पटना: लोकसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत हो चुकी है. 19 अप्रैल को पहले चरण का चुनाव होना है. ऐसे तो पूरे देश में तीन सौ से अधिक हेलीकॉप्टर और 200 से अधिक चार्टर प्लेन होने की बात की जा रही है. इसमें से 60% हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड प्लेन बीजेपी ने बुक कराई है. कई राज्यों में प्रमुख सत्ताधारी दल ने भी अपने लिए हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड प्लेन बुक कराया है. बिहार में भी इस बार एक दर्जन से अधिक हेलीकॉप्टर आकाश में नजर आएंगे. बीजेपी की ओर से कुछ चार्टर्ड प्लेन भी रखा जाएगा.
बिहार में गड़गड़ाएंगे हेलीकॉप्टर: लोकसभा चुनाव में हेलीकाप्टर इस बार प्रचार का बड़ा माध्यम बनने वाला है. बड़े नेताओं को दिन में 2 से लेकर पांच सभाएं करनी होती है और ऐसे में उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान जाने में कम समय लगे, इसमें हेलीकॉप्टर सबसे बड़ा साधन बनेगा. इस बार बिहार में एक दर्जन से अधिक रंग-बिरंगे उड़न खटोला आकाश में नजर आएंगे.
एक घंटे के लिए देने होंगे लाखों : सबसे अधिक आधा दर्जन से अधिक बीजेपी के हेलीकॉप्टर रहेंगे तो वहीं उसके बाद जदयू और राजद के भी दो-दो हेलीकॉप्टर बुक किए गए हैं. इस बार 5 सीटर और डबल इंजन हेलीकॉप्टर पर पार्टियों की अधिक जोर है. पटना एयरपोर्ट के अधिकारियों के अनुसार 5 सीटर हेलीकॉप्टर पर 5 लाख से अधिक खर्च हर घंटे आएगी तो वहीं छोटे वाले हेलीकॉप्टर पर डेढ़ लाख तक खर्च प्रति घंटे आने का अनुमान है. डबल इंजन और सिंगल इंजन में भी प्रति घंटे राशि का अंतर होगा. हालांकि सिंगल इंजन इस बार कम ही हेलीकॉप्टर आएंगे.
बराबरी में जदयू-राजद तो कांग्रेस पीछे: 2019 में बीजेपी ने चुनाव आयोग के अनुसार ढाई सौ करोड़ रुपए खर्च किए थे. बिहार बीजेपी के लिए दिल्ली से ही हेलीकॉप्टर की बुकिंग होती है तो वहीं आरजेडी ने इस बार भी दो हेलीकॉप्टर बुक कराया है. जदयू की ओर से भी जो जानकारी मिल रही है एक हेलीकॉप्टर बुक कर लिया गया है, एक हेलीकॉप्टर और किया जाएगा. कांग्रेस की ओर से एक हेलीकॉप्टर बिहार के लिए रखा जाएगा. राजद के हेलीकॉप्टर में तेजस्वी यादव कमान संभालेंगे तो दूसरा हेलीकॉप्टर पार्टी के दूसरे नेता और सहयोगियों के लिए भी होगा. वहीं जदयू के हेलीकॉप्टर नीतीश कुमार के लिए सुरक्षित रहेगा.
RJD का उड़न खटोला पहुंचा पटना: राजद नेताओं के अनुसार पार्टी की ओर से दो हेलीकॉप्टर बुक कराया गया है. एक हेलिकॉप्टर पटना एयरपोर्ट पर पहुंच भी चुका है. इसका किराया प्रतिघंटे 5.5 लाख रुपये है. हर दिन कम से कम 19 लाख भुगतान करना होगा. इस तरह करोड़ों रुपए राजद की ओर से भी हेलीकॉप्टर पर भुगतान किए जाएंगे.
RJD ने अगस्ता 109 की भी करायी बुकिंग: राजद का पटना पहुंचा डबल इंजन वाला हेलिकॉप्टर बेल 4 टू 9 है, जिसका निर्माण स्पैन एयर कंपनी ने किया है. इसमें पायलट के अलावा पांच लोग बैठ सकते हैं. पटना एयरपोर्ट के सूत्राें की मानें तो राजद अगस्ता 109 भी बुक कराया है. इसमें भी डबल इंजन लगा है और इसमें भी पायलट के अलावा पांच लोग बैठ सकते हैं.
