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पिता हारे...लेकिन बेटे ने नहीं मानी हार...UPSC की परीक्षा में 14वीं रैंक हासिल कर सपना किया साकार - UPSC Civil Services Result

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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Apr 16, 2024, 9:50 PM IST

Updated : Apr 16, 2024, 10:04 PM IST

UPSC Civil Services Result 2023 Update Shaurya Arora of Bahadurgarh Gets 14th National Rank in Civil Service Exam
बहादुरगढ़ के शौर्य अरोड़ा ने यूपीएससी परीक्षा में 14वीं रैंक हासिल की

UPSC Civil Services Result 2023 Update : पापा कहते हैं...बड़ा नाम करेगा...बेटा हमारा ऐसा काम करेगा...बॉलीवुड फिल्म की ये लाइनें आज उस वक्त साकार हो गई जब हरियाणा के बहादुरगढ़ के शौर्य अरोड़ा ने यूपीएससी परीक्षा में 14वीं रैंक हासिल कर शहर का नाम रौशन कर दिया. ख़ास बात ये है कि उनके पिता भी कई बार यूपीएससी परीक्षा दे चुके हैं, लेकिन उन्हें असफलता हाथ लगी लेकिन आज उनके बेटे ने अपने पिता के सपने को साकार कर दिया है.

पिता हारे...लेकिन बेटे ने नहीं मानी हार...

बहादुरगढ़ : यूपीएससी परीक्षा के नतीजों में बहादुरगढ़ का डंका बजा है. बहादुरगढ़ के ही रहने वाले शौर्य अरोड़ा ने यूपीएससी परीक्षा में अपनी दूसरी कोशिश में 14वीं रैंक हासिल की है. वहीं यूपीएससी परीक्षा में बहादुरगढ़ के ही शिवांश राठी ने 63वां और अभिलाष सुन्दरम ने 421 वां रैंक हासिल कर लिया है.

पिता हुए नाकामयाब, बेटे ने सपना किया साकार

यूपीएससी में देश में 14वीं रैंक हासिल करने वाले शौर्य अरोड़ा की बात करें तो उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से मैकेनिकल इंजिनियरिंग कर रखी है. साथ ही आईआईटी में भी शौर्य 432वीं रैंक हासिल कर चुके हैं. शौर्य अरोड़ा पढाई में शुरू से ही प्रतिभाशाली रहे हैं. उन्होंने बचपन से ही आईएएस बनने का सपना देखा था. सबसे खास बात ये है कि शौर्य के पिता भूषण अरोड़ा ने भी कई बार यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली. अब उनके बेटे शौर्य ने अपने पिता का सपना साकार किया है.

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सोशल मीडिया से बनाए रखी दूरी

शौर्य ने अपनी सफलता की कहानी बताते हुए कहा कि सही मार्गदर्शन में बिना कोचिंग के भी सफलता मिल सकती है. वे रोज़ाना तकरीबन 7 घंटे पढ़ाई किया करते थे. पेपर के दिनों में उन्होंने 10 घंटे तक भी पढ़ाई की है. साथ ही वे सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखते थे जिनके बिना आजकल कई युवाओं को रातों को नींद नहीं आती. शौर्य का कहना है कि उनकी सफलता में उनके पूरे परिवार का सहयोग और भावनात्मक योगदान रहा है जिसके चलते आज उन्हें ये कामयाबी मिली है. शौर्य की उपलब्धि पर उनके माता-पिता भी बेहद खुश है. उनका कहना है कि उनके बेटे ने उनका मान बढ़ाने का काम किया है.

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Last Updated :Apr 16, 2024, 10:04 PM IST
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