ETV Bharat / international

पाकिस्तान में अंतत: नई सरकार के गठन के लिए पीपीपी और पीएमएल-एन के बीच हुआ समझौता

author img

By PTI

Published : Feb 21, 2024, 9:05 AM IST

Coalition Govt Deal In Pakistan : पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी कई दिनों की गहन बातचीत के बाद आखिरकार एक नई गठबंधन सरकार बनाने के समझौते पर पहुंच गए हैं, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने घोषणा की है. मंगलवार देर रात एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने घोषणा की कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के 72 वर्षीय अध्यक्ष शहबाज शरीफ एक बार फिर प्रधान मंत्री की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं.

Coalition Govt Deal In Pakistan
बिलावल-भुट्टो जरदारी की फाइल फोटो. (AP)

इस्लामाबाद : पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पाकिस्तान में एक नई गठबंधन सरकार के गठन के लिए कई दिनों से जारी बातचीत के बाद आखिरकार मंगलवार को एक समझौते पर पहुंच गए. पार्टी नेताओं ने यह जानकारी दी.

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने मंगलवार देर रात एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ फिर से प्रधानमंत्री की भूमिका संभालेंगे, जबकि पीपीपी के सह- अध्यक्ष आसिफ जरदारी देश के अगले राष्ट्रपति होंगे. जियो न्यूज ने भुट्टो-जरदारी के हवाले से कहा कि पीपीपी और पीएमएल-एन ने आवश्यक संख्या हासिल कर ली है और (अब) हम सरकार बनाने की स्थिति में हैं.

बिलावल ने संवाददाताओं से कहा कि पीपीपी और पीएमएल-एन ने आवश्यक संख्या हासिल कर ली है. (अब) हम सरकार बनाने की स्थिति में हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी- समर्थित उम्मीदवार और सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) केंद्र में सरकार बनाने के लिए संसद में साधारण बहुमत हासिल करने में विफल रहे.

बिलावल ने उम्मीद जताई कि गठबंधन सरकार बनाने के लिए पीएमएल-एन के साथ राजनीतिक गठबंधन की खबर से बाजार में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलेगी क्योंकि नकदी संकट से जूझ रहे देश को 8 फरवरी के चुनावों के बाद त्रिशंकु संसद का सामना करना पड़ा था.

स्वतंत्र उम्मीदवारों (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की ओर से समर्थित उम्मीदवारों ने) 93 नेशनल असेंबली सीटें जीतीं. इस अवसर पर बोलते हुए, शहबाज शरीफ ने जोर देकर कहा कि उनकी पीएमएल-एन के पास अब पीपीपी के साथ अगली सरकार बनाने की स्थिति में होने के लिए आवश्यक संख्या है. उन्होंने वार्ता के सकारात्मक निष्कर्ष के लिए दोनों दलों के नेतृत्व को धन्यवाद दिया.

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व प्रधान मंत्री ने दोनों पार्टियों के बीच एकता पर जोर दिया और कहा कि वे केंद्र में सरकार बनाने के लिए अच्छी स्थिति में हैं. पीएमएल-एन ने 75 सीटें जीतीं जबकि पीपीपी 54 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही. मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) भी अपनी 17 सीटों के साथ उनका समर्थन करने पर सहमत हो गया है.

सरकार बनाने के लिए, किसी पार्टी को 266 सदस्यीय नेशनल असेंबली या संसद के निचले सदन में लड़ी गई 265 सीटों में से 133 सीटों की जरूरत है. इस बीच, एक्स पर एक पोस्ट में, 71 वर्षीय इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने नवगठित पीपीपी, पीएमएल-एन गठबंधन पर पीडीएम 2.0 बराबर 'मैनडेट चोर' कह कर हमला बोला.

गठबंधन की घोषणा दोनों दलों के शीर्ष नेताओं के बीच नवीनतम दौर की बातचीत सोमवार को बेनतीजा समाप्त होने के एक दिन बाद हुई. इससे पहले दोनों पक्ष गठबंधन सरकार बनाने के लिए सत्ता-साझाकरण फॉर्मूले पर आम सहमति तक पहुंचने में विफल रहे थे.

