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गुवाहाटी में बारिश-तूफान ने मचाई तबाही, LGBIA एयरपोर्ट पानी में डूब गया - Storms Heavy Rainfall in Assam

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Apr 1, 2024, 11:26 AM IST

Storms, Heavy Rainfall in Assam
गुवाहाटी में बारिश-तूफान ने मचाई तबाही

Storms, Heavy Rainfall in Assam: रविवार दोपहर को गुवाहाटी शहर में भयंकर तूफान और भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. गुवाहाटी के लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दहशत की स्थिति पैदा हो गई. भारी बारिश और बाहरी छत की सीलिंग का एक हिस्सा ढह जाने से हवाईअड्डे में पानी भर गया. मौसम विभाग ने असम समेत कई राज्यों में आने वाले दिनों के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है.

बारिश-तूफान करके लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय (LGBIA) एयरपोर्ट पर पानी भर गया.

गुवाहाटी: असम राज्य के कई हिस्सों में रविवार को तेज हवाओं के साथ बारिश ने कहर बरपाया. तूफान से राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बड़ा नुकसान देखने को मिला है. रविवार दोपहर को गुवाहाटी शहर में भयंकर तूफान और भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया.

तूफान में एयरपोर्ट हुआ पानी-पानी, उड़ानें डायवर्ट
गुवाहाटी में रविवार देर दोपहर भारी बारिश हुई. इससे शहर के कुछ हिस्सों में बिजली नहीं रही और पानी भर गया. गुवाहाटी में लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय (एलजीबीआई) हवाई अड्डा भारी बारिश से सबसे बुरी तरह प्रभावित में से एक था. हवाई अड्डे पर दहशत की स्थिति पैदा हो गई. बारिश के कारण कई उड़ानें भी प्रभावित हुईं.

भारी बारिश और बाहरी छत की सीलिंग का एक हिस्सा ढह जाने से हवाईअड्डे में पानी भर गया. हवाई अड्डे पर यात्री किसी तरह घायल होने से बच गए. बारिश के पानी के कारण कई मशीनें खराब हो गई हैं. हालांकि, हादसे से कोई घायल नहीं हुआ. हवाई अड्डे के कुछ कर्मचारी अन्य काम करने के बजाय वर्षा जल एकत्र करने में व्यस्त हैं.

Storms, Heavy Rainfall in Assam
भीषण तूफान से गिरे पेड़.

एलजीबीआई हवाई अड्डे ने जल्द ही एक बयान जारी कर कहा, 'भारी बारिश और हवा के कारण, आज शाम प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण उड़ान संचालन प्रभावित हुआ. पेड़ गिरने से संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गया. छत के आउटलेट में भारी मात्रा में पानी भर गया और टर्मिनल भवन के अंदर पानी जमा हो गया. टर्मिनल भवन के बाहर, पानी और हवा के दबाव के कारण छत का एक छोटा हिस्सा खुल गया. कोई चोट या क्षति नहीं है. प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण कुल छह उड़ानें अगरतला और कोलकाता की ओर मोड़ दी गईं. परिचालन अब सामान्य हो गया है'.

गुवाहाटी आईपीएल मैचों की करेगा मेजबानी, राजस्थान रॉयल्स के दो मैच निर्धारित
मौजूदा आईपीएल के दो मैच गुवाहाटी में निर्धारित हैं. उससे पहले महत्वपूर्ण एयरपोर्ट की ये हालत चिंताजनक है. ज्ञात हो कि यह हवाई अड्डा पूर्वोत्तर भारत का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है. गुवाहाटी के इस एयरपोर्ट पर अक्सर देश-विदेश से नेताओं के साथ-साथ सितारे भी आते रहते हैं. बता दें कि इस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का संचालन अडानी ग्रुप द्वारा किया जाता है.

असम और विशेष रूप से गुवाहाटी के लोगों को होली के दिन की सबसे अच्छी खबर तब मिली, जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इंडिया प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्ण कार्यक्रम की घोषणा की. पिछले सीजन में राजस्थान रॉयल्स के दो 'घरेलू' खेलों की सफलतापूर्वक मेजबानी करने के बाद, पूर्वोत्तर के क्रिकेट प्रशंसक और अधिक के लिए उत्सुक थे. 2024 के पहले 15 दिनों के कार्यक्रम के बाद वे थोड़ा निराश हुए. आईपीएल का उद्घाटन 23 फरवरी को हुआ था. गुवाहाटी शहर में कोई मैच निर्धारित नहीं था.

Storms, Heavy Rainfall in Assam
गुवाहाटी में तूफान ने मचाई तबाही, भारी नुकसान.

