भुवनेश्वर: ओडिशा में भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में रविवार को ब्रेन डेड घोषित किए जाने के बाद एक दंपति ने अपने मृत बेटे के 7 अंग दान कर दिए हैं. माता-पिता के इस फैसले के बाद आठ साल का उनका बेटा सुबोजीत अंग दान कर अमर हो गया. जानकारी के मुताबिक, 8 साल का सुबोजीत साहू, मस्तिष्क रोग से पीड़ित था.
पिछले तीन दिनों से उसका इलाज भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में चल रहा था. शनिवार को डॉक्टरों द्वारा उसे ब्रेन डेड घोषित किए जाने के बाद, परिवार ने अपने बेटे के अंग दान की इच्छा व्यक्त करते हुए स्थानीय अंग दान समिति से संपर्क किया. माता-पिता के इस फैसले के बाद अंगदान कर आठ साल का सुबोजीत अमर हो गया.
सुबोजीत के पिता विश्वजीत साहू ने कहा कि 'बुधवार को अपने स्कूल में परीक्षा हॉल में बैठे समय सुबोजीत को मस्तिष्क का दौरा पड़ा. स्कूल प्रशासन ने उसे अस्पताल पहुंचाया और हमें सूचित किया. बाद में वह पूरी तरह कमजोर हो गया. फिर डॉक्टर ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया. हमने डॉक्टर से सलाह लेकर बड़ा फैसला लिया. हमने अपने बेटे के सभी अंग दान करने का फैसला किया.'
सुबोजीत के परिवार ने कहा कि 'अगर किसी मृत व्यक्ति के अंगों को किसी और के शरीर में प्रत्यारोपित किया जा सकता है, तो हम उनकी खुशी से खुश होंगे. इससे हमारा बेटा हमारे लिए जिएगा. हम लोगों से अंगदान के लिए आगे आने का आग्रह करते हैं.'
जानकारी के अनुसार सुबोजीत ने लीवर, किडनी, आंख और हृदय जैसे 7 अंग दान किए हैं. उसके परिवार ने बताया कि 8 वर्षीय सुबोजीत साहू दूसरी कक्षा में पढ़ता था और वह कल्पना भुवनेश्वर में अपने परिवार के साथ रहता था.