भोपाल। मध्य प्रदेश की मोहन सरकार के कामकाज से प्रदेश की जनता कितनी खुश है, इसका राज्य सरकार द्वारा आकलन कराया जाएगा. प्रदेश में मोहन सरकार के कार्यकाल को एक महीने का वक्त पूरा हो गया है. इस दौरान सरकार द्वारा कई कदम उठाए गए हैं. मध्य प्रदेश के आनंद संस्थान द्वारा इसका सर्वे कराया जाएगा. राज्य आनंद संस्थान ने इसके लिए प्रश्नावली भी तैयार कर ली है.
आनंद संस्थान करेगा सर्वे
सरकार की योजनाओं और कामकाज से प्रदेश की जनता कितना बेहतर महसूस कर रही है इसका आकलन करने का राज्य सरकार ने निर्णय लिया है. इसकी जिम्मेदारी राज्य आनंद संस्थान को दी गई है. संस्थान के एक पदाधिकारी की माने तो देश की सरकार द्वारा पिछले एक माह के दौरान किए गए कामों को लेकर जनता का फीडबैक लेने के लिए प्रश्नावली तैयार की गई है.
10 मुद्दों को लेकर 29 सवाल
तैयार प्रश्नावली में करीब 10 मुद्दों को लेकर 29 सवाल लोगों से पूछे जाएंगे. इसमें आपसे अपने क्षेत्र में राज्य सरकार की योजनाओं के लाभ से लेकर शिक्षा,स्वास्थ्य,सड़क,बिजली,पानी जैसे कई व्यवस्थाओं को लेकर सवाल पूछे जाएंगे.सवालों का प्रारुप कुछ इस प्रकार से होगा.
- राज्य सरकार की योजनाओं का कितना लाभ आपको मिल पा रहा है?
- आप अपने क्षेत्र में और राज्य में खुद को कितना सुरक्षित महसूस करते हैं?
- क्या आपके क्षेत्र में स्कूल कॉलेज की व्यवस्था है और उनमें पर्याप्त टीचर हैं या नहीं पढ़ाई का स्तर कैसा है?
- आपके क्षेत्र में स्वास्थ्य की सुविधा कैसी है,स्वास्थ्य सुविधाओं से कितना संतुष्ठ हैं, बीमार होने पर क्या सरकारी अस्पताल में बेहतर इलाज की व्यवस्था मिलती है?
- क्षेत्र में पीने के पानी की व्यवस्था और बिजली की व्यवस्था से क्या आप संतुष्ट है?
- आपके क्षेत्र में सड़कों की व्यवस्था से आप संतुष्ट हैं? आसपास के बड़े शहर के लिए परिवहन की व्यवस्थाएं कैसी हैं?
- सार्वजनिक परिवहन से सड़कों पर उपलब्ध आपातकालीन सेवाओं से क्या आप संतुष्ट हैं?
- जल संरक्षण, जंगल और पेड़ों की संरक्षण रोकने की लिए कार्रवाई से आप कितने संतुष्ट हैं?
- सरकार की योजनाओं और शासन प्रशासन के कामकाज से आप कितने संतुष्ट हैं ?
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लोकसभा के बाद शुरू होगा सर्वे
राज्य सरकार अपने कामकाज और योजनाओं को लेकर अलग-अलग माध्यमों से जनता का फीडबैक लेती है.तमाम जनप्रतिनिधि के द्वारा भी योजनाओं को लेकर सीधे लोगों से चर्चा की जाती है हालांकि इसके बाद भी कई बार जमीनी स्थिति साफ नहीं हो पाती.यही वजह है कि अब राज्य आनंद संस्थान द्वारा ग्रामीण स्तर तक योजनाओं को लेकर जनता का फीडबैक लिया जाएगा. राज्य आनंद संस्थान के सीईओ अल्हिलेश अर्गल के मुताबिक लोकसभा चुनाव के बाद ग्राम पंचायत स्तर तक विभिन्न योजनाओं और सरकार के कामकाज को लेकर सर्वे कराया जाएगा .इसको लेकर प्रश्नावली तैयार हो गई है, सर्वे का मॉड्यूल जल्दी तय कर इस पर काम शुरू किया जाएगा.