चंडीगढ़: जननायक जनता पार्टी ने अपने बागी विधायकों के खिलाफ एक्शन लेना शुरू कर दिया है. इसी के तहत पार्टी ने दो विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की है. जिन विधायकों की सदस्यता भंग करने की मांग की गई है, उनमें नरवाना हलके से विधायक रामनिवास सूरजा खेड़ा और बरवाला से विधायक जोगी राम सिहाग का नाम शामिल है.
सदस्या भंग करने की मांग क्यों की गई?
जननायक जनता पार्टी के कार्यालय सचिव रणधीर सिंह ने विधानसभा स्पीकर के सामने ये याचिका लगाई है. याचिका में कहा गया है कि जींद की नरवाना से विधायक सुरजाखेड़ा पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के के नामांकन में शामिल हुए थे, जबकि जोगीराम सिहाग हिसार सीट से बीजेपी प्रत्याशी रणजीत सिंह चौटाला के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं. याचिका के साथ इन विधायकों के वीडियो को आधार बनाया गया है. पार्टी ने मांग की है कि उन्होंने पार्टी विरोधी कार्य किए हैं, इसलिए उनकी सदस्यता भंग की जाये.
पार्टी की नोटिस का नहीं दिया जवाब
कहा जा रहा है कि तीन निर्दलीय विधायकों के सरकार के समर्थन वापस लेने के बाद ये सभी मनोहर लाल से गुपचुप मीटिंग भी कर चुके हैं. 9 मई को पार्टी ने देवेंद्र बबली समेत सुरजाखेड़ा और जोगीराम सिहाग को कारण बताओ नोटिस भेजा था. उन्होंने इस नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया. हलांकि सदस्यत भंग करने की मांग वाली याचिका में बबली का नाम शामिल नहीं है.
देवेंद्र बबली के खिलाफ कार्रवाई नहीं
सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि जेजेपी ने देवेंद्र बबली की सदस्या रद्द करने की मांग नहीं की है. देवेंद्र बबली उन विधायकों में शामिल हैं जो लगातार पार्टी के खिलाफ बयान दे रहे हैं. खासकर दुष्यंत चौटाला समेत उनके परिवार के सभी सदस्यों से नाराज हैं. उन्होंने तो यहां तक चुनौती दे डाली कि विधायकों की बैठक बुलाकर देखें पता चल जायेगा नेता कौन है.