इंदौर। भीषण गर्मी में लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए उनकी गाड़ी के टायर की सेहत जानना बहुत जरूरी है. दरअसल ऐसा नहीं करने पर भीषण दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है. आइए जानते हैं कि गर्मियों में आपकी गाड़ी के टायर की खास देखभाल करना क्यों जरूरी है.
किसी भी वाहन के टायर पर लिखी होती है जानकारी
दरअसल, किसी भी गाड़ी के टायर के एयर प्रेशर और उसकी हालत के मुताबिक रनिंग क्षमता तय है. जो टायर पर स्पष्ट रूप से लिखी होती है, लेकिन सामान्य तौर पर अधिकांश वाहन चालकों को इसकी जानकारी नहीं होती, लिहाजा खराब स्थिति में भी वह टायर का उपयोग करते हुए लंबी दूरी की यात्रा करते हैं. जिससे टायर के फटने का खतरा बना रहता है. किसी भी गाड़ी के टायर पर साइज के अलावा लंबाई-चौड़ाई रेडियल एवं सामान्य और लोड इंडेक्स लिखा होता है. इसके अलावा टायर पर ही स्पीड रेटिंग भी लिखी होती है.
साथ ही टायर के निर्माण का वर्ष और अन्य जानकारी का उल्लेख होता है, लेकिन जानकारी के अभाव के कारण वाहन चालक इस स्थिति को फॉलो नहीं करते. कई बार जरूरत से ज्यादा पुराने टायरों के लगातार प्रयोग के कारण भी भीषण दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है. इसके अलावा गाड़ी के टायर में निर्धारित एयर प्रेशर से ज्यादा होने पर गर्मी में दुर्घटना और टायर फटने का खतरा बना रहता है. वहीं गाड़ी के असुरक्षित टायरों के लगातार चलने के कारण हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता.
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खराब टायरों के कारण हादसे
हाल ही में राजगढ़ जिले में एनएच 46 पर सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई. यह घटना आर्मी के ट्रक का टायर फटने से हुई. तेज गति में आर्मी के ट्रक का टायर फटने से वह असंतुलित हुआ और भोपाल जा रही बस से टकरा गया. इसमें बस सवार तीन यात्री और 2 आर्मी जवान की मौके पर मौत हो गई. इसी प्रकार गुना में यात्री बस पलटने से 12 लोग घायल हो गए. जिनमें से कुछ गंभीर रूप से घायल भी हुए. दरअसल, सूत्र सेवा बस के टायर पूरी तरह से घिसकर पुराने हो चुके थे. खराब टायरों के सहारे बस को सड़क पर दौड़ाया जा रहा था. बस ड्राइवर ने जब ब्रेक का इस्तेमाल किया तो बस 360 डिग्री के एंगल पर घूम गई. सड़क पर फिसलने के बाद बस खंती में जा गिरी.