चतरा : संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर राजद नेता के प्रभाव में बिना अनुमति प्रतिमा स्थापित करने आये ग्रामीणों द्वारा चुनाव आदर्श आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन किये जाने का मामला सामने आया है. इस दौरान अवैध रूप से जुटी भीड़ ने दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त अधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों व जवानों के साथ भी दुर्व्यवहार किया. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है.
पुलिस ने अंचलाधिकारी नित्यानंद दास की लिखित शिकायत पर कार्रवाई करते हुए भीड़ को उकसाने के आरोपी राजद के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सुबोध पासवान और उनके एक अन्य समर्थक बब्लू पासवान को मौके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पूरी घटना प्रतापपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय के समीप स्थित गोलंबर के पास की है. इस मामले में पुलिस ने अंचलाधिकारी की शिकायत पर सात अन्य नामजद उपद्रवियों समेत दो दर्जन से अधिक असामाजिक तत्वों व ग्रामीणों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.
अनुमंडल पदाधिकारी सह दंडाधिकारी सुरेंद्र उरांव ने बताया कि प्रतापपुर थाना क्षेत्र के टंडवा गांव निवासी योगेश दास ने लिखित आवेदन दिया था कि भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर वह निजी जमीन पर प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना करेंगे. जिसके बाद कार्यक्रम की इजाजत दे दी गई. साथ ही विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए अंचलाधिकारी को दंडाधिकारी एवं स्थानीय पुलिस को प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया गया. लेकिन कार्यक्रम की अनुमति के बाद अंचलाधिकारी प्रतापपुर से जानकारी मिली कि जिस स्थान पर प्रतिमा स्थापित कर पूजा करने की अनुमति मांगी गयी है, वह निजी नहीं बल्कि प्रखंड मुख्यालय का सार्वजनिक स्थल है.
उन्होंने कहा कि आवेदक द्वारा अनुमंडल कार्यालय को गुमराह कर कार्यक्रम की अनुमति ली गयी थी. मामले का खुलासा होते ही कार्यक्रम की अनुमति को तत्काल प्रभाव से रद्द करने और सार्वजनिक स्थान पर प्रतिमा स्थापित करने पर रोक लगाने का निर्देश अंचलाधिकारी और प्रतापपुर पुलिस को संयुक्त रूप से दिया गया. लेकिन कार्यक्रम की अनुमति का आदेश रद्द होने की सूचना के बावजूद आवेदक योगेश दास नाजायज भीड़ के साथ गोलंबर के पास पहुंच गये और नियम के विरुद्ध प्रतिमा स्थापित करने का प्रयास करने लगे.
अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि मामले की सूचना मिलते ही सीओ दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे देश में प्रभावी आदर्श आचार संहिता का हवाला देकर ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया. लेकिन आवेदक व ग्रामीणों ने अधिकारियों की एक नहीं सुनी.
जब प्रखंड प्रशासन के अधिकारी प्रतिमा लेकर पहुंचे ग्रामीणों को समझा रहे थे. वहीं, प्रतापपुर के बौधाडीह गांव निवासी राजद के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सुबोध पासवान भी चतरा से अपने पांच बाउंसरों के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को भड़का कर अधिकारियों व जवानों से उलझाने की कोशिश करने लगे. जिसके बाद मामला बढ़ता देख घटना की जानकारी अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र उरांव और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संदीप सुमन को दी गयी.
सूचना मिलते ही दोनों अधिकारी भी प्रखंड मुख्यालय स्थित हंगामा स्थल पर पहुंच गये. जहां एसडीओ, एसडीपीओ के साथ-साथ प्रतापपुर थाना प्रभारी, प्रशिक्षु आईपीएस शुभम खंडेलवाल समेत अन्य अधिकारियों व जवानों की मौजूदगी में हंगामा कर रहे राजद नेताओं व ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराने का अथक प्रयास किया.
अधिकारियों ने हंगामा और नारेबाजी कर रहे राजद नेताओं और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की कि चुनाव आचार संहिता किसी भी सार्वजनिक स्थान पर मूर्ति स्थापना और अनावरण की अनुमति नहीं देती है. लेकिन इसके बाद भी सुबोध पासवान लगातार मौके पर मौजूद महिलाओं और भीड़ में मौजूद लोगों को प्रशासन और अधिकारियों के खिलाफ भड़काते नजर आये.
इसके बाद प्रतिमा स्थापित करने से रोके जाने से नाराज ग्रामीण अधिकारियों व जवानों से उलझ गये. मौके पर गाली-गलौज और बदसलूकी की घटना को अंजाम दिया गया. हालांकि इस दौरान जनभावना को देखते हुए अधिकारियों ने मौके पर बाबा साहेब की पूजा करने की इजाजत दे दी थी. लेकिन पूजा के बाद सभी लोग प्रतिमा को वहीं पर स्थापित करने की जिद पर अड़ गये और प्रतिमा ले जा रहे वाहन को गोलंबर परिसर में जबरन घुसाने का प्रयास करने लगे. जिसके बाद मामला बिगड़ गया.
इसके कारण मौके पर मौजूद सुरक्षा बलों को हल्का बल प्रयोग कर घटना के योजनाकार राजद नेता सुबोध पासवान और उनके एक अन्य समर्थक बौधाडीह गांव निवासी बब्लू पासवान को गोलंबर के पास से गिरफ्तार करना पड़ा. जिसके बाद भीड़ में शामिल महिलाएं सुबोध के समर्थन में हंगामा करने लगीं. हालांकि, जैसे ही सुबोध की गिरफ्तारी हुई, उनके सभी बाउंसर समेत हंगामा कर रही आधी से ज्यादा भीड़ मौके से भाग गयी.
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