सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के तहत धौला कुआं-बायला सड़क अब चकाचक होगी. लोक निर्माण विभाग ने इस सड़क के जीर्णोद्वार का काम शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के फेज-3 के तहत इस सड़क के लिए 14 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत हो चुकी है. 15.800 किलोमीटर लंबी इस सड़क की हालत सुधरने से क्षेत्र में स्थित उद्योगों सहित लोगों, पर्यटकों को राहत मिल सकेगी, जिन्हें काफी समय से सड़क की खस्ताहाली के कारण खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
क्यों है ये सड़क महत्वपूर्ण?
दरअसल यह सड़क काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है, जो गुरु की नगरी पांवटा साहिब और श्री रेणुका जी तीर्थ स्थल को आपस में जोड़ती है. बता दें कि पांवटा साहिब में विश्व प्रसिद्ध गुरुद्वारा है और इस नगर की नींव श्री गुरु गोबिंद सिंह जी रखी थी. वहीं, श्री रेणुका जी तीर्थ उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक एवं पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है. यहां प्रदेश की सबसे बड़ी प्राकृतिक झील के रूप में भगवान परशुराम की माता श्री रेणुका जी नारी देह के आकार में मौजूद है. यहां हर वर्ष भगवान परशुराम अपनी माता से मिलने के लिए आते हैं और मां-बेटे के इस मिलन के उपलक्ष्य में अंतरराष्ट्रीय मेला श्री रेणुका जी का आयोजन होता है. इस बार यह मेला 11 नवंबर से शुरू हो रहा है. ऐसे में जिला सिरमौर में स्थिति यह दोनों ही स्थल काफी महत्वपूर्ण है.
बता दें कि धौला कुआं-बायला सड़क नेशनल हाईवे-07 से धौला कुआं से खम्बानगर, बायला, बिरला, तिरमली, ददाहू व श्री रेणुका जी तीर्थ को जोड़ती है. वहीं, गुरु की नगरी पांवटा साहिब से रेणुका जी तक पहुंचने के लिए भी यह सड़क शॉर्टकट मार्ग है. जिला के धारटीधार क्षेत्र की दर्जनों पंचायतों के लोग भी इस सड़क से सीधे तौर पर लाभान्वित होते हैं. लिहाजा सड़क के चकाचक होने से लोगों को बड़ा लाभ मिल सकेगा.
वर्तमान में इस सड़क की हालत ठीक नहीं
वर्तमान में इस सड़क की हालत ठीक नहीं है. कई जगहों पर यह सड़क गड्ढों में तबदील हो चुकी है. इसके चलते वाहन चालकों के साथ-साथ यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हादसे का भी खतरा भी बना रहता है. धौला कुआं के पास इस सड़क के किनारे कई उद्योग भी हैं. लिहाजा इस सड़क पर आवाजाही भी काफी है, लेकिन सड़क पर धूल और मिट्टी के कारण लोगों को ही नहीं स्थानीय ग्रामीणों को भी दिक्कतें उठानी पड़ रही है. सड़क की दयनीय हो रही हालत को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने इसकी डीपीआर तैयार कर सरकार को भेजी. लिहाजा अब इस सड़क के दिन फिरने वाले हैं और लोक निर्माण विभाग ने इसका कार्य भी शुरू कर दिया है.
तंग जगहों का किया जाएगा चौड़ा
दरअसल धौला कुआं से बायला तक इस सड़क पर टारिंग की जाएगी. वहीं, तंग जगहों को भी और चौड़ा किया जाएगा. विभाग द्वारा इसके टेंडर लगाए जा चुके हैं. संबंधित ठेकेदार ने बायला से इस सड़क का कार्य शुरू भी कर दिया है. सड़क को अभी चौड़ा किया जा रहा है. जगह-जगह डंगे लगाए जा रहे हैं. सड़क की गली कटिंग होगी. मोड़ खत्म किए जाएंगे. पानी निकासी नालियों के साथ-साथ पुलियों का भी निर्माण कार्य किया जा रहा है. अन्य भी कई कार्य इस सड़क के जीर्णोंद्धार के होंगे. इसके बाद सड़क को पक्का करने का काम शुरू होगा.
लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन डीएस तोमर ने बताया, "सड़क की मरम्मत का कार्य शुरू हो चुका है. सड़क निर्माण में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. अगले 5 वर्षों तक सड़क के रखरखाव की जिम्मेदारी संबंधित ठेकेदार की ही होगी. विभाग इसमें पूरी पारदर्शिता बरत रहा है. इस सड़क का मरम्मत कार्य पूरा होते ही लोगों को बड़ा लाभ होगा."