पटनाः आतंकी मॉड्यूल का पटना के बाद अब मुजफ्फरपुर से तार जुड़ गया (One Suspected In Muzaffarpur Connected in Terror Mission 2047) है. जिला के एक शख्स का नाम सामने आया है, जिस पर संदिग्ध संगठन पीएफआई के साथ ताल्लुक रखने की बात आई है. मामले की जांच NIA कर रही है. आपको बता दें कि बिहार पुलिस ने एक FIR दर्ज की है जिसके मुताबिक 11 जुलाई को पटना फुलवारी शरीफ में कुछ संदिध एक सीक्रेट मीटिंग हुई थी. मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे में गड़बड़ी करना चाहते थे. पीएम के दौरे में गड़बड़ी करने के लिए 15 दिन से फुलवारी शरीफ में ट्रेनिंग भी दी जा रही थी. जिसके बाद पटना पुलिस 2 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ के बाद उनके ठिकानों की तलाशी ली तो एक पूरा दस्तावेज बरामद हुआ था और जिसमें मिशन 2047 की बात कही गई थी.
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बरियारपुर ओपी के गौरिहार गांव का निवासीः बता दें कि राजधानी पटना के बाद मामला बिहार के जिला मुजफ्फरपुर से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है. पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर जिले के बरियारपुर ओपी के गौरिहार गांव का रहने वाला मजहरुल इस्लाम का नाम सामने आया है. आतंकी संगठन और उससे जुड़े हुए संदिग्ध गतिविधि में शामिल होने की जानकारी है. इसको लेकर पुलिस और एटीएस भी मामले में जांच कर रही है और पता कर रही हैं. कई मदरसा में बतौर शिक्षक कार्य करने वाले आरोपी मो. मजहरुल इस्लाम की भूमिका भी संदिग्ध है.
पुलिस जांच में जुटीः पुलिस परिजन और स्थानीय लोगों से दर्ज एफआईआर के आधार पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की जानकारी जुटा रही है. परिजन ने बताया है कि मदरसा में बस शिक्षण का कार्य करते हैं और उनका स्वभाव बेहतर है और ऐसे में किसी भी सूरत में गड़बड़ी करने की कोई हरकत में शामिल नहीं है.
"उनका बेटा कभी-कभी आता है और कैसे आता-जाता यह पता नहीं है. इसकी जानकारी भी नहीं होती है, वह क्या करता है और कहां काम करता है. यह भी जानकारी नहीं है. बस इस बार बकरीद में आया था और फिर चला गया और फिर नहीं आया."- आरोपी मजहरुल इस्लाम की मां
सिमी के रूप में PFI कर रहा काम: आपको बता दें कि पुलिस के अनुसार सिमी के पूर्व सदस्यों के सहारे यह नया संगठन बन रहा था. इसमें पीएफआई और एसडीपीआई से जुड़े लोग शामिल थे. यह नेटवर्क भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के लिए मिशन 2047 के झंडे पर काम कर रहा था. इसके लिए नेटवर्क ने अपना ठिकाना पटना को बनाया था. एफआईआर में जिन 26 लोगों का नाम जुड़ा है उनमें से 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. बाकी की गिरफ्तारी के लिए एनआईए और पटना पुलिस प्रयासरत है. मिल रही जानकारी के अनुसार भारत में सिमी पर प्रतिबंध लगने के बाद PFI सिमी के रूप में काम कर रही है.
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