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Watch : बीजेपी की 'सी' टीम के टैग पर जानिए क्या बोले गुलाम नबी आजाद - lok sabha election 2024

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 18, 2024, 6:41 PM IST

Updated : May 18, 2024, 6:53 PM IST

LOK SABHA ELECTION 2024 : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि चुनाव में भाग लेने के बारे में जमात-ए-इस्लामी का हालिया बयान एक सकारात्मक विकास है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मुख्यधारा की राजनीति में शामिल होकर देश और लोगों की सेवा करने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति का स्वागत किया जाना चाहिए. आजाद ने ये टिप्पणी ईटीवी भारत के संवाददाता परवेज़ुद्दीन के साथ एक विशेष साक्षात्कार के दौरान की.

Ghulam Nabi Azad
गुलाम नबी आजाद (Etv Bharat)

गुलाम नबी आजाद से खास बातचीत (ETV Bharat)

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की तीन संसदीय सीटों पर मतदान का प्रतिशत 2014 और 2019 की तुलना में बेहतर था, लेकिन विशेष रूप से श्रीनगर संसदीय सीट पर अपेक्षित उच्च मतदान नहीं हुआ.

एक सवाल के जवाब में आजाद ने कहा कि श्रीनगर में मतदाता असंतोष का दावा करने वाले राजनीतिक नेताओं की अगर यह सच है तो बहुत अधिक मतदान होना चाहिए था. उन्होंने सुझाव दिया कि सच्चे गुस्से के परिणामस्वरूप श्रीनगर संसदीय क्षेत्र में 80 से 90 प्रतिशत मतदान होता.

आजाद ने किसी भी राज्य के लिए विधानसभा चुनावों के महत्व पर जोर दिया, क्योंकि उनकी वजह से राज्य सरकार बनती है जो विकास के लिए काम करती हैं, जिससे लोगों को सीधे लाभ होता है. जम्मू-कश्मीर लंबे समय से विधानसभा के बिना है, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव महत्वपूर्ण हो गए हैं.

बातचीत के दौरान, आजाद ने इस बात पर प्रकाश डाला कि अतीत में जमात-ए-इस्लामी की अपने विधायकों के साथ मुख्यधारा की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका थी. हालांकि, बाद में उन्होंने बहिष्कार की नीति अपनाई और सरकारी प्रतिबंधों के बिना भी दशकों तक चुनावों से दूर रहे.

उन्होंने चुनावों में भाग लेने की उनकी हालिया इच्छा का स्वागत करते हुए कहा कि किसी भी पार्टी को, धर्म या संप्रदाय की परवाह किए बिना, मुख्यधारा की राजनीति में शामिल होने की अनुमति दी जानी चाहिए, अगर उनका लक्ष्य देश और उसके लोगों की सेवा करना है.

एक सवाल के जवाब में आजाद ने जिक्र किया कि उनकी पार्टी ने कश्मीर की तीन संसदीय सीटों में से केवल दो उम्मीदवार उतारे हैं, और बारामूला सीट के लिए जेल से चुनाव लड़ रहे अवामी इत्तेहाद पार्टी के इंजीनियर राशिद का समर्थन करने का फैसला किया है.

आजाद ने यह भी उल्लेख किया कि डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) एक नई पार्टी है और उसने जम्मू-कश्मीर में पांच में से केवल तीन सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें समय पर चुनाव चिह्न नहीं मिला होता तो शायद वे संसदीय चुनाव में हिस्सा नहीं लेते.

आजाद ने कश्मीर में दो नए उम्मीदवारों को पेश करने पर संतोष व्यक्त किया, जिनका किसी भी पार्टी या परिवार की राजनीति से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में डीपीएपी नए दृष्टिकोण वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता देगा जो राजनीति में नए हैं और पारिवारिक राजनीतिक विरासत से असंबद्ध हैं.

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Last Updated : May 18, 2024, 6:53 PM IST
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