शिमला: एचआरटीसी की 50वीं वर्षगांठ पर प्रदेश सरकार ने निगम के 11 हजार कर्मचारियों को दीवाली का तोहफा दिया है. मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने एचआरटीसी कर्मचारियों को ओवरटाइम के लिए 50 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है. वहीं मुख्यमंत्री ने घोषणा की है निगम के कर्मचारियों के प्रदेश के अन्य कर्मचारियों की तरह इस माह 28 अक्तूबर को वेतन और पेंशन दी जाएगी. मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने यह घोषाणाएं पीटरहॉफ में आयोजित निगम की 50वीं वर्षगांठ पर आयोजित गोल्डन जुबली समारोह के दौरान की हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि, 'इस माह प्रदेश के अन्य कर्मचारियों की तरह निगम कर्मचारियों को वेतन और पेंशनर्स की पेंशन 28 अक्तूबर को दी जाएगी. एचआरटीसी कर्मियों के 55 माह के ओवर टाइम की अदायगी के लिए प्रदेश सरकार 50 करोड़ रुपये प्रदान करेगी. 31 मार्च 2025 तक ओवर टाइम का पूर्ण भुगतान कर दिया जाएगा. कर्मचारियों के 9 करोड़ रुपए के लम्बित चिकित्सा बिलों की प्रतिपूर्ति आगामी दो माह में कर दी जाएगी. वहीं, उन्होंने एचआरटीसी को ग्रीन एचआरटीसी और 31 मार्च 2026 तक आत्मनिर्भर निगम बनाने का आह्वान किया. 31 मार्चए 2025 तक एचआरटीसी अधिकारियों के सभी वाहन इलेक्ट्रिक वाहन से बदल दिए जाएंगे.'
एचआरटीसी एक जज्बा है, काम के प्रति समर्पण है: मुकेश अग्रिहोत्री
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने स्वर्ण जयंती समारोह की बधाई देते हुए कहा कि, 'एचआरटीसी की पहचान अपने कर्मचारियों की व्यवसायिकता और प्रतिबद्धता है जो विपरीत परिस्थितियों में भी अपने दायित्वों का निर्वहन करते हैं. आज एचआरटीसी बस में यात्रा करना आनंद और आकर्षण का पर्याय हैं. बसों में प्रबंधन कौशल से ऑक्यूपेंसी में वृद्धि हुई है और लोगों में निगम के प्रति विश्वास बड़ा है. एचआरटीसी एक जज्बा और काम के प्रति समर्पण है.'
एचआरटीसी के 31 अधिकारी व कर्मचारी हुए सम्मानित
गोल्डन जुबली कार्यक्रम में एचआरटीसी बस में सेवाएं देने के दौरान एक भी बस दुर्घटना न करने पर 3 चालकों को एक्सीडेंट फ्री ड्राइवर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. इसमें
सरकाघाट डिपो के चालक पवन कुमार, लोकल डिपो शिमला के चालक हेमराज और हमीपुर डिपो के चालक जगरनाथ को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया. इसके अतिरिक्त कैशलेस ट्रांजेक्शन को सफल बनाने के लिए लोकल डिपो शिमला के परिचालक यशंवत सिंह को पहला पुरस्कार, राजीव को दूसरा और धर्मपुर डिपो के परिचालक राजेंद्र कुमार को तृतीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. वहीं कैशलेस प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए आरएम लोकल शिमला को पहला, तारदेवी डिपो को दूसरा और आरएम रोहडू को तीसरा स्थान हासिल करने के लिए सम्मानित किया गया. इसके अतिरिक्त लगेज पॉलिसी में बेहतरीन काम करने के लिए डीएम शिमला पवन शर्मा को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया. इसके साथ ही जीरो ओवरटाइम के लि डीडीएम बिलासपुर को सम्मानित किया गया.
मुख्यमंत्री ने किया कॉफीटेबल बुक का विमोचन, पहाड़ी कलाकारों ने जमाया रंग
कार्यक्रम के दौरान एचआरटीसी की ओर से तैयार की गई कॉफी टेबलबुक का भी शुभारंभ मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने किया. इस कॉफी टेबलबुक में 50 वर्षों के इतिहास को दशार्या गया है. वहीं, कार्यक्रम के दौरान शिमला के पहाड़ी कलाकरों ने भी खूब रंग जमाया. पूजा कला मंच शगीन के कलाकारों ने एचआरटीसी में यात्रियों के दी जा रही सुविधाओं जिसमें ऑनलाइन बुकिंग, कैशलैस प्रणाली, एनसीएमसी कार्ड, ग्रीन कार्ड आदि सुविधाओं को एक नाटक के रूप में पिरोया.
एमडी रोहन चंद ठाकुर ने एचआरटीसी के इतिहास पर दी प्रस्तुति
कार्यक्रम के दौरान एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने एचआरटीसी के 50 सालों के इतिहास पर बेहतरीन प्रस्तुति पेश की. उन्होंने 1974 से लेकर 2024 तक के सफर की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि, 'निगम ने 50 सालों में बहुत विकास किया है. वहीं, नए आयाम भी स्थापित किए हैं. पिछले डेढ वर्ष मेें निगम में नई सुविधाएं शुरू हुई हैं, जिससे निगम ने तरक्की की है, जिसमें न्यू लगेज पॉलिसी, दर्शन सेवा, दिल्ली में चालकों के लिए रेस्ट रूम, बसों में ऑनलाइन भुगतान शामिल है. निगम ने 6 माह में आय में 55 करोड़ की वृद्धि भी की है.'