औरंगाबाद/सारण/जमुई: बिहार के पूर्व सीएम तथा हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi) के ब्राह्मणों को लेकर दिये गये बयान (Manjhi Controversial Statement on Brahmins) से नाराजगी बढ़ती जा रही है. इस बयान की कड़ी निंदा हो रही है. कई दलों के नेताओं ने माफी मांगने को कहा है. इसके साथ ही उनके खिलाफ विभिन्न जिलों में मामले दर्ज हो रहे हैं. विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.
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राजधानी पटना, गोपालगंज, बेतिया के बाद छपरा और जमुई में भी उनके खिलाफ परिवाद दायर किया गया है. औरंगाबाद में भी विराट ब्राह्मण एकता परिषद द्वारा शहर में आक्रोश मार्च निकाला गया. पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. शहर के महाकाल मंदिर के समीप से आक्रोश मार्च निकाला गया. रमेश चौक पर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया गया.
छपरा में अखिल भारतीय सारण जिला ब्राह्मण महासभा के जिला अध्यक्ष विवेकानंद तिवारी ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कोर्ट में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जितना राम मांझी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्यनारायण पूजा के खिलाफ जीतन राम मांझी के बयान का हिंदू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है. इसके अलावा उन्होंने ब्राह्मण समुदाय के लिए अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया. मांझी का बयान राष्ट्रीय एकता को खंडित करने एवं भारतीय संबिधान के मूल सिद्धान्तों तोड़ने वाला है.
जमुई में भी मांझी के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. ब्राम्हण महासभा जिलाध्यक्ष गोपाल शरण पांडेय ने कहा कि मांझी ने अपने बयान से ब्राह्मणों का अपमान किया है. इससे ब्राह्मण समाज काफी मर्माहत है.
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