रोहतास: काराकाट लोकसभा निर्वाचन के अंतिम चरण में स्क्रूटनी के दौरान काराकाट लोकसभा सीट पर नामांकन करने वाले छोटे दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों को नामांकन पत्रों की जांच के बाद बड़ा झटका लगा है. छंटनी के बाद एक तरफ जहां भोजपुरी स्टार पवन सिंह का नामांकन सही पाया गया, वहीं, नौकरी वाली दीदी यानी किरण प्रभाकर का नोमिनेशन खारिज हो गया. कुल 13 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द हो गए हैं.
13 प्रत्याशियों के नाम खारिज: जिला समाहरणालय स्थित डीएम सह जिला निर्वाची पदाधिकारी नवीन कुमार के कार्यालय कक्ष में प्रेक्षकों की मौजूदगी में करीब चार घंटे से ज्यादा चली जांच में मात्र 14 नामांकन पत्र ही वैध पाए गए हैं. 13 उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों को रिटर्निंग अधिकारी ने तकनीकी आधार पर रद्द कर दिया है. इसमें ज्यादातर छोटे दल और निर्दलीय प्रत्याशी शामिल है. नाम वापसी की अंतिम तिथि 17 मई निर्धारित की गई है, जिसके बाद प्रत्याशियों की अंतिम सूची के साथ चुनाव चिह्न जारी किए जाएंगे.
काराकाट सीट पर 14 उम्मीदवार बचे: नामांकन पत्रों की जांच के बाद एनडीए प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा, निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह, इंडी गठबंधन प्रत्याशी राजाराम सिंह, निर्दलीय प्रत्याशी प्रतिमा देवी, प्रदीप कुमार जोशी, विकास विनायक, राजेश्वर पासवान, प्रयाग पासवान, इंद्र राज रोशन, धीरज कुमार सिंह समेत 14 प्रत्याशी मैदान में हैं, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी किरण प्रभाकर, प्रिंस सिंह राणा, संजय प्रसाद कुशवाहा सहित कुल 13 प्रत्याशीयों के नामांकन निरस्त कर दिए गए हैं.
1 जून को होगा मतदान: सातवें और अंतिम फेज के लोकसभा चुनाव के तहत काराकाट सीट पर वोट डाले जाएंगे. मुख्य मुकाबला एनडीए कैंडिडेट उपेंद्र कुशवाहा, महागठबंधन प्रत्याशी राजाराम सिंह और निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह के बीच माना जा रहा है. हालांकि बीजेपी की ओर से पवन सिंह पर नामांकन वापसी के लिए लगातार दबाव डाले जा रहे हैं लेकिन भोजपुरी स्टार ने साफ कर दिया है कि किसी भी सूरत में नाम वापस नहीं लेंगे.
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