विदिशा। सराफा व्यापारियों ने चुनाव बहिष्कार करने की चेतावनी देते हुए कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है. व्यापारियों का आरोप है कि लोकसभा चुनाव को लेकर की जा रही जांच में व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है. बीते दिन चेकिंग के दौरान एसएसटी की टीम ने एक व्यापारी को रोका था. व्यापारी के पास सभी दस्तावेज थे लेकिन उसे परेशान किया गया. व्यापारियों को दोबारा परेशान करने पर चुनाव बहिष्कार करने की बात कही गई है.
कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष और पदाधिकारियों ने सराफा व्यापारियों के साथ मिलकर कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य को लिखित ज्ञापन सौंपा गया है. ज्ञापन में 19 अप्रैल को एसएसटी पॉइंट पर व्यापारियों को परेशान करने के मामले में आपत्ति जताई है. वहीं हाट बाजारों में किसी व्यापरी को परेशान नहीं करने की मांग की है. व्यापारियों ने कहा कि यदि फिर किसी व्यापारी को परेशान किया गया तो जिले के सभी व्यापारी अपने परिवार सहित चुनाव का बहिष्कार करेंगे.
चुनाव को लेकर वाहनों की जांच
लोकसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग द्वारा निष्पक्ष चुनाव कराने के निर्देश दिए गए है. चुनाव में किसी भी तरह की खरीद फरोख्त को रोकने के लिए वाहनों की चेकिंग की जा रहा है. इसके लिए प्रदेशभर में बॉर्डर चेकिंग पॉइंट बनाए गए हैं. इन्हीं चेक पॉइंट्स पर एफएसटी और एसएसटी की टीमों द्वारा वाहनों की लगातार जांच पड़ताल भी की जा रही है. इसी दौरान शुक्रवार देर रात विदिशा भोपाल रोड स्थित भंडारी पैलेस के सामने बने चेकिंग पॉइंट पर एसएसटी की टीम ने कार्रवाई करते हुए एक कार से सोना चांदी सहित नगदी रु जब्त किए थे.
व्यापारियों के पास मौजूद थे सभी डाक्यूमेंट
व्यापारियों ने ज्ञापन देते हुए बताया कहा, 'पुलिस, प्रशासन और आयकर विभाग बिना किसी वजह के व्यापारियों को परेशान कर रही है. व्यापारियों ने कहा कि जिन तीन व्यापारियों के पास से सोना और चांदी पकड़ा गया उनके पास खरीदी के सारे डॉक्यूमेंट मौके पर मौजूद थे. इसके बावजूद व्यापारियों को घंटों तक परेशान किया गया. वे व्यापारी पिछले 40-50 सालों से हाट बाजार में अपना व्यवसाय कर रहें हैं लेकिन प्रशासन आचार संहिता के नाम पर उनको चोर साबित करने पर उतारू था.'
ये भी पढ़ें: विदिशा में चेकिंग के दौरान मिले गहने व नगदी, रसीद दिखाने के बाद भी जब्ती से भड़के व्यापारी डिजिटल हो रहा प्रचार, व्यापारी निराश, चंबल में प्रत्याशियों ने प्रचार सामग्री से क्यों बनायी दूरी |
प्रोटोकॉल के तहत व्यापारियों को रोका गया
कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य ने इस मामले को लेकर कहा, " चुनाव को लेकर एक नॉर्म बनाया गया है. वहां जो चेकिंग के लिए अधिकारी खड़ा है उसका एक प्रोटोकॉल है. यदि एक निश्चित अमाउंट के ऊपर की संपत्ति या नगदी चेकिंग के दौरान मिले, तो इनकम टैक्स को सूचित करना होता है. इसलिए व्यापारियों को रोका गया. इनके पास सारे दस्तावेज जो हैं, उन्हें इनकम टैक्स को दिखा देना है. उसके बाद किसी को कोई परेशानी नहीं होगी."