लखनऊ : राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से बीते मंगलवार को फरार हुए 30 तस्करों का लखनऊ एयरपोर्ट से निकलते हुए सीसीटीवी फुटेज वायरल हो गया है. सीसीटीवी फुटेज को देखने से स्पष्ट होता है कि इन तस्करों को सीआईएसफ के जवानों के द्वारा रोकने का कोई प्रयास नहीं किया गया. हालांकि एक सुरक्षाकर्मी ने एक दो लोगों को रोकने की कोशिश की, लेकिन सभी संदिग्ध तस्कर अपने बीमार साथी को लेकर आराम से बाहर निकल गए. वहीं कस्टम अधिकारियों ने सरोजनीनगर थाने में तहरीर में तस्कर आरोपियों के बलपूर्वक भगाने की बात कही है. पुलिस का कहना है कि अभी तक एयरपोर्ट अथाॅरिटी की ओर से उन्हें कोई सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नहीं कराया गया है.
बता दें, लखनऊ एयरपोर्ट पर बीते एक अप्रैल को शारजाह से फ्लाइट 6 ई- 1424 अमौसी एयरपोर्ट पहुंची थी. कस्टम विभाग की टीम ने इससे आए 36 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया था. इनके पास से कस्टम विभाग में लगभग तीन करोड़ 12 लख रुपये की सिगरेट बरामद की थी. कुछ के पेट में सोना होने की जानकारी सामने आई थी. दो अप्रैल की शाम इनमें से 30 तस्कर भाग गए थे. मामले में कस्टम विभाग ने सरोजनीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. अब सामने आए सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि एक तस्कर ने बीमार होने का बहाना बनाया था. इसके बाद साथियों ने उसे उठाया और सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए एयरपोर्ट से निकल गए. इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने रोकने का प्रयास भी नहीं किया. उधर, एफआईआर में दावा किया गया था कि सुरक्षाकर्मियों ने तस्करों को रोकने की कोशिश तो वे बलपूर्वक वहां से चले गए.
फुटेज में दिखा एक जवान ने किया किनारा
सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि जब तस्कर अपने साथी को उठाकर बाहर निकले तो एक सुरक्षाकर्मी उनके सामने आया, फिर वह किनारे हो गया. दूसरा सुरक्षाकर्मी इनके पीछे-पीछे आराम से जाता दिखाई दिया. एफआईआर में किए दावे के अनुसार अगर तस्कर बलपूर्वक भाग रहे थे तो कस्टम के अफसरों से लेकर सुरक्षाकर्मी इतने आराम से कैसे थे. तस्करों को पकड़ा क्यों नहीं? कस्टम अफसरों की कहानी पर अब सीधे सवाल उठ रहे हैं. एडीसीपी दक्षिणी शशांक सिंह ने बताया कि उन्हें अभी तक एयरपोर्ट से कोई भी सीसीटीवी फुटेज नहीं मिला है. तस्करों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई गई है. जल्द ही तस्करों को गिरफ्तार किया जाएगा.