2022 से 2023 तक प्रधानमंत्री रहे शहबाज शरीफ ने कहा कि नई सरकार के लिए आगे का सफर आसान नहीं होगा बल्कि कई कठिनाइयों और बाधाओं से भरा होगा. डॉन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने जोर देकर कहा कि गठबंधन उनसे मिलकर निपटेगा. पीपीपी के सह-अध्यक्ष जरदारी, जो 2008 से 2013 तक राष्ट्रपति थे, ने कहा है कि अगली सरकार बनाने के लिए राजनीतिक गठबंधन का संघर्ष देश और आने वाली पीढ़ियों के लिए है.

ये भी पढ़ें

इस्लामाबाद : पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पाकिस्तान में एक नई गठबंधन सरकार के गठन के लिए कई दिनों से जारी बातचीत के बाद आखिरकार मंगलवार को एक समझौते पर पहुंच गए. पार्टी नेताओं ने यह जानकारी दी.

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने मंगलवार देर रात एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ फिर से प्रधानमंत्री की भूमिका संभालेंगे, जबकि पीपीपी के सह- अध्यक्ष आसिफ जरदारी देश के अगले राष्ट्रपति होंगे. जियो न्यूज ने भुट्टो-जरदारी के हवाले से कहा कि पीपीपी और पीएमएल-एन ने आवश्यक संख्या हासिल कर ली है और (अब) हम सरकार बनाने की स्थिति में हैं.

बिलावल ने संवाददाताओं से कहा कि पीपीपी और पीएमएल-एन ने आवश्यक संख्या हासिल कर ली है. (अब) हम सरकार बनाने की स्थिति में हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी- समर्थित उम्मीदवार और सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) केंद्र में सरकार बनाने के लिए संसद में साधारण बहुमत हासिल करने में विफल रहे.

बिलावल ने उम्मीद जताई कि गठबंधन सरकार बनाने के लिए पीएमएल-एन के साथ राजनीतिक गठबंधन की खबर से बाजार में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलेगी क्योंकि नकदी संकट से जूझ रहे देश को 8 फरवरी के चुनावों के बाद त्रिशंकु संसद का सामना करना पड़ा था.

स्वतंत्र उम्मीदवारों (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की ओर से समर्थित उम्मीदवारों ने) 93 नेशनल असेंबली सीटें जीतीं. इस अवसर पर बोलते हुए, शहबाज शरीफ ने जोर देकर कहा कि उनकी पीएमएल-एन के पास अब पीपीपी के साथ अगली सरकार बनाने की स्थिति में होने के लिए आवश्यक संख्या है. उन्होंने वार्ता के सकारात्मक निष्कर्ष के लिए दोनों दलों के नेतृत्व को धन्यवाद दिया.

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व प्रधान मंत्री ने दोनों पार्टियों के बीच एकता पर जोर दिया और कहा कि वे केंद्र में सरकार बनाने के लिए अच्छी स्थिति में हैं. पीएमएल-एन ने 75 सीटें जीतीं जबकि पीपीपी 54 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही. मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) भी अपनी 17 सीटों के साथ उनका समर्थन करने पर सहमत हो गया है.

सरकार बनाने के लिए, किसी पार्टी को 266 सदस्यीय नेशनल असेंबली या संसद के निचले सदन में लड़ी गई 265 सीटों में से 133 सीटों की जरूरत है. इस बीच, एक्स पर एक पोस्ट में, 71 वर्षीय इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने नवगठित पीपीपी, पीएमएल-एन गठबंधन पर पीडीएम 2.0 बराबर 'मैनडेट चोर' कह कर हमला बोला.

गठबंधन की घोषणा दोनों दलों के शीर्ष नेताओं के बीच नवीनतम दौर की बातचीत सोमवार को बेनतीजा समाप्त होने के एक दिन बाद हुई. इससे पहले दोनों पक्ष गठबंधन सरकार बनाने के लिए सत्ता-साझाकरण फॉर्मूले पर आम सहमति तक पहुंचने में विफल रहे थे.

2022 से 2023 तक प्रधानमंत्री रहे शहबाज शरीफ ने कहा कि नई सरकार के लिए आगे का सफर आसान नहीं होगा बल्कि कई कठिनाइयों और बाधाओं से भरा होगा. डॉन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने जोर देकर कहा कि गठबंधन उनसे मिलकर निपटेगा. पीपीपी के सह-अध्यक्ष जरदारी, जो 2008 से 2013 तक राष्ट्रपति थे, ने कहा है कि अगली सरकार बनाने के लिए राजनीतिक गठबंधन का संघर्ष देश और आने वाली पीढ़ियों के लिए है.

ये भी पढ़ें

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.