खंगाला जायेगा.

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गरीब लोगों का कमीशन पर अकाउंट खुलवाता था चंदन
इस गिरोह में शामिल पांचों अपराधियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गयी थी. सरगना चंदन नालंदा में अलग-अलग गांवों से गरीब लोगों का कमीशन पर खाता खुलवाता था. इसके बाद उन खातों को पटना में बैठे अपने साथियों को भेजता था. पटना में बैठे उसके शातिर साथी मोबाइल और लैपटॉप से लोगों को ठगते थे. एक सदस्य हर दिन पैसा निकासी करता था. पुलिस को पता चला कि हर साइबर शातिर के पास चार पहिया व दो पहिया वाहनों के साथ-साथ जमीन, मकान व अकाउंट में लाखों रुपये हैं. चंदन अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.

शनिवार को पत्रकार नगर थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती अपने साथी पुलिसवालों के साथ गश्ती पर निकले थे. शाम साढ़े छह बजे के करीब केंद्रीय विद्यालय मोड़ स्थित एचडीएफसी बैंक के पास एक संदिग्ध व्यक्ति उन्हें दिखा. पीठ पर बैग टांगे वह व्यक्ति पुलिस को देखकर गली में घुस गया और भागने लगा. यह देख सिपाही व थानाध्यक्ष गाड़ी से उतर दौड़े पड़े और उसे पकड़ लिया. तलाशी के दौरान उसके पैकेट से दो एटीएम कार्ड बरामद किया. बैग से 31 एटीएम कार्ड, चेक बुक और पासबुक मिले. एक लाख रुपये कैश भी बरामद हुआ. साइबर फ्रॉड कुंदन हर महीने एक करोड़ रुपये से अधिक साइबर फ्रॉड करता था. इसके बाद उस पैसे से जमीन व अन्य सामान खरीदता था.

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जब्त होगी साइबर अपराधियों की संपत्ति
राज्य में साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए अब व्यापक स्तर पर पहल शुरू की गयी है. इन अपराधियों की अवैध संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई जल्द शुरू की जायेगी. सभी साइबर अपराधियों खासकर बड़े अपराधियों की सूची तैयार कर इनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए इडी (प्रवर्तन निदेशालय) और आयकर विभाग को संपत्ति जब्ती से संबंधित आगे की कार्रवाई करने के लिए सौंप दी जायेगी. इस मामले को लेकर आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने सभी जिलों को आदेश दिया कि वे साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाये.

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