लखनऊः बुधवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा ने बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती को भारतीय जनता पार्टी की D टीम करार दिया. उन्होंने बहुजन समाज पार्टी और अध्यक्ष मायावती (BSP President Mayawati) पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा की A, B, C टीम इनकम टैक्स, एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट और सीबीआई पहले से ही है. इसके बाद अब बहुजन समाज पार्टी भी उत्तर प्रदेश में भाजपा की डी टीम बनाकर मैदान में है.
उन्होंने कहा कि मंगलवार को प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के लिए हुए वोटिंग में बसपा के एकमात्र विधायक ने एनडीए प्रत्याशी को वोट देकर इस बात को साबित कर दिया है. उन्होंने लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में बुधवार को पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने आठवीं प्रत्याशी को 21 वोट दे रखे थे और समाजवादी पार्टी के आठवें प्रत्याशी को 29 वोट थे, इसी हिसाब प्रतीत होता है कि भाजपा पहले से ही जोड़तोड़ की तैयारी में जुटी हुई थी.
INDIA गठबंधन से घबरा गई है भाजपा: वहीं पत्रकार वार्ता में मौजूद उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि मंगलवार को राज्यसभा का चुनाव समाप्त हुआ. बुधवार को भाजपा ने अखिलेश यादव को सीबीआई की नोटिस थमा दी. यह बताने के लिए काफी है कि उत्तर प्रदेश में इंडिया के गठबंधन मजबूत होने से भाजपा काफी दबाव में है. इसी से हताश होकर भारतीय जनता पार्टी ने सीबीआई के माध्यम से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को नोटिस थमाया है.
उन्होंने कहा कि देश के दूसरे हिस्सों में जहां-जहां इंडिया गठबंधन मजबूत हो रहा है. वहां भाजपा की यह तीनों टीम में विपक्षी दल को तोड़ने और दबाव बनाने के लिए पहुंच जाती हैं. अजय राय ने कहा कि कल राज्यसभा के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के दोनों विधायकों ने गठबंधन धर्म का निर्वाह किया और सबसे पहले जाकर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को वोट दिया. उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि यह एक बहुत ही मजबूत और अच्छा संदेश है. हमारे दोनों विधायकों हमारे मजबूती के साथ खड़े रहे तमाम अफवाहों के बीच में हमारे लोग गठबंधन के साथ रहे.
हमारे विधायकों के खिलाफ अफवाह फैलाकर भाजपा ने अविश्वास पैदा करने की कोशिश की. बहुजन समाज पार्टी भाजपा की बी टीम के तहत काम कर रही है. कल यह साबित हो गई. उनके इकलौते विधायक ने भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया. जिससे यह प्रमाणित हो गया कि यह भारतीय जनता पार्टी की भी टीम है बसपा. अजय राय बसपा चुनाव में केवल वोट बंटने का काम कर रही है, चुनाव में जहां पर गठबंधन को नुकसान पहुंचे वहां पर वह अपना कैंडिडेट देंगी.
अखिलेश यादव को सीबीआई की नोटिस मिला. अब उनको नोटिस देकर सरकार अपनी हताशा जाहिर कर रही है. उन्होंने कहा कि जब से उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आई है. तब से पेपर लीक हो रहा है. सभी अभ्यर्थियों से फार्म के नाम पर 400 रुपये लिए गए. उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में 48 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे. सोचिए कितना फंड आया है और अब बीजेपी चुनाव में अब इस फंड का दुरुपयोग करेगी.
कांग्रेस विधान मंडल की नेता आराधना मिश्रा ने कहा कि राज्यसभा के चुनाव में कांग्रेस ने अपने आठवें प्रत्याशी के तौर पर संजय सेठ को मैदान में उतारा था. पार्टी ने उन्हें 21 वोट अलॉट किए थे. वहीं समाजवादी पार्टी की तरफ से आठवें कैंडिडेट के तौर पर जो प्रत्याशी थे उन्हें 29 वोट मिले थे. बीजेपी ने इस अंतर को कैसे काम किया, यह सभी के सामने है. एक सबूत के तौर पर मौजूद है. भाजपा पहले से ही खरीद फरोख्त और जोड़तोड़ की राजनीति शुरू कर चुकी थी.
जिस तरह से राज्यसभा चुनाव के बाद अखिलेश यादव को सीबीआई की नोटिस मिला है. यह बताने के लिए काफी है कि इंडिया गठबंधन से भाजपा बौखला गई है. इस नोटिस के माध्यम से बीजेपी केवल दबाव बनाना चाहती है कि उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन टूट जाए. कांग्रेस गठबंधन के सदस्य होने के नाते इस चुनौती के समय में हम अपने गठबंधन के सहयोगी के साथ डटकर खड़े हैं.