धौलपुर. बाड़ी पंचायत समिति में करोड़ों के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. शिकायतकर्ता परिवादी ने राज्य सरकार को शिकायत प्रेषित कर केंद्र सरकार की योजना स्वच्छ भारत मिशन अभियान समेत तमाम योजनाओं में करोड़ों के घपले के आरोप लगाए हैं. वहीं, राज्य की भजनलाल सरकार ने इस मामले को संज्ञान में लिया. इसके बाद मंगलवार को 10 सदस्य टीम को बाड़ी पंचायत समिति भेजा गया. जांच टीम ने पंचायत समिति के सभी रिकार्ड जब्त कर लिए हैं और जांच की कार्रवाई शुरू कर दी है. अचानक पहुंची जांच टीम से पंचायत समिति कार्यालय में खलबली मच गई.
जांच टीम के प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि बाड़ी पंचायत समिति में केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत आवंटित राशि में विकास अधिकारी ने अन्य मदो में चहेते ठेकेदारों को नियम विरुद्ध भुगतान किया है. इसकी शिकायत मिली थी. साथ ही पंचायत समिति मद से कराए गए विकास कार्यों में अधिकांश कार्य धरातल पर नहीं किए गए हैं और पंचायत समिति क्षेत्र में जो जल ग्रहण ढांचे बनाए गए हैं वो पहले वन विभाग द्वारा निर्मित किए गए थे. उक्त मामलों को लेकर जो शिकायत की गई है, उस शिकायत के आधार पर शासन उपसचिव पंचायत राज विभाग जयपुर ने जिला परिषद को निर्देश दिया था.
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ऐसे में उक्त मामलों की जांच को लेकर पंचायत राज विभाग के मंत्री द्वारा उसकी रिपोर्ट मांगी गई है. इस पर जिला परिषद सीओ सुदर्शन सिंह तोमर के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम का गठन किया, जिसने मंगलवार से जांच शुरू कर दी है. हालांकि, इस जांच को लेकर एक दिन का ही समय दिया गया है, लेकिन जांच कम से कम दो से तीन दिन में पूरी हो पाएगी. जांच अधिकारी ने बताया कि पंचायत समिति के सभी रिकार्ड को जब्त कर लिया गया है.
कर्मचारियों में मची खलबली : भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने जैसे ही 10 सदस्य टीम पहुंची, वैसे ही पंचायत समिति के कर्मचारियों में खलबली मच गई. कुछ कर्मचारी अपनी टेबलों को छोड़कर कार्यालय से बाहर चले गए. पंचायत समिति में भ्रष्टाचार के मामलों की आवाज शुरू से उठ रही थी. कई बार स्थानीय लोगों ने भी जिला प्रशासन से शिकायत की थी.