हजारीबाग: पिछले दिनों बरही विधायक उमाशंकर अकेला ने इलेक्टोरल बॉन्ड की खरीदारी का जिक्र करते हुए भाजपा उम्मीदवार मनीष जायसवाल के बेटे करन जायसवाल पर सवाल खड़ा किया था. उन्होंन कहा था कि टिकट लेने के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड खरीद कर भाजपा को चंदा दिया गया. ऐसे में उसकी गिरफ्तारी होनी चाहिए. आज के समय में इलेक्टोरल बांड देश का सबसे बड़ा घोटाला है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि लोकसभा टिकट की खरीदारी के लिए इलेक्टोरल बांड खरीदा गया था.
उमाशंकर अकेला के इस बयान पर हजारीबाग से भाजपा उम्मीदवार मनीष जायसवाल ने जवाब देते हुए कहा कि उनका पूरा परिवार वह व्यावसायी है. यह चौथी पीढ़ी है जो व्यवसाय कर रहा है. उनके बेटे करन जायसवाल ने कानूनी रूप से इलेक्टोरल बॉन्ड की खरीदारी की है. यह उसकी मर्जी है कि वो चंदा किसे दे. यह पूरी प्रक्रिया कानूनी रूप से की गयी है. उन्होंने उमाशंकर अकेला के ऊपर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि उन्हें कानून का ज्ञान नहीं है.
मनीष जायसवाल ने कहा कि बॉन्ड की खरीदारी 2021 में हुई थी. उस वक्त चुनाव भी नहीं था, तो टिकट की खरीदारी का सवाल भी नहीं खड़ा होता. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि गिरफ्तारी की बात बरही विधायक ने कही है आखिर क्यों और किस आधार पर गिरफ्तारी हो, इसका भी जवाब देना चाहिए. सदर विधायक मनीष जसवाल ने उमाशंकर अकेला को इस बयान पर माफी मांगने की भी हिदायत दी है. हजारीबाग की राजनीति में इलेक्टोरल बॉन्ड चर्चा का विषय बना हुआ है.
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