चंडीगढ़ : हरियाणा का बजट आ चुका है. वित्त मंत्री के तौर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने इस कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया. सरकार के मंत्री जहां बजट की जमकर तारीफ कर रहे हैं और विकास का रोड मैप बता रहे हैं तो विपक्ष बजट की आलोचना कर रहा है.
बजट पर क्या बोले डिप्टी सीएम : उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि हरियाणा सरकार ने बजट में प्रदेश के चौतरफा विकास की सोच के साथ अनेक ऐतिहासिक कदम उठाए हैं. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार ने सभी विभागों के बजट में बढ़ोतरी की है. उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के कर्ज का ब्याज और पैनल्टी माफ करके किसानों को एक बड़ी राहत दी है. इसी तरह सिंचाई के क्षेत्र में नहरों के सुधार के लिए पिछले साल के मुकाबले ज्यादा बजट दिया गया है जिसकी मदद से अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने के टार्गेट को पूरा करने में मदद मिलेगी. डिप्टी सीएम ने कहा कि बजट में 7 हजार सोलर पंप का प्रावधान किया गया है जिससे प्रदेश के किसानों को भी काफी फायदा मिलेगा. साथ ही 200 यूनिट से कम बिजली खपत वाले ग्राहकों के लिए शुल्क हटाने से आम आदमी को बिजली की दरों में और रियायतें मिलेंगी
बजट पर क्या बोले कृषि मंत्री : वहीं कृषि मंत्री जेपी दलाल ने भी बजट की सराहना करते हुए कहा कि जब बरसात के दिनों में यमुना में पानी का जलस्तर बढ़ जाता है तो उस पानी को दक्षिण हरियाणा में ले जाया जाएगा, जिससे इस क्षेत्र के किसानों को सीधा फायदा मिलेगा. राजस्थान के लोगों को पीने का पानी मिलेगा और दक्षिण हरियाणा के क्षेत्र के लोगों को फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि बजट में कृषि क्षेत्र को लेकर सरकार ने कई कदम उठाए हैं जो निश्चित तौर पर हरियाणा के किसानों को फायदा पहुंचाएगा. वहीं पशुपालन और मत्स्य पालन को लेकर भी सरकार ने बजट में जो प्रावधान किए हैं, उससे हरियाणा के किसानों को सीधा फायदा मिलेगा.
बजट पर क्या बोले पंचायत मंत्री : हरियाणा के पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने हरियाणा के बजट को ग्रामीण विकास के लिए एक मजबूत आधार वाला बजट बताया है. उन्होंने कहा कि बजट में ग्रामीण विकास की छाप साफ तौर पर नज़र आ रही है. पंचायत मंत्री ने कहा कि बजट में ग्रामीण बुनियादी ढांचे के रखरखाव के लिए जिला परिषदों में 699 पद बनाए जाएंगे और प्रदेश की 710 ग्राम पंचायतों और सभी महाग्रामों में स्ट्रीट लाइट लगाने का काम अब जिला परिषद ही करेगी.
कर्ज को लेकर हुड्डा ने सरकार को घेरा : हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बजट पर बोलते हुए कहा है कि सरकार ने प्रदेश पर कर्जा बढ़ाने का काम किया है. हुड्डा ने कहा कि 67 हजार करोड़ का कर्जा है, जबकि लोन की किस्त और ब्याज 6400 करोड़ है. बजट का 57 प्रतिशत सैलरी और पेंशन में जा रहा है. बजट में कर्जा 3 लाख 17 हजार करोड़ दिखाया है, जबकि ये कर्ज 4 लाख 51 हजार करोड़ से ज्यादा का है. हुड्डा ने कहा कि सरकार ने नौकरियां नहीं दी, पद खाली है. यमुना का पानी राजस्थान को देने की बात कही है, जो बिल्कुल गलत है. किसानों के कर्जे माफी की कोई बात नहीं की गई है. पूरे बजट में एमएसपी की कोई चर्चा नहीं की गई है.
कई विभागों में बजट कटौती का आरोप : बजट को लेकर इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हम तो ये उम्मीद कर रहे थे कि चुनावी बजट होगा. लोगों के लिए अच्छा बजट होगा. लेकिन बजट के जरिए लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर दी गई है. हरियाणा में बच्चा पैदा होते ही उस पर 2 लाख रुपए का कर्जा होगा. बजट में से 60 हजार करोड़ रुपए तो कर्जा चुकाने में जाएगा, मुख्यमंत्री ने ये नहीं बताया. ये भी नहीं बताया कि कितना पैसा कहां खर्च होगा. पिछले साल के मुकाबले पैसा कम किया गया है. कृषि का 2016-17 टोटल बजट का 13.71 प्रतिशत था। लेकिन इस बार 11.52 प्रतिशत कर दिया गया है यानि सवा 2 प्रतिशत की कमी हुई है. शिक्षा और खेल का बजट कुल बजट का 10. 97 प्रतिशत था लेकिन इस बार 10.94 कर दिया गया. वहीं परिवहन और सड़क का बजट पहले 4.30 प्रतिशत था लेकिन अब इसे 4.16 प्रतिशत कर दिया गया है. परिवार कल्याण विभाग में बहुत मामूली सी बढ़ोत्तरी की गई है लेकिन उससे कुछ नहीं होगा. उर्जा में पिछले साल 8381.7 करोड़ रुपए का बजट था लेकिन इस बार उसे 7061.51 करोड़ कर दिया गया है. सड़क और पुलों के निर्माण में बजट कम कर दिया गया है. जन स्वास्थ्य के बजट में करीब 500 करोड़ रुपए कम कर दिए गए हैं. प्रदेश पर कर्जा बढ़ाया जा रहा है.
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