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छात्रसंघ अध्यक्ष से शुरू हुई पॉलिटिकल जर्नी, केवल दो बार मिली चुनावी जीत, 34 साल के 'साथी' पर फिर कांग्रेस का भरोसा - Pradeep Tamta Political KYC

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Mar 30, 2024, 6:06 PM IST

Updated : Mar 30, 2024, 8:02 PM IST

Pradeep Tamta Political KYC, Pradeep Tamta Biography प्रदीप टम्टा ने अपने पॉलिटिकल करियर में 6 चुनाव लड़े, जिसमें से प्रदीप टम्टा को केवल दो में जीत मिली. प्रदीप टम्टा 2014 से अभी तक कोई चुनाव नहीं जीते हैं. 2007 में प्रदीप टम्टा ने विधानसभा का चुनाव लड़ा था जिसमें वो हार गए. उसके बाद उन्होंने कभी विधायिकी का चुनाव नहीं लड़ा. अब 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर से प्रदीप टम्टा को अल्मोड़ा सीट से कैंडिडेट बनाया है.

PRADEEP TAMTA POLITICAL KYC
प्रदीप टम्टा पॉलिटिकल KYC

देहरादून: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अल्मोड़ा पिथौरागढ़ सीट से प्रदीप टम्टा को चुनावी मैदान में उतारा है. प्रदीप टम्टा कांग्रेस के सीनियर नेताओं में शामिल हैं. प्रदीप टम्टा एक बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके हैं. ईटीवी भारत की पॉलिटिकल KYC सीरीज के इस अंक में हम कांग्रेस नेता, अल्मोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस कैंडिडेट प्रदीप टम्टा के पॉलिटिल हिसाब किताब का लेखा जोखा देंगे. इसके साथ ही उनके सामाजिक और आर्थिकी से जुड़ी जानकारियां भी साझा करेंगे.

PRADEEP TAMTA POLITICAL KYC
उत्तराखंड में 19 अप्रैल को वोटिंग

1958 में हुआ प्रदीप टम्टा का जन्म: प्रदीप टम्टा का जन्म बागेश्वर के लोब गांव में हुआ. उनका जन्म 16 जून 1958 में हुआ. प्रदीप टम्टा की माता का नाम पार्वती देवी और पिता का नाम गुसाईं राम है.प्रदीप टम्टा बचपन से ही सामाजिक व राजनीतिक विचारधारा वाले व्यक्ति रहे है. प्रदीप टम्टा ने कुमाऊं विश्वविद्यालय से एमए, एलएलबी, बीएड किया. प्रदीप टम्टा ने छात्र जीवन में ही राजनीति शुरू कर दी थी. प्रदीप टम्टा अल्मोड़ा महाविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष रहे.

1990 में कांग्रेस से जुड़े टम्टा: 1990 के दशक में प्रदीप टम्टा कांग्रेस से जुड़े. इस दौरान प्रदीप टम्टा को कांग्रेस एससी विभाग के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई. इसके बाद उन्होंने जमीन पर उतरकर कांग्रेस को मजबूत करने का काम किया.

2002 में पहली बार विधायक बने प्रदीप टम्टा: साल 2000 में यूपी से अलग होकर उत्तराखंड बना. साल 2002 में उत्तराखंड में पहला विधानसभा चुनाव हुआ. इस साल प्रदीप टम्टा ने अल्मोड़ा जिले की सोमेश्वर सीट से चुनाव लड़ा. इस चुनाव में प्रदीप टम्टा ने निर्दलीय लड़ रहे अजय टम्टा को हराया. साल 2002 में प्रदीप टम्टा पहली बार विधायक बने.

PRADEEP TAMTA POLITICAL KYC
अल्मोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा सीट

2007 में विधानसभा का चुनाव हारे टम्टा: 2003-04 में प्रदीप टम्टा एनडी तिवारी सरकार में उत्तराखंड उद्योग परिषद के उपाध्यक्ष रहे.इसके बाद 2007 में प्रदीप टम्टा ने अल्मोड़ा जिले की सोमेश्वर सीट से ही दूसरी बार चुनाव लड़ा. इस बार भी उनका सामना अजय टम्टा से हुआ. इस बार अजय टम्टा बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़े. इस चुनाव में प्रदीप टम्टा को हार का सामना करना पड़ा.

2009 में लोकसभा चुनाव जीते: इसके बाद साल 2009 में देश में लोकसभा चुनाव हुये. 2009 लोकसभा चुनाव में अल्मोड़ा संसदीय सीट आरक्षित हुई. आरक्षित अल्मोड़ा सीट पर कांग्रेस ने प्रदीप टम्टा को सांसदी का टिकट दिया. प्रदीप टम्टा के खिलाफ बीजेपी ने अजय टम्टा को उतारा. साल 2009 लोकसभा चुनाव में अल्मोड़ा पिथौरागढ़ सीट पर प्रदीप टम्टा ने अजय टम्टा को करारी हार दी. इसके बाद प्रदीप टम्टा साइंस एंड टेक्नोलॉजी, पर्यावरण एवं वन कमेटी के सदस्य भी रहे.

2014 से अब तक चुनाव नहीं जीते प्रदीप टम्टा: साल 2014 में 16वीं लोकसभा के चुनाव हुये. जिसमें एक बार फिर से कांग्रेस ने प्रदीप टम्टा को अल्मोड़ा पिथौरागढ़ सीट से चुनावी मैदान में उतारा. बीजेपी ने फिर से अजय टम्टा पर दांव खेला. इस बार प्रदीप टम्टा मोदी लहर के सामने नहीं टिक पाये. साल 2014 लोकसभा चुनाव में प्रदीप टम्टा बुरी तरह हारे. इस साल उत्तराखंड का पांचों लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने कब्जा किया.

2016 में उत्तराखंड से राज्यसभा भेजे गये प्रदीप टम्टा: 2014 लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने प्रदीप टम्टा को 2016 में बड़ी जिम्मेदारी दी. कांग्रेस ने साल 2016 से 2022 तक प्रदीप टम्टा को उत्तराखंड से राज्यसभा भेजा. इस बीच साल 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने प्रदीप टम्टा को फिर से अल्मोड़ा पिथौरागढ़ सीट से चुनावी मैदान में उतारा. इस बार भी उनकी हार हुई. अब 2024 में एक बार फिर से कांग्रेस ने प्रदीप टम्टा पर भरोसा जताया है. अल्मोड़ा पिथौरागढ़ सीट पर चौथी बार प्रदीप टम्टा और अजय टम्टा आमने सामने होंगे.

प्रदीप टम्टा के हलफनामे के हिसाब से 2022-23 में उनकी आय 4,20,650 रुपये थी. 2021-22 में उनकी आय 1,17,710 रुपये थी. 2020-21 में उनकी आय 7,71,000 थी. 2019-20 में उनकी आय 9,95,000 रुपये थी. इनकी पत्नी की 2022-23 में आय 4,93,600 रुपये थी. 2021-22 में 4,59,640 रुपये थी. प्रदीप टम्टा के पास 54000 रुपये कैश हैं. उनकी पत्नी रेणू के पास 25000 कैश है.

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Last Updated : Mar 30, 2024, 8:02 PM IST
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