ETV Bharat / state

मातृ दिवस के दिन अपने 3 साल के मासूम से मिलने के लिए रात भर घर के बाहर बैठी रही मां और फिर... - Yearning to Meet Child

author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 12, 2024, 6:48 PM IST

मातृ दिवस के दिन मन को आहत करने वाली खबर आई है. एक मां अपने बच्चे से मिलने के लिए अपने ससुराल में घर के बाहर भूखी-प्यासी रात भर बैठी रही, लेकिन उसके पति का दिल नहीं पसीजा. इस दौरान गर्मी और भूख से बिलखती मां बेसुध होकर गिर पड़ी, जिसका इलाज अस्पताल में जारी है. पढ़िए पूरी खबर....

MOTHER SAT OUTSIDE THE HOUSE
घर के बाहर बैठी रही महिला (ETV Bharat GFX Team)

रात भर घर के बाहर बैठी रही मां... (ETV Bharat Bundi)

बूंदी. मातृ दिवस पर जहां पूरा विश्व मातृ दिवस मना रहा था, तो वहीं बूंदी शहर से एक ऐसी खबर आई, जिसने सोचने पर मजबूर कर दिया कि कोई कैसे इतना निर्दयी हो सकता है. एक मां अपने 3 साल के नौनिहाल को चंद लमहों के लिए अपने सीने से लगाने के लिए रात भर घर के बाहर बैठी रही, फिर भी उसके ससुराल वालों का दिल नहीं पसीजा.

मामला बूंदी शहर के बीबनवा रोड का है. एक मां अपने 3 साल के मासूम बच्चे की एक झलक पाने और उससे मिलने के लिए शनिवार रात 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक अपने ससुराल में घर के बाहर बैठी रही. बेबस मां मासूम से मिलने के लिए घर की चौखट पर गिड़गिड़ाती रही, विनती करती रही, बिलखती रही, लेकिन उसके ससुराल वालों ने उसकी एक ना सुनी. मां ने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए "मैं अपने बच्चों से मिलकर रहूंगी. ये मेरा अधिकार है. मैं अपने बच्चे के साथ यहीं रहूंगी." उसके ससुराल के लोगों ने गेट पर ताला लगा दिया और उसे अपने बच्चे से मिलने नहीं दिया गया.

इसे भी पढ़ें-मदर्स डे पर ममता हुई शर्मसार, पालना गृह में मिली प्री-मेच्योर नवजात - Alwar Cradle Center

सदर थाना अधिकारी भगवान सहाय ने बताया कि महिला अपने बच्चों को लेने के लिए घर के बाहर बैठी हुई है, लेकिन इसमें पुलिस क्या कर सकती है. पुलिस का काम तो लड़ाई झगड़ा हो तभी होता है. यह कोर्ट का मामला है. कोर्ट जिसको भी बच्चा दे, उसको हम दिला सकते हैं. पुलिस को किसी को बच्चा दिलाने का अधिकार नहीं है.

रात से दोपहर तक बैठी रही महिला : बूंदी जिले के बीबनवा रोड स्थित मारुति नगर पर एक मां अपने 3 साल के मासूम बच्चे से मिलने के लिए शनिवार रात 8 बजे से रविवार दोपहर 2 बजे तक बैठी रही. महिला ने कहा कि "यह मेरा अधिकार है. मैं अपने बच्चों को लेकर थोड़ी भाग रही हूं. मैं ससुराल में रहना चाहती हूं. मेरे बच्चे के साथ रहना चाहती हूं. मेरे पति के साथ रहना चाहती हूं, लेकिन यह लोग मुझे घर में घुसने नहीं दे रहे हैं और ना हीं मेरे बच्चों से मुझे मिलने दे रहे हैं.

मैं 8 दिन पहले अपने बच्चे से मिली थी. इसके बाद से अब तक मैंने उसकी शक्ल तक नहीं देखी. महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति उसे बहला फुसलाकर 6 मई को पुस्तैनी गांव ले जाने की कह कर उसे मोटरसाइकिल में बैठाकर ले गए और मेरी बहन के यहां छोड़ दिया. महिला ने अपने पति पर मारपीट और गाली-गलौज का आरोप भी लगाया है. महिला ने बताया कि उसने बोरखेड़ा थाने में इसकी रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी.

इसे भी पढ़ें-मदर्स डे स्पेशल : महज 19 वर्ष की उम्र में बन गई साध्वी, 60 बेटियों की मां बनकर कर रहीं सेवा - Mothers Day 2024

पति ने लगाए गंभीर आरोप : महिला के पति का कहना है कि उसने बच्चे को देने के लिए कभी भी मना नहीं किया है. पति ने आरोप लगाया कि वह बच्चे को मार देगी. उसने बताया कि इसके पहले भी उसकी पत्नी ने बच्चों को गला दबाकर मारने की कोशिश की थी, जब भी मेरे छोटे भाई यशवंत ने बच्चे को बचाया था. वहीं. एक बार बच्चे को जहर देने की भी कोशिश महिला कर चुकी है. पति ने कहा कि कोर्ट में मामला चल रहा है जो भी फैसला करेगा, वह उसके लिए मंजूर होगा.

वहीं, सदर थाने में दोनों पक्षों को समझाइश के दौरान भूख प्यास और तेज गर्मी के चलते महिला बेहोश हो गई, जिसते बाद पुलिस उसे तुरंत जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसका इलाज जारी है. वहीं, महिला के चाचा व भाई ने ससुराल पक्ष पर महिला के साथ मारपीट करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला के परिजनों ने पूरे मामले में राजनीतिक दबाव के चलते प्रशासन व पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.