नई दिल्ली: वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए, दिल्ली नगर निगम सीएंडडी वेस्ट को सुव्यवस्थित करने के लिए समर्पित मलबा संग्रह स्थल तैयार कर रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, निर्माण गतिविधियां वायु प्रदूषण में प्रमुख योगदानकर्ताओं के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जो पीएम 10 का 21% और पीएम 2.5 का 8% है जिनकी रैंकिंग दूसरे और चौथे सबसे बड़े स्रोतों में है. इस समस्या के समाधान के लिए, दिल्ली नगर निगम ने ए-पीएजी (A-PAG) और सी एंड डी प्लांट कंसेशनायर्स के सहयोग से पूरे दिल्ली क्षेत्र में सी एंड डी वेस्ट समर्पित मलबा संग्रह स्थल स्थापित कर रहा है.
प्रारंभिक चरण में निगम ने पश्चिमी क्षेत्र के 10 वार्डों में एक पायलट कार्यक्रम चलाया. जिसमें तीन समर्पित स्थल स्थापित किए गए. इस पहल से उल्लेखनीय परिणाम मिले, जिससे अवैध मलबा डंपिंग में 46% की कमी आई. इस उपलब्धि को आगे बढ़ाते हुए निगम वर्तमान में लगभग 100 ऐसे स्थल शुरू करने की प्रक्रिया में है. इनमें से 49 स्थानों की पहचान पहले ही की जा चुकी है और विभिन्न क्षेत्रों में 35 पूरी तरह से चालू हैं.
निर्माण और विध्वंस (सी एंड डी) कचरे के प्रभावी प्रबंधन के लिए शहर भर में अधिक स्थल स्थापित करने की पहल तेजी से आगे बढ़ रही है. उचित व जिम्मेदार निपटान सुनिश्चित करने के लिए साइटों पर 12 फीट प्रोफाइल शीट, स्प्रिंकलर, स्मॉग गन और एलईडी साइनेज बोर्ड जैसे सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं. इस स्थलों पर प्रतिदिन 20 टन से कम मलबा भेजा जा सकता है और ये प्रत्येक वार्ड में 2-3 किमी के दायरे में स्थित हैं. 20 से अधिक टन मलबा प्रतिदिन सीधे जहांगीरपुरी, रानी खेड़ा और बक्करवाला में सी एंड डी संयंत्र पर भेजा जाता है। यदि किसी नागरिक को सी एंड डी कचरे को अपने घर से उठवाना है तो वह नीचे दी गई हेल्पलाइन से संपर्क कर सकता है.
पश्चिमी और नजफगढ़ क्षेत्र के निवासी: राइज 11 हेल्पलाइन- 8929311113
उत्तरी और पूर्वी दिल्ली के निवासी: आईएल एंड एफएस (IL&FS) हेल्पलाइन- 8448692610
निगम सड़कों के किनारे अवैध मलबा डंपिंग व उनके उचित निपटान हेतु नागरिक और वेस्ट ट्रांसपोर्टरों के लिए नियमित रूप से जागरूकता अभियानों व प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है. अब तक 400 से अधिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं और लगभग 100 कचरा संग्रहणकर्ताओं को जागरूक किया गया है.
दिल्ली नगर निगम सड़कों के किनारे, पानी की नालियों और अन्य निषिद्ध क्षेत्रों में अनधिकृत मलबा निपटान कर रहे ट्रांसपोर्टरों पर जुर्माना लगाकर अवैध मलबा डंपिंग को रोकने के लिए प्रयास कर रहा है. अधिकारियों ने बताया इसके अलावा, अवैध डंपिंग को रोकने के लिए निगम द्वारा मलबे के संवेदनशील हॉटस्पॉट को भी चिन्हित कर रहा है. क्षेत्रों के संबंधित उपायुक्त हर 15 दिनों में सी एंड डी वेस्ट और मलबा स्थलों की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं. दिल्ली नगर निगम इन प्रयासों के द्वारा निर्माण गतिविधियों से उत्पन्न वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हरसंभव कार्य कर रहा है.