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15 हजार करोड़ के GST फर्जीवाड़ा मामले में 7 करोड़ की संपत्ति कुर्क, नोएडा पुलिस की बड़ी कार्रवाई

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 22, 2024, 10:24 PM IST

GST Fraud Case: नोएडा पुलिस फर्जी जीएसटी मामले में फरार आरोपियों की संपत्ति कुर्क कर रही है. पुलिस ने गुरुवार को इस मामले में दो आरोपियों की 7 करोड़ से अधिक की संपत्ति को कुर्क किया है.

नोएडा पुलिस ने 7 करोड़ की संपत्ति किया कुर्क
नोएडा पुलिस ने 7 करोड़ की संपत्ति किया कुर्क

नई दिल्ली/नोएडा: हजारों करोड़ रुपए के जीएसटी घोटाला मामले में बृहस्पतिवार को नोएडा पुलिस ने दो आरोपियों की सात करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क किया. इस मामले में सात आरोपियों की संपत्ति कुर्क होनी है. अब तक दो दिनों में चार आरोपियों की करीब 12 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई है.

नोएडा कमिश्नरेट पुलिस ने जून, 2023 में 15 हजार करोड़ रुपये के जीएसटी फर्जीवाड़े का खुलासा किया था. इस मामले में पुलिस ने अब तक करीब साढ़े तीन हजार शेल कंपनियों के बारे में पता किया है और 26 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अनधिकृत गतिविधियों को रोकने के लिए 5 आरोपियों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किए गए. साथ ही कोर्ट की तरफ से कुर्की के वारंट भी जारी किए गए थे.

गुरुवार को कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस की टीम ने आरोपी अंचित गोयल व प्रदीप गोयल के आदर्शनगर दिल्ली की अचल संपत्ति कुर्क किया. इनकी कीमत सात करोड़ रुपये से अधिक है. इससे पहले बुधवार को दो आरोपियों रोहित नागपाल और अर्जित गोयल की पुलिस ने पांच करोड़ की संपति कुर्क की.

इतने लोगों की संपति होगी कुर्क: सात आरोपियों के खिलाफ कुर्की वारंट जारी कर किया गया है. इनमें आदर्श नगर दिल्ली निवासी अंचित गोयल, इसके पिता प्रदीप गोयल, रोहिणी दिल्ली निवासी अर्जित गोयल, हिसार हरियाणा निवासी कुनाल मेहता उर्फ गोल्डी, हिसार निवासी बलदेव उर्फ बल्ली, मुबारकपुर दिल्ली निवासी विकास डबास और रोहिणी निवासी रोहित नागपाल शामिल हैं. अब तक चार आरोपियों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की गई है. अन्य आरोपियों के खिलाफ एक दो दिन में कुर्की की कार्रवाई की जाएगी.

बता दें, इस गिरोह के जालसाजों ने देश के अलग-अलग हिस्से में 2660 फर्जी कंपनी बनाकर इन कंपनियों के नाम पर इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त कर करीब 15,000 करोड़ रुपए का घोटाला किया था. यह कंपनियां सिर्फ कागजों में थी, वास्तविकता में इसका कोई अस्तित्व नहीं था.

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