देहरादूनः उत्तराखंड में इंडियन फॉरेस्ट सर्विस (आईएफएस) अधिकारियों के तबादले के बाद अब सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) के भी तबादले किए गए हैं. खास बात यह है कि प्रदेश के 6 सहायक वन संरक्षक को प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) का चार्ज दिया गया है. पिछले लंबे समय से इसको लेकर चर्चाएं की जा रही थी. लेकिन अब इन सभी चर्चाओं पर विराम लगाते हुए शासन ने इस पर अंतिम मुहर लगा दी है.
उत्तराखंड में सहायक वन संरक्षक स्तर के अधिकारियों को अब प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) की जिम्मेदारी दी गई है. हालांकि, काफी लंबे समय से ही इसको लेकर सहायक वन संरक्षक स्तर के अधिकारी इस सूची का इंतजार कर रहे थे. लेकिन अब आईएफएस अधिकारियों की जिम्मेदारी में बदलाव के बाद आखिरकार इन अधिकारियों को भी प्रभारी के तौर पर प्रभाग की जिम्मेदारी मिल गई है.
इन अधिकारियों को दी गई जिम्मेदारीः
- डीपी बलूनी को अब प्रभारी डीएफओ टॉस और पुरोला की जिम्मेदारी दी गई.
- केएन भारती को प्रभारी डीएफओ भूमि संरक्षण वन प्रभाग कालसी दिया गया.
- रविंद्र पुंडीर को प्रभारी डीएफओ अपर यमुना प्रभाग बड़कोट की जिम्मेदारी दी गई.
- प्रदीप कुमार को प्रभारी डीएफओ सिविल सोयम वन प्रभाग पौड़ी बनाया गया.
- स्पर्श काला को प्रभारी डीएफओ लैंसडाउन की जिम्मेदारी मिली.
- जगमोहन सिंह रावत को प्रभारी डीएफओ भूमि संरक्षण वन प्रभाग रानीखेत बनाया गया.
बता दें कि 11 मार्च को उत्तराखंड शासन ने बड़ी संख्या में इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के अधिकारियों के तबादले की सूची जारी की थी. चुनावी आचार संहिता से ठीक पहले आईएफएस अधिकारियों की तबादले के बाद ही जल्द सहायक वन संरक्षक के तबादलों से जुड़ी सूची जारी होने की बात सामने आ रही थी.