वाराणसी: Lok Sabha Election 2024: अखिल भारत हिंदू महासभा ने लोकसभा चुनाव 2024 में वाराणसी से अपने प्रत्याशी का नाम वापस ले लिया है. कुछ दिन पहले ही वाराणसी सीट से किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी का नाम इस सीट के लिए फाइनल किया गया था.
अपना नाम घोषित होने के बाद हिमांगी वाराणसी भी पहुंचीं थीं और उन्होंने काशी की धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुलकर चुनौती दी थी. हिमांगी ने कहा था कि वह यहां से जीतकर संसद पहुंचती हैं तो किन्नरों के लिए आवाज उठाएंगी.
नाम हटाए जाने के बाद हिमांगी सखी ने अब वाराणसी सीट से पीएम मोदी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. नामांकन के बाद वे काशी में चुनाव प्रचार भी शुरू करेंगी.
वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो बार लोससभा चुनाव लड़ चुके हैं और दोनों ही बार उन्होंने बड़े अंतर से जीत दर्ज की है. तीसरी बार फिर से वे वाराणसी सीट से ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं. ऐसे में उनके खिलाफ विपक्षी पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशी उतारे हैं.
इसी बीच अखिल भारत हिंदू महासभा ने वाराणसी की सीट से किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी का नाम इस सीट से फाइनल किया था. हिमांगी सखी ने स्वामी चक्रपाणि महाराज को इसके लिए धन्यवाद दिया था और कहा था कि भाजपा सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी थी. अब हिंदू महासभा ने उनका नाम वापस ले लिया है तो वे निर्दलीय वाराणसी से चुनाव लड़ने जा रही हैं.
'स्वामी चक्रपाणि ने हमारे साथ धोखा किया': किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने चुनाव आयोग का एक पत्र शेयर करते हुए बताया, 'स्वामी चक्रपाणि ने हमसे झूठ बोला है. चक्रपाणि महाराज को चुनाव आयोग से एक पत्र मिला है. वे चुनाव में प्रत्याशी नहीं उतार सकते हैं. फिर भी उन्होंने उतारा. हमसे धोखा किया.'
उन्होंने बताया कि मेरे चुनाव लड़ने को लेकर हर जगह पर बात चल रही थी. इंटरनेशनल स्तर पर भी यह बात थी. ऐसे में मैं पीछे नहीं हट सकती हूं. मैं निर्दलीय चुनाव लडूंगी. हिमांगी सखी ने कहा कि वे किन्नर समाज के प्रतिनिधित्व के लिए, उनकी बात समाज के बीच रखने के लिए चुनाव लड़ने जा रही हैं. इसके साथ ही सीटों में रिजर्वेशन दिए जाने की भी मांग करेंगी.
'पीएम मोदी के सम्मान में हटाया प्रत्याशी': हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर किया है. इसमें उन्होंने बताया है कि अखिल भारत हिंदू महासभा ने पूरे देश में अपने प्रत्याशी उतारे थे.
इन्हीं में से वाराणसी सीट से किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी को उतारा गया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में आज प्रत्याशी को हटा लिया गया है. सभी कार्यकर्ताओं को कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विजयी बनाएं, क्योंकि उन्होंने न पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन किया है. इतने कम समय में धारा 370 जैसे कोढ़ को समाप्त किया है. इनके कार्यकाल में राम मंदिर भी बना है.
'सभी पार्टियां हटा लें अपने प्रत्याशी': स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा कि जैसे नरसिम्हा राव दक्षिण से जब चुनाव लड़े थे तो सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों को हटा लिया था. वैसे ही मैं सभी पार्टियों से अपील करता हूं कि आपसी मदभेद भूलकर सभी पार्टियों को अपने प्रत्याशी वापस ले लेने चाहिए. हमारी भी सरकार से लड़ाई रही है.
हमने राम मंदिर के लिए लड़ाई लड़ी, लेकिन ट्रस्ट में रखना तो दूर हमें निमंत्रण तक नहीं मिला. हमारे मन में कहीं न कहीं इस बात का दुख था. तमाम बॉलीवुड के लोग वहां चले गए, बीफ खाने वाले लोगों को वहां बुला लिया गया. मगर जब बड़े परिप्रेक्ष्य में देखते हैं तो हमें लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी को समर्थन देना चाहिए.