हालांकि, बीसीसीआई द्वारा घोषित पूर्ण कार्यक्रम के अनुसार, 'देश भर में आगामी लोकसभा चुनावों के लिए मतदान की तारीखों और स्थानों पर विचार किया जा रहा है'. बीसीसीआई ने एक बयान में कहा, 'राजस्थान रॉयल्स ने गुवाहाटी में दूसरा स्थान चुना है और अपने अंतिम दो घरेलू मैच असम में खेलेंगे. वे पहले 15 मई को पंजाब किंग्स की मेजबानी करेंगे. बाद में 19 मई को कोलकाता नाइट राइडर्स से खेलेंगे, जो आईपीएल के 17वें सीजन के लीग चरण के समापन का भी प्रतीक होगा'.

उन्होंने एक बयान में कहा, 'हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि एसीए स्टेडियम, गुवाहाटी 5 अप्रैल और 8 अप्रैल, 2023 को टाटा आईपीएल के दो मैचों की मेजबानी करेगा. गुवाहाटी राजस्थान रॉयल्स के लिए 'घरेलू' स्थल होगा.

भीषण तूफान से गिरे पेड़, वाहन क्षतिग्रस्त
गुवाहाटी के बाहरी इलाके में गरभंगा जंगल के भालुकजार झरने में रात तक सैकड़ों लोग फंसे हुए थे. पीड़ितों का आरोप है कि वन विभाग और बचाव कर्मियों को आने में देरी हो गई. गुवाहाटी के समानांतर जोरहाट में भी ओलावृष्टि और आंधी-तूफान के कारण कई परिवार बेघर हो गए हैं. रविवार को इस क्षेत्र में आए भयंकर तूफान ने जोरहाट शहर के साथ-साथ बाहरी इलाके के कई गांवों को व्यापक नुकसान पहुंचाया.

तूफान के कारण पेड़ गिरने से 20 से अधिक पर्यटक वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. इस भीषण तूफान में जोरहाट टाउन क्षेत्र के नंबर 1 जोनाकी नगर, कमरबस्ती, सिनामारा, रूपनगर, लिचुबारी, उत्तर पश्चिम जोरहाट आदि इलाकों में कई परिवारों के घरों की छतें उड़ गईं. इससे मकान के अंदर रखा सारा सामान क्षतिग्रस्त हो गया.

इसके अलावा आंधी-बारिश और ओलावृष्टि से स्कूल-कॉलेजों को भी काफी नुकसान होने की खबर है. विभिन्न धार्मिक समारोहों और सार्वजनिक समारोहों में भी बड़े पैमाने पर बाधा उत्पन्न हुई. प्रकृति के प्रकोप से कृषि क्षेत्रों को भी व्यापक क्षति हुई.

भारी तूफान और बारिश के कारण करीब सैकड़ों लोग घने जंगल में फंस गए. रविवार होने के कारण गर्भंगा में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित थे. रिपोर्ट के मुताबिक, मालीगांव जैसे इलाकों में लगभग आठ घंटे तक बिजली नहीं रही. शहर के कई हिस्सों में जलभराव की भी खबर है. सूत्रों के अनुसार, वीआईपी रोड सहित अन्य स्थानों पर भी कई पेड़ों के उखड़ने की खबरें मिलीं.

गुवाहाटी में बारिश-तूफान से भारी नुकसान, जीवन अस्त व्यस्त

मौसम विभाग ने जारी किया 'ऑरेंज अलर्ट'
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है, जिसमें रविवार को तूफान और तेज हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है. अगले चार दिनों तक इसी तरह का मौसम रहने की उम्मीद है, जिसका संकेत 'येलो अलर्ट' से मिला है. 'ऑरेंज अलर्ट' का अर्थ है 'कार्रवाई के लिए तैयार रहें'. 'येलो अलर्ट' का अर्थ है 'देखें और अपडेट रहें'.

नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में रविवार और सोमवार के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया गया था, लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया.विभाग ने अगले पांच दिनों में पूर्वोत्तर के कई राज्यों में 'भारी से बहुत भारी' बारिश का अनुमान लगाया. एक विशेष बुलेटिन में, गुवाहाटी में आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने रविवार के लिए असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के लिए अलर्ट जारी किया.

इसमें कहा गया है कि राज्यों में बिजली गिरने के साथ आंधी और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. अगले चार दिनों के लिए आरएमसी ने इन राज्यों के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया है. नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के मामले में, मौसम एजेंसी ने रविवार और सोमवार के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया, लेकिन उसके बाद चेतावनी वापस ले ली.

मौसम विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि एक चक्रवाती परिसंचरण असम के ऊपर औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर स्थित है. इसमें कहा गया है, 'उपरोक्त सिनोप्टिक स्थितियों और बंगाल की खाड़ी से उत्तरपूर्वी क्षेत्र में नमी के प्रवेश के प्रभाव में, कई से अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होगी. अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी'.

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