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'मन की बात' में पीएम मोदी ने बापू को किया याद, चुनावी राज्यों का भी किया जिक्र

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Published : Jan 30, 2022, 11:43 AM IST

Updated : Jan 30, 2022, 1:42 PM IST

2022 के पहले 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक तरफ जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद किया, वहीं दूसरी ओर उन्होंने चुनावी राज्यों का भी जिक्र किया. उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर लोगों को उनके कर्तव्यों की याद दिलाई. उन्होंने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव पर मुझे एक करोड़ से ज्यादा बच्चों ने अपने 'मन की बात' पोस्टकार्ड के जरिए लिखकर भेजी है. और क्या कुछ कहा पीएम मोदी ने, पढे़ं पूरी खबर.

पीएम मोदी
पीएम मोदी

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (रविवार) 'मन की बात' की. उन्होंने 'मन की बात' में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसलिए आज का कार्यक्रम 11.30 बजे शुरू हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला करता है, ऐसे में हमें अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए. क्योंकि जहां कर्तव्य सर्वोपरि होता है वहां भ्रष्टाचार नहीं रह सकता.

पीएम ने जाट राजा महेंद्र प्रताप का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि महेंद्र प्रताप ने तकनीकी स्कूल की स्थापना के लिए अपना घर ही सौंप दिया था. उन्होंने अलीगढ़ और मथुरा में शिक्षा केंद्रों के निर्माण के लिए आर्थिक मदद की थी. पीएम ने उत्तराखंड और मणिपुर का भी जिक्र किया. पीएम ने कहा कि उत्तराखंड की बसंती देवी को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है. उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी संघर्षों में ही खपा दिया. मणिपुर की लौरेंबम का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने अपने राज्य की लीबा टेक्सटाइल पर बहुत काम किया है. उन्हें भी पद्मश्री से सम्मानित किया गया है.

पीएम मोदी ने कहा कि देश तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला करता है. उससे मुक्ति के लिए इंतजार क्यों करें. यह काम हम सभी देशवासियों को आज की युवा पीढ़ी को मिलकर करना है, जल्द से जल्द करना है. इसके लिए बहुत जरूरी है कि हम अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता दें. जहां कर्तव्य निभाने का एहसास होता है, कर्तव्य सर्वोपरि होता है, वहां भ्रष्टाचार भी नहीं रह सकता.

बापू की शिक्षाओं की याद दिलाता है आज का दिन: मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे पूज्य बापू की पुण्यति​​थि है, 30 जनवरी का ये दिन हमें बापू की शिक्षाओं की याद दिलाता है. अभी कुछ दिन पहले हमने गणतंत्र दिवस भी मनाया, दिल्ली में राजपथ पर हमने देश के शौर्य और सामर्थ्य की जो झांकी देखी उसने सबको गर्व और उत्साह से भर दिया है. हमने देखा कि इंडिया गेट के समीप अमर जवान ज्योति और पास में ही राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर प्रज्जवलित ज्योति को एक किया गया. इस भावुक अवसर पर कितने ही देशवासियों और शहीद परिवारों की आंखों में आंसू थे. इंडिया गेट पर नेताजी की ​​डिजिटल प्रतिमा स्थापित की गई है. इसका देश ने जिस प्रकार से स्वागत किया, हर देशवासी ने जिस प्रकार की भावनाएं प्रकट कीं, उसे हम कभी भूल नहीं सकते हैं.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में देश इन प्रयासों के जरिए अपने राष्ट्रीय प्रतीकों को पुन: प्रतिष्ठित कर रहा है. अमृत महोत्सव के आयोजनों के बीच देश में कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पुरस्कार दिए गए. इनमें से एक है प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार. ये पुरस्कार उन बच्चों को मिले जिन्होंने छोटी-सी उम्र में साहसिक और प्रेरणादायी काम किए हैं. हमें अपने घरों में इन बच्चों के बारे में बताना चाहिए. देश में अभी पद्म सम्मान की घोषणा हुई है. पद्म पुरस्कार पाने वालों में कई ऐसे नाम भी हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. ये हमारे देश के अनसंग हीरोज हैं, जिन्होंने साधारण परिस्थितियों में असाधारण काम किए हैं.

