लखनऊ: Health Department Transfer Scam: कोरोना काल और उसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादला घोटाले को लेकर चर्चा में आए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमित मोहन प्रसाद 31 मार्च यानी रविवार को सेवानिवृत हो गए. उनके साथ IAS कल्पना अवस्थी भी रिटायर हुई हैं.
एक ओर जहां उत्तर प्रदेश की तारीफ कोरोनाकाल में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था करने के लिए हुई थी तो वहीं दूसरी ओर अनेक तरह की अव्यवस्थाओं पर भी सवाल उठाए गए थे. जिसको लेकर तात्कालिक अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद खासे चर्चा में आ गए थे.
कोरोना की लहर समाप्त हुई और उसके बाद में साल 2022 में जिस तरह से स्वास्थ्य महकमें में चिकित्सकों के तबादले हुए, उसने किरकिरी करा दी थी. मामले की जांच की गई, जिसको लेकर अमित मोहन प्रसाद ब्यूरोक्रेसी के गलियारों में मशहूर हो गए थे. आखिरकार लंबे समय बाद उनका स्वास्थ्य महकमें से हटा दिया गया था. इसके बाद में यह प्रकरण शांत हुआ था.
IAS अमित मोहन प्रसाद 1989 और IAS कल्पना अवस्थी 1990 बैच की थीं. जिन्होंने मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र से उनके कार्यालय में मुलाकात की. IAS दुर्गा शंकर मिश्रा मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश लोक भवन में इन अधिकारियों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी. कहा कि उन्हें सामाजिक जीवन में सक्रिय रहना चाहिए और अपने समाज के कर्तव्य के प्रति जागरूक होना चाहिए.
दोनों प्रथम मुख्य सचिव महत्वपूर्ण पदों से रिटायर हुए हैं. दोनों के पदों पर अब वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को लगाया जाएगा, जिससे ब्यूरोक्रेसी में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं. मगर इन बदलाव के लिए चुनाव आयोग से अनुमति लेनी होगी.
चुनाव आचार संहिता के दौरान किसी भी तरह के तबादले को लेकर चुनाव आयोग की मर्जी चलती है. बिना चुनाव आयोग के इजाजत कोई तबादला नहीं किया जा सकता. इसलिए दोनों अधिकारियों की जगह दूसरे अधिकारियों को तैनात करने के लिए भी आयोग से अनुमति लेनी होगी.
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