JDU ने बनाई रणनीति: जदयू की ओर से अगस्टा हेलीकॉप्टर ही बुक कराया गया है. पार्टी की ओर से जिस चरण में अधिक उम्मीदवार होंगे, हेलीकॉप्टर का प्रयोग उस चरण में ज्यादा होगा. जैसे कि जदयू के दूसरे चरण में पांचों लोकसभा क्षेत्र में उम्मीदवार होंगे. 19 अप्रैल में पहला चरण होगा तो 26 अप्रैल को दूसरा चरण. स्वाभाविक है जदयू के नेता दूसरे चरण से पहले पूरी ताकत लगाएंगे. जदयू को इस बार 16 सीट मिली है.
प्रचार में JDU और BJP का तालमेल: पार्टी की ओर से उसी के हिसाब से चुनाव प्रचार किया जाएगा. साथ ही सहयोगियों के हिसाब से भी चुनाव प्रचार की रणनीति बनेगी. पार्टी के वरिष्ठ नेता विशेष कर भाजपा के साथ तालमेल बनाकर प्रचार करेंगे. वहीं भाजपा की ओर से जब केंद्रीय लीडर खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य नेता पहुंचेंगे तो उनके साथ भी मुख्यमंत्री और एनडीए के सहयोगी के बड़े नेता नजर आएंगे.
किस पार्टी ने कितने हेलीकॉप्टर बुक किए: होली के बाद चुनाव प्रचार जोर पकड़ने लगेगा और चुनाव प्रचार शुरू होने साथ ही सभी दलों के हेलिकॉप्टर पटना एयरपोर्ट की पार्किंग में दिखने लगेंगे. अभी तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार बीजेपी के 8 हेलीकाप्टर, जदयू और आरजेडी के 2-2 हेलीकाप्टर, कांग्रेस का 1 हेलीकाप्टर आकाश में नजर आएगा.
2015 में पार्टियों ने खर्च की थी बड़ी धनराशि: चुनाव प्रचार में हर साल खर्च बढ़ता जा रहा है. 2015 में बिहार में 150 करोड़ से अधिक की राशि चुनाव प्रचार पर खर्च की गई थी जिसमें भाजपा 103 करोड़ से अधिक खर्च की थी. समाजवादी पार्टी 15 करोड़, जदयू 14 करोड़, कांग्रेस 10 करोड़ के करीब राशि खर्च की थी.
बिहार में 2020 विधानसभा चुनाव में खर्च: 2019 लोकसभा चुनाव और 2020 विधानसभा चुनाव प्रचार में बड़ी राशि खर्च की गई. बीजेपी ने सबसे अधिक 54 करोड़ रुपए खर्च किए थे. उसके बाद कांग्रेस ने 12.35 करोड़, जदयू ने 9.85 करोड़, बसपा ने 4.7 करोड़ रुपये खर्च किए थे.
चुनाव संपन्न कराने में आयोग का खर्च: ऐसे चुनाव को संपन्न कराने में चुनाव आयोग की ओर से भी बड़े पैमाने पर राशि खर्च की जा रही है और हर चुनाव में यह राशि बढ़ती जा रही है. 1999 में 10 हजार करोड़ खर्च हुआ था. 2004 में 14 हजार करोड़, 2009 में 20000 करोड़, 2014 में 30000 करोड़ और 2019 में 60000 करोड़ रुपये खर्च हुए.
2020 विधानसभा चुनाव और उससे पहले 2019 लोकसभा चुनाव में भी बिहार में बड़े पैमाने पर उड़न खटोला चुनाव प्रचार में आकाश में दिखे थे. इस बार भी सभी दलों की ओर से जिस प्रकार से तैयारी है और बुकिंग की गई है. होली के बाद आकाश में रंग-बिरंगे हेलीकॉप्टर नजर आने लगेंगे.
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