कानपुर : जिस तरह पिस्टल में कारतूस लगाकर हवाई फायरिंग की जाती है, ठीक वैसे ही इस होली पर जब आप पिचकारी वाली पिस्टल में रंग भरा कारतूस फिट करके फायर करेंगे तो सात अलग-अलग रंगों की बौछार होगी. यही नहीं, अपने हाथों में ड्रोन की तरह दिखने वाले रंग को आप लेकर जैसे ही उसमें माचिस से आग लगाएंगे तो पूरे वातावरण में हर्बल गुलाल छा जाएगा. दो से ढाई मिनट तक पूरा माहौल पीले, लाल, हरे और नीले रंग से रंगा होगा. जी हां, इस साल की होली में कानपुर के बाजारों में पिस्टल और ड्रोन वाले रंगों की जबरदस्त मांग आ गई है. भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील मिश्रा ने ईटीवी संवाददाता से रंगों को लेकर विशेष बातचीत की.
उन्होंने बताया, कि पिचकारी वाली पिस्टल जहां 200 रुपये की बिक रही है, तो वहीं उसमें लगने वाला रंगों का एक कारतूस 40 रुपये का है. यह पटाखे की तरह दिखता है. जबकि, ड्रोन का दाम फुटकर में 50 और थोक में 40 रुपये तक है. यह इस होली में बिल्कुल नए अंदाज वाले रंगों की पिचकारी हैं.
कई राज्यों में पहुंचेगा कानपुर का गुलाल : रंगों के थोक कारोबारी सुनील मिश्रा ने बताया, कि कानपुर में जो अबीर और गुलाल बना है उसकी मांग कई राज्यों तक रहती है. कानपुर में बना रंग दिल्ली, हरियाणा, असम, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत कई अन्य राज्यों तक पहुंचता है. शिवरात्रि से ही व्यापारी आकर रंगों की खरीदारी शुरू कर देते हैं और होली के एक दिन पहले तक जमकर रंग बिकता है.
10 से 15 प्रतिशत तक बढ़े दाम : सुनील मिश्रा ने बताया, कि इस साल रंगों के दामों में 10 से 15 प्रतिशत तक का उछाल आया है. पिछले साल मीडियम स्तर का अबीर और गुलाल 55 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा था. जबकि, इस साल दाम 70 से 80 रुपये के बीच आ गया है. इसी तरह अच्छी गुणवत्ता का अबीर और गुलाल 70 से 80 रुपये था, जो इस साल 80 से 90 रुपये प्रतिकिलोग्राम हो गया है.