नई दिल्ली: लैंड फॉर जॉब मामले (land for job case) में ED की ओर से दर्ज केस में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, सांसद मीसा भारती, हेमा यादव और ह्रदयानंद चौधरी समेत सभी सात आरोपी राऊज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court) में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेश हुए. इस मामले के पांच आरोपियों ने दस्तावेजों के मिलान के लिए समय देने की मांग की. मामले की अगली सुनवाई 22 मार्च को होगी.
सुनवाई के दौरान इस मामले के आरोपी अमित कात्याल और ह्रदयानंद चौधरी ने ईडी की ओर से दाखिल चार्जशीट की कुछ प्रतियां उपलब्ध कराने की मांग की. अमित कात्याल की ओर से पेश वकील गुरप्रीत सिंह और ह्रदयानंद चौधरी की ओर से पेश वकील सुयश सिन्हा ने कहा कि उन्हें चार्जशीट की जो प्रति मिली है उनमें कुछ दस्तावेज नहीं है. उसके बाद कोर्ट ने ईडी को इस मामले पर जवाब देने को कहा.
सुनवाई के दौरान राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव, एके इंफोसिस्टम्स और एबी एक्सपोर्ट्स की ओर से पेश वकील नवीन कुमार और अखिलेश सिंह ने ईडी की ओर से कोर्ट में दाखिल चार्जशीट के दस्तावेजों के मिलान के लिए समय देने की मांग की. ताकि ये पता चल सके कि उन्हें सभी दस्तावेज मिले हैं कि नहीं. उसके बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई 22 मार्च तक के लिए टाल दिया.
बता दें, 7 मार्च को कोर्ट ने राबड़ी देवी मीसा भारती, हेमा यादव और ह्रदयानंद चौधरी को नियमित जमानत दे दी थी. कोर्ट ने सभी आरोपियों को एक-एक लाख रुपए के मुचलके पर जमानत देने का आदेश दिया था. इस मामले में कोर्ट ने 27 जनवरी को ईडी की ओर से दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लिया था. 9 जनवरी को ईडी ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल किया था. ईडी ने इस मामले में अमित कात्याल को गिरफ्तार किया था. कात्याल अभी अंतरिम जमानत पर है. इस मामले में ईडी के पहले सीबीआई ने केस दर्ज किया था. सीबीआई का मामला भी दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट में ही चल रहा है.