बरेली : मथुरा के वृंदावन की रहने वाली तीन तलाक पीड़िता ने अपने प्यार को हासिल करने के लिए मजहब की दीवार तोड़ दी. उसने प्रेमी से शादी के लिए इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया. इसके बाद रुबीना से प्रीति बनकर अपने प्रेमी के साथ बरेली के एक आश्रम में सात फेरे ले लिए. दोनों की दोस्ती इंस्टाग्राम पर हुई थी. इसके बाद दोनों में बातों का सिलसिला शुरू हुआ. इसके बाद दोनों ने पूरा जीवन साथ बिताने का निर्णय ले लिया.
मथुरा के वृंदावन इलाके की रहने वाली मुस्लिम समाज की रुबीना का निकाह हो चुका था. रुबीना ने बताया कि उसके 6 और 3 साल के दो बेटे हैं. पति उनका उत्पीड़न कर रहा था. लगभग 6 माह पहले उसके पति ने उसे तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया. इस दौरान इंस्टग्राम के जरिए वह बदायूं के रहने वाले प्रमोद कश्यप के के संपर्क में आ गई. इसके बाद दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया.
इसके बाद दोनों ने एक होने का फैसला कर लिया, लेकिन उनके रास्ते में मजहब की दीवार खड़ी थी. प्रमोद ने बताया कि काफी विचार के बाद रुबीना ने हिंदू धर्म अपना कर उससे शादी का फैसला किया. इसके बाद हम लोग बुधवार को बरेली के अगस्त मुनि आश्रम में पहुंच गए. वहां रुबीना ने विधि-विधान से हिंदू धर्म स्वीकार किया. इसके बाद वह रुबीना से प्रीति बन गई. इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई और सात फेरे भी लिए.
प्रीति ने बताया कि उसे शुरू से हिंदू धर्म में आस्था थी. उसे यह धर्म अच्छा लगता है. उसने करीब 15 दिन पहले ही अपना घर छोड़ दिया. अब वह अपने पति के साथ रहेगी. दोनों एक-दूसरे को बहुत प्यार करते हैं.
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