मुंगेर: पूर्वी रेलवे ने चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के पूरा होने से 18 दिन पहले यानी 13.3.2024 को 80.45 मिलियन टन की अब तक की सबसे अधिक माल ढुलाई हासिल की है. यह उपलब्धि किसी भी वित्तीय वर्ष में पूर्वी रेलवे में अब तक की सबसे अधिक लोडिंग है, रेलवे के विभाजन से पहले की अवधि को ध्यान में रखते हुए भी जब वर्तमान में केवल चार डिवीजनों में फैले होने के बजाय सात (07) डिवीजन पूर्वी रेलवे में थे.
उच्चतम लोडिंग 80.04 मिलियन टन कमाई ः विभाजन से पहले वर्ष 1999-2000 में पिछली उच्चतम लोडिंग 80.04 मिलियन टन की हासिल की गई थी. हालांकि पूर्वी रेलवे को यात्री परिवहन रेलवे के रूप में जाना जाता है, लेकिन पूर्वी रेलवे द्वारा अब तक की सबसे अधिक माल ढुलाई की यह उल्लेखनीय उपलब्धि पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक श्री मिलिंद के देउस्कर के मार्गदर्शन और मुख्यालय और मंडल स्तर पर विभिन्न विभागों की समन्वित गतिविधियों के कारण संभव हो पाई है. ये जानकारी पूर्व रेलवे कोलकाता के पीआरओ कौशिक मित्रा ने दी.
गति शक्ति परियोजना के तहत मिली सफलताः उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड के यातायात वाणिज्यिक निदेशालय ने भी इस ऐतिहासिक मील के पत्थर को हासिल करने में पूर्वी रेलवे को अपना निरंतर समर्थन और मार्गदर्शन दिया है. पूर्वी रेलवे के प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक श्री आर. मीना ने कहा कि पूर्वी रेलवे माल लदान की मात्रा बढ़ाने की सभी संभावनाओं का पता लगाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है. गति शक्ति परियोजना के तहत हाल ही में कई माल ढुलाई टर्मिनल बनाए गए हैं.
"पूर्वी रेलवे की व्यवसाय विकास इकाइयां (बीडीयू) माल ढुलाई की नई किस्मों के लिए बातचीत कर रही हैं. ठोस प्रयासों का परिणाम पूर्वी रेलवे द्वारा अब तक की सबसे अधिक माल लदान की यह उपलब्धि है"- कौशिक मित्रा, पीआरओ
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