एक करोड़ से अधिक बच्चों ने पोस्टकार्ड के जरिए कही मन की बात

उन्होंने ने बताया कि अमृत महोत्सव पर आप सब साथी मुझे ढेरों पत्र और संदेश भेजते हैं, कई सुझाव भी देते हैं. इसी श्रृंखला में कुछ ऐसा हुआ है,जो मेरे लिए अविस्मरणीय है. मुझे एक करोड़ से ज्यादा बच्चों ने अपने मन की बात पोस्टकार्ड के जरिए लिखकर भेजी है. भारत की आजादी के अमृत महोत्सव का उत्साह केवल हमारे देश में ही नहीं है. मुझे भारत के मित्र देश क्रोएशिया से भी 75 पोस्टकार्ड मिले हैं.

प्रकृति से प्रेम हमारी संस्कृति, सहज स्वभाव भी: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि प्रकृति से प्रेम और हर जीवन के लिए करुणा हमारी संस्कृति भी है और सहज स्वभाव भी. हमारे इन्हीं संस्कारों की झलक अभी हाल ही में तब दिखी जब मध्य प्रदेश के पेंच टाइगर रिजर्व में एक बाघिन ने दुनिया को अलविदा कर दिया. इस बाघिन को लोग कॉलर वाली बाघिन कहते थे. वन विभाग ने इसे टी-15 नाम दिया था. इस बाघिन की मृत्यु ने लोगों को इतना भावुक कर दिया, जैसे उनका कोई अपना दुनिया छोड़ गया हो. लोगों ने बकायदा उसका अंतिम संस्कार किया और उसे पूरे सम्मान और स्नेह के साथ विदाई दी.

प्रधानमंत्री ने असम में गेंडों के शिकार पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि असम की विश्व प्रसिद्ध हथकरघा पर बुनी गई मूंगा और एरी की पोशाकों में गैंड़ों की आकृति दिखाई देती है. असम की संस्कृति में जिस गैंडे की इतनी बड़ी महिमा है, उसे भी संकटों का सामना करना पड़ता था. वर्ष 2013 में 37 और 2014 में 32 गैंडों को तस्करों ने मार डाला था. पिछले सात वर्षों में असम सरकार के विशेष प्रयासों से गैंडों ​के शिकार के खिलाफ बहुत बड़ा अभियान चलाया गया. अब असम में गैंडों के शिकार में लगातार कमी आ रही है. जहां 2013 में 37 गैंडे मारे गए थे, वहीं 2020 में दो और 2021 में सिर्फ एक गैंडे के शिकार का मामला सामने आया है. वहीं, पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अंगरक्षक बेड़े में शामिल राजशी घोड़े विराट का जिक्र करते हुए कहा कि हम हर चेतन जीव से प्रेम का संबंध बना लेते हैं. ऐसा ही एक दृश्य हमें इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में भी देखने को मिला. इस परेड में राष्ट्रपति के अंगरक्षक बेड़े के चार्जर घोड़े विराट ने अपनी आखिरी परेड में हिस्सा लिया.

लद्दाख में बनेगा ओपन सिंथेटिक ट्रैक और एस्ट्रो टर्फ फुटबॉल स्टेडियम

लद्दाख को जल्द शानदार ओपन सिंथेटिक ट्रैक और एस्ट्रो टर्फ फुटबॉल स्टेडियम की सौगात ​मिलने वाली है. ये स्टेडियम 10 हज़ार फीट से अधिक की ऊंचाई पर बन रहा और इसका निर्माण जल्द पूरा होने वाला है. यह लद्दाख का सबसे बड़ा ओपन स्टेडियम होगा जहां 30 हज़ार दर्शक एक साथ बैठ सकेंगे.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'मन की बात' कार्यक्रम (Mann Ki Baat Of PM Narendra Modi) हर महीने के अंतिम रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे प्रसारित होता है. लेकिन आज (30 जनवरी) इस कार्यक्रम के प्रसारण में आधे घंटे की देरी से शुरू हुई है. इस महीने पीएम मोदी का 'मन की बात' संबोधन (PM Modi Mann Ki Baat address) पूर्वाह्न 11 बजे के बजाय पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे से प्रसारित किया जा रहा है. इससे पहले उन्होंने महात्मा गांधी को स्मरण (PM Modi will remember Mahatma Gandhi) किया.

Last Updated : Jan 30, 2022, 1:42 PM IST
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