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जयंती विशेष: हिमाचल आकर देवभूमि को तरक्की के नौ सूत्र बता गए थे कलाम - APJ ABDUL KALAM JAYANTI

आज पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की जयंती है. राष्ट्रपति रहते हुए दो बार हिमाचल आए थे. उन्होंने हिमाचल को तरक्की के 9 सूत्र बताए थे.

2004 में हिमाचल दौरे के दौरान एपीजे अब्दुल कलाम
2004 में हिमाचल दौरे के दौरान एपीजे अब्दुल कलाम (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Oct 15, 2024, 12:44 PM IST

Updated : Oct 15, 2024, 1:00 PM IST

शिमला: देश के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन के नाम से पहचाने जाने वाले डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की आज जयंती है. डॉ. कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित धनुषकोडी में हुआ था. कलाम का जीवन हर भारतीय के लिए सौम्‍यता, समर्पण, सादगी की मिसाल है.

अब्दुल कलाम को हिमाचल की खूबसूरत वादियों से भी प्यार था. वो राष्ट्रपति रहते हुए दो बार हिमाचल आए थे. मिसाइल मैन कलाम बेहद दूरदर्शी भी थे. भारत को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के लिए उनके पास कई सूत्र थे. ऐसे ही कुछ सूत्र वो हिमाचल आकर देवभूमि को भी प्रदान कर गए थे. आज से 20 साल पहले हिमाचल आए एपीजे अब्दुल कलाम ने यहां विधानसभा को संबोधित किया था. तब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी और गंगूराम मुसाफिर विधानसभा अध्यक्ष थे.

विधानसभा में अपने यादगार भाषण में कलाम ने हिमाचल को तरक्की और समृद्धि के रास्ते पर तीव्र गति से चलने के लिए नौ सूत्र बताए थे. 23 दिसंबर 2004 को गुरूवार के दिन कलाम ने हिमाचल विधानसभा को संबोधित किया था. कलाम ने तब नौ सूत्र देते हुए कहा था कि, 'हिमाचल को तेजी से तरक्की पाने के लिए साक्षरता, कौशल विकास, शिक्षा व स्वास्थ्य सुरक्षा, ग्रामीणों को शहरी इलाकों जैसी सुविधाएं प्रदान करना, मेडिसिनल-हार्टीकल्चर, एरोमैटिक प्लांट्स सहितत सघन बागवानी, जलस्रोतों का प्रबंधन, जलविद्युत क्षमता का वैज्ञानिक दोहन, इन्फार्मेशन एंड कम्यूनिकेशन तकनीक (आईसीटी), पर्यटन व मूल्य वर्धित वस्त्र उद्योग पर ध्यान देना होगा. उन्होंने इन सूत्रों पर विस्तार के साथ अपना मत व्यक्त किया था.'

2004 में वीरभद्र सिंह और अब्दुल कलाम
2004 में वीरभद्र सिंह और अब्दुल कलाम (ETV BHARAT)

विधानसभा सदस्यों को संबोधित करते हुए कलाम ने कहा कि, 'उन्हें इस बात पर गर्व होना चाहिए कि जनता की सेवा का उन्हें मौका मिला है. कलाम ने शिमला में एक पौधा भी रोपा था. इसके अलावा उन्होंने राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में एनसीसी कैडेट्स और एनएसएस के स्वयंसेवियों सहित बच्चों को भी मूल्यवान बातें बताई थीं.

पौधारोपण करते अब्दुल कलाम
पौधारोपण करते अब्दुल कलाम (ETV BHARAT)

इन सभी अवसरों पर उन्होंने हिमाचल की खूबसूरती के यहां के शांत वातावरण का जिक्र करते हुए राज्य के लोगों के मेहनतकश स्वभाव को खूब सराहा था हिमाचल के पूर्व दिवंगत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने एपीजे अब्दुल कलाम को भारत मां का सच्चा सपूत कहा था. वीरभद्र सिंह ने अपनी फेसबुक वॉल पर कलाम के चित्र भी पोस्ट किए थे. तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर के मुताबिक कलाम के व्यक्तित्व में गजब का आकर्षण था.'

ये भी पढ़ें: ये भी पढ़ें: "हिमाचल के युवाओं को विदेश में मिला रोजगार, हर साल 1 हजार युवाओं को दुबई में दिलाई जाएगी नौकरी"

ये भी पढ़ें: हिमाचल में 2017-18 में हर व्यक्ति पर था 66 हजार 232 रुपये कर्ज, अब हर हिमाचली कर्ज के मामले में लखपति

शिमला: देश के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन के नाम से पहचाने जाने वाले डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की आज जयंती है. डॉ. कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित धनुषकोडी में हुआ था. कलाम का जीवन हर भारतीय के लिए सौम्‍यता, समर्पण, सादगी की मिसाल है.

अब्दुल कलाम को हिमाचल की खूबसूरत वादियों से भी प्यार था. वो राष्ट्रपति रहते हुए दो बार हिमाचल आए थे. मिसाइल मैन कलाम बेहद दूरदर्शी भी थे. भारत को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के लिए उनके पास कई सूत्र थे. ऐसे ही कुछ सूत्र वो हिमाचल आकर देवभूमि को भी प्रदान कर गए थे. आज से 20 साल पहले हिमाचल आए एपीजे अब्दुल कलाम ने यहां विधानसभा को संबोधित किया था. तब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी और गंगूराम मुसाफिर विधानसभा अध्यक्ष थे.

विधानसभा में अपने यादगार भाषण में कलाम ने हिमाचल को तरक्की और समृद्धि के रास्ते पर तीव्र गति से चलने के लिए नौ सूत्र बताए थे. 23 दिसंबर 2004 को गुरूवार के दिन कलाम ने हिमाचल विधानसभा को संबोधित किया था. कलाम ने तब नौ सूत्र देते हुए कहा था कि, 'हिमाचल को तेजी से तरक्की पाने के लिए साक्षरता, कौशल विकास, शिक्षा व स्वास्थ्य सुरक्षा, ग्रामीणों को शहरी इलाकों जैसी सुविधाएं प्रदान करना, मेडिसिनल-हार्टीकल्चर, एरोमैटिक प्लांट्स सहितत सघन बागवानी, जलस्रोतों का प्रबंधन, जलविद्युत क्षमता का वैज्ञानिक दोहन, इन्फार्मेशन एंड कम्यूनिकेशन तकनीक (आईसीटी), पर्यटन व मूल्य वर्धित वस्त्र उद्योग पर ध्यान देना होगा. उन्होंने इन सूत्रों पर विस्तार के साथ अपना मत व्यक्त किया था.'

2004 में वीरभद्र सिंह और अब्दुल कलाम
2004 में वीरभद्र सिंह और अब्दुल कलाम (ETV BHARAT)

विधानसभा सदस्यों को संबोधित करते हुए कलाम ने कहा कि, 'उन्हें इस बात पर गर्व होना चाहिए कि जनता की सेवा का उन्हें मौका मिला है. कलाम ने शिमला में एक पौधा भी रोपा था. इसके अलावा उन्होंने राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में एनसीसी कैडेट्स और एनएसएस के स्वयंसेवियों सहित बच्चों को भी मूल्यवान बातें बताई थीं.

पौधारोपण करते अब्दुल कलाम
पौधारोपण करते अब्दुल कलाम (ETV BHARAT)

इन सभी अवसरों पर उन्होंने हिमाचल की खूबसूरती के यहां के शांत वातावरण का जिक्र करते हुए राज्य के लोगों के मेहनतकश स्वभाव को खूब सराहा था हिमाचल के पूर्व दिवंगत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने एपीजे अब्दुल कलाम को भारत मां का सच्चा सपूत कहा था. वीरभद्र सिंह ने अपनी फेसबुक वॉल पर कलाम के चित्र भी पोस्ट किए थे. तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर के मुताबिक कलाम के व्यक्तित्व में गजब का आकर्षण था.'

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Last Updated : Oct 15, 2024, 1:00 PM